दीपक कुमार त्यागी
- पावस ऋतु पर सरस काव्य गोष्ठी व सम्मान समारोह
- यूपी के प्रतिष्ठित पत्रकार बस्तर में हुए सम्मानित
कोंडागांव : गुरुवार के दिन को ‘मां दंतेश्वरी हर्बल इस्टेट’ कोंडागांव के बईठका हाल में जनजातीय सरोकारों की मासिक पत्रिका ‘ककसाड़’, हिंदी साहित्य परिषद, हिंदी साहित्य भारती इकाई कोंडागांव तथा सम्पदा समाजसेवी संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में पावस ऋतु पर काव्य गोष्ठी व सम्मान समारोह का दो चरणों में आयोजन किया गया
कार्यक्रम के प्रथम चरण के मुख्य अतिथि थे वर्किंग जर्नलिस्ट एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष तथा मीडिया-मंच मासिक पत्रिका के संपादक वरिष्ठ पत्रकार टी.बी. सिंह । इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जनजातीय चेतना कला संस्कृति व साहित्य की राष्ट्रीय मासिक पत्रिका ककसाड़ के सम्पादक डॉक्टर राजाराम त्रिपाठी ने की। विशेष आमंत्रित तथा सम्मानित कियये जाने वाले अतिथि थे उत्तर प्रदेश से आये वरिष्ठ पत्रकार राजेश मिश्रा (स्टेट करस्पोंडेंट उ.प्र. नवभारत समाचार पत्र) , टी.बी. सिंह प्रदेश अध्यक्ष वर्किंग जर्नलिस्ट एसोसिएशन उ.प्र. तथा सम्पादक मीडिया मंच मासिक पत्रिका , वीरेंद्र सिंह न्यूज़ एडिटर मीड़िया मंच , वरिष्ठ पत्रकार रश्मि शर्मा (स्टेट ब्यूरो .प्र. फ्री प्रेस जनरल) ,अजय त्रिवेदी (स्टेट ब्यूरो उ.प्र. : आज समाचार पत्र) ,सिद्धार्थ कलहंस (स्टेट ब्यूरो चीफ उ.प्र.:बिजनेश स्टैण्डर्ड समाचार पत्र)
कार्यक्रम के द्वितीय चरण के मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार तथा बिजनेस स्टैंडर्ड के उत्तर प्रदेश राज्य के ब्यूरो चीप सिद्धार्थ कलहंस थे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता हिंदी साहित्य परिषद कोंडागांव के जिलाध्यक्ष हरेंद्र यादव ने की ।
कार्यक्रम का शानदार संचालन शायर तौसीफ आलम ने किया। कार्यक्रम के प्रथम चरण में उत्तर प्रदेश से आये प्रतिष्ठित पत्रकार साथियों को पत्रकारिता के क्षेत्र में उनके दीर्घकालिक बहुमूल्य योगदान के लिए ‘माधव राव सप्रे सम्मान -2023’ से सम्मानित किया गया । जिसके तहत सम्मान पत्र ,स्मृति चिन्ह व शाल प्रदान किया गया। उल्लेखनीय है कि यह स्मृति-चिन्ह राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त अंतरराष्ट्रीय ख्याति के लौह शिल्पी तीजूराम बघेल के द्वारा तैयार किया गया था । इसलिए अवसर पर उत्तर प्रदेश से प्रकाशित मासिक पत्रिका मीडिया मंच के द्वारा अपने 25 वर्ष सफलता पूर्वक पूर्ण करने के उपलक्ष पर बस्तर के कोंडागांव आकर बस्तरिया किसान डॉ राजाराम त्रिपाठी को कृषि क्षेत्र की उनकी विशिष्ट उपलब्धियों तथा बस्तर के जनजातीय समुदायों के उत्थान हेतु उनके दीर्घकालिक कार्यों के लिए “विशिष्ट-सम्मान व स्मृति चिन्ह” से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही मीडिया-मंच पत्रिका के नवीनतम अंक का लोकार्पण डॉ राजाराम त्रिपाठी तथा आमंत्रित अतिथियों के करकमलों से संपन्न हुआ। उल्लेखनीय है कि पत्रिका के 25 वर्ष पूर्ण होने पर इस पत्रिका के विशिष्ट विशेषांक में डॉ राजाराम त्रिपाठी के व्यक्तित्व तथा कृतित्व पर केंद्रित एक विशेष लेख भी प्रकाशित किया गया है।
कार्यक्रम के द्वितीय भाग में पावस ऋतु पर आमंत्रित अतिथियो के सम्मान में बस्तर के कवियों की काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसकी संगीतमय शुरुआत स्वर कोकिला शिप्रा त्रिपाठी के गाये एक भजन से हुई।जिसने सबको मंत्र मुग्ध कर दिया। हास्य व्यंग्यकार उमेश मंडावी ने अपनी चर्चित चुनाव वाली कविता सुनाकर सबको खूब हंसाया। वरिष्ठ साहित्यकार हरेन्द्र यादव ने अपनी रचनाओं से समा बाँधा। युवा रचनाकार विश्वनाथ देवांगन ने हल्बी में पर्यावरण पर हरियाली पर अपनी रचना सुनाकर प्रशंसा बटोरी। शायर तौसीफ आलम ने अपनी शायरी व कविता से सबका दिल जीता। डॉक्टर राजा राम त्रिपाठी ने किसान आंदोलन पर केंद्रित अपनी मार्मिक कविता सुनाई और सबको तालिया बजाने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम के अंत मे सबकी फरमाइश पर शिप्रा त्रिपाठी ने कबीर का भजन सुनाकर कार्यक्रम का समापन किया। उत्तर प्रदेश से पधारे वरिष्ठ पत्रकारों ने बस्तर की काव्य प्रतिभाओं को न केवल भूरि भूरि सराहा बल्कि शीघ्र ही उन्हें उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में काव्य पाठ बुलाने हेतु आमंत्रित करने की बात भी कही। घनघोर बारिश के बावजूद इस अवसर पर रमेश पाण्डया, कृष्णा, शांतनु सहित बड़ी संख्या में नगर के साहित्य-प्रेमी उपस्थित रहे।