आईएएस पूजा सिंघल मामले में रांची का एक रसूखदार पत्रकार भी है ईडी के रडार पर

संदीप ठाकुर

जी हां,जिस मनरेगा घोटाले में झारखंड कैडर की आईएएस अफसर पूजा सिंघल काे
गिरफ्तार किया गया है वह आज से 14 साल पहले यानी 2008-9 में हुआ था। इसकी
प्राथमिकी 2011 में दर्ज हुई थी और एक्शन में सरकारी एजेंसी अब आई है।
इस कांड में एक डायरी के बरामद होने की बात कही जा रही है। अभियुक्तों के
ठिकानों पर छापेमारी के दौरान यह डायरी ईडी के हाथ लगी है। बिना किसी
दबाव के यदि जांच आगे बढ़ी ताे इस डायरी से कई हाई प्रोफाइल लोगों का
राजफाश होने के आसार हैं। इस डायरी में मनी लॉन्ड्रिंग के जरिये किए गए
लेनदेन का ब्यौरा दर्ज है। साथ ही कई राजनेताओं-अधिकारियों और पत्रकारों
के नाम-मोबाइल नंबर भी हैं। इनमें से खास ताैर से एक पत्रकार ईडी के
निशाने पर है। बताया जाता है कि इस पत्रकार की झारखंड सरकार में तूती
बोलती है। बताते चलें कि यह किसी बड़े चैनल या पत्र पत्रिका का पत्रकार
नहीं है बल्कि एक क्षेत्रीय पत्रकार है। सत्ता के गलियारों में दलाली कर
इसने अकूत संपत्ति बनाई है। इस पत्रकार के साथ साथ कोलकाता स्थित रौनक
अग्रवाल और प्राची अग्रवाल दंपती भी ईडी के रडार पर है। ईडी को यह
जानकारी मिली है कि इस अग्रवाल दंपती द्वारा 20 से अधिक शेल कंपनियों का
संचालन किया जाता है और इसका इस्तेमाल सब मिल कर मनी लांड्रिंग के लिए
किया करते थे।
जो पत्रकार ईडी के निशाने पर है वह झारखंड में सत्ता के गलियारे का जाना
पहचाना नाम है। उसके कई हाेटल हैं। पता चला है कि वह शराब का होल सेलर भी
है। चर्चाओं पर यदि यकीन करें ताे उसने अपने तमाम होटल व ठिकानों पर अपने
आसपास रहने वाले पत्रकाराें काे पांच पैग शराब मुक्त पीने की सुविधा दे
रखी थी। इसलिए क्षेत्रीय पत्रकार उसकी जयजयकार करते हैं। इस पत्रकार की
पहुंच दिल्ली तक बताई जाती है। अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक पूजा सिंघल
काे झारखंड के मुख्यमंत्री कार्यालय तक ले जाने में इस पत्रकार की अहम
भूमिका है। ईडी के साथ साथ आयकर विभाग का फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन यूनिट भी
इस पत्रकार की संपत्ति का आकलन कर रही है। अधिकारी यह पता लगा रहे कि
इसने अब तक कितनी संपत्ति अर्जित की है। देश के किन-किन शहरों में इसने
किन चीजों में अवैध रुपये से निवेश कर रखा है। इनके इस काले धंधे में और
कौन कौन लोग शामिल हैं। बताया जाता है कि इस पत्रकार का काम नेताओं और
अधिकारियों के काले धन काे बाजार में खपाने का भी था। ईडी ने इस संभावना
से इंकार नहीं किया है कि पुख्ता सबूत जुटाने के बाद पत्रकार पर हाथ
डाला जाएगा। उससे पूछताछ हाेगी ताे कई बड़ी मछलियां भी जाल में फंस सकती
हैं।

2000 बैच की आईएस अधिकारी पूजा को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्डरिंग एक्ट की
संबंधित धाराओं के तहत ही गिरफ्तार किया गया है। वे वर्तमान में झारखंड
सरकार की खनन एवं उद्योग विभाग की सचिव हैं। पता चला है कि उन्हें
सस्पेंड कर दिया गया है। साल 2000 में महज 21 साल सात महीने की उम्र में
सिविल सर्विसेज परीक्षा पास करके रिकॉर्ड कायम किया था। इसके बाद झारखंड
कैडर में तैनाती मिली। यहां कई जिलों में उपायुक्त और डीएम रह चुकी हैं।
खूंटी, चतरा, पलामू में उपायुक्त रहते हुए पूजा पर कई गंभीर आरोप लगे।
हालांकि, जांच के बाद उन्हें क्लिनचिट भी मिल गई थी। पूजा सिंघल जब खूंटी
जिले में उपायुक्त के पद पर तैनात थीं, तब मनरेगा की योजनाओं में लगभग 10
करोड़ रुपये के घोटाले का मामला सामने आया था। इस मामले में शुरुआत में
जेई राम विनोद सिन्हा के खिलाफ 16 प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। जांच में
यह बात सामने आई कि मनरेगा की योजनाओं का पालन कराने और योजनाओं की
मॉनिटरिंग करने का अधिकार उपायुक्त को है। बाद में इस मामले में
उच्चस्तरीय जांच की मांग को लेकर हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की
गई थी। हाईकोर्ट ने ईडी को हलफनामा दायर करने का आदेश दिया था। ईडी ने
कोर्ट को बताया कि पूरे मामले में तत्कालीन उपायुक्त पूजा सिंघल की
भूमिका की जांच की जा रही है। फिर छापे का दौर शुरू हुआ और महिला अधिकारी
काे गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल पूजा सिंघल काे रिमांड पर ले ईडी
पूछताछ कर रही है।

22 सालों में जितना विवाद उनके प्रोफेशनल करियर में रहा है, उतनी ही
दिलचस्प उनकी पर्सनल लाइफ भी है। ब्यूरोक्रेसी के गलियारे में उनकी पहचान
चकाचौंध की लाइफ जीने वाली महिला अधिकारी के रूप में है। वो महंगी-महंगी
पार्टियां देने के लिए भी जानी जाती हैं। आईएएस पूजा सिंघल ने दो शादियां
की हैं।तब पूजा एसडीओ और उनके पहले पति झारखंड कैडर के राहुल पुरवार डीसी
हुआ करते थे। 12 साल पहले पारिवारिक विवाद के चलते दोनों का तलाक हो गया।
दरअसल विवाद का कारण पूजा सिंघल की नजदीकियां एक सीनियर आईएएस से बढ़ना
था। इसके बाद पूजा सिंघल की जिंदगी में मुजफ्फरपुर के अभिषेक झा उर्फ
बिट्टू की एंट्री हुई। ऑस्ट्रेलिया के कस्टम विभाग में कार्यरत अभिषेक और
पूजा की मुलाकात फेसबुक पर हुई थी। फेसबुक की दोस्ती मुलाकात में बदली और
रांची के जिम में दोनों का प्यार परवान चढ़ा। इसके बाद दोनों ने शादी करने
का निर्णय लिया और पूजा ने अभिषेक झा से दूसरी शादी कर ली। अभिषेक
मुजफ्फरपुर, मधुबनी का रहने वाला है । अभिषेक ने रांची में एक अस्पताल भी
खोल रखा है।इसके बाद पूजा सिंघल की जिंदगी में मुजफ्फरपुर के अभिषेक झा
उर्फ बिट्टू की एंट्री हुई। ऑस्ट्रेलिया के कस्टम विभाग में कार्यरत
अभिषेक और पूजा की मुलाकात फेसबुक पर हुई थी। फेसबुक की दोस्ती मुलाकात
में बदली और रांची के जिम में दोनों का प्यार परवान चढ़ा। इसके बाद दोनों
ने शादी करने का निर्णय लिया।इसके बाद पूजा सिंघल की जिंदगी में
मुजफ्फरपुर के अभिषेक झा उर्फ बिट्टू की एंट्री हुई। ऑस्ट्रेलिया के
कस्टम विभाग में कार्यरत अभिषेक और पूजा की मुलाकात फेसबुक पर हुई थी।
फेसबुक की दोस्ती मुलाकात में बदली और रांची के जिम में दोनों का प्यार
परवान चढ़ा। इसके बाद दोनों ने शादी करने का निर्णय लिया।इसके बाद पूजा
सिंघल की जिंदगी में मुजफ्फरपुर के अभिषेक झा उर्फ बिट्टू की एंट्री हुई।
ऑस्ट्रेलिया के कस्टम विभाग में कार्यरत अभिषेक और पूजा की मुलाकात
फेसबुक पर हुई थी। फेसबुक की दोस्ती मुलाकात में बदली और रांची के जिम
में दोनों का प्यार परवान चढ़ा। इसके बाद दोनों ने शादी करने का निर्णय
लिया। तेज तर्रार पूजा सिंघल के सभी सरकारों के साथ मधुर संबंध रहे और
इसका लाभ उठा वे मनचाहा पद प्राप्त करती रहीं। भाजपा की रघुवर दास सरकार
में वे कृर्षि सचिव थीं। हेमंत सोरेन सरकार में भी वे महत्वपूर्ण पद पर
तैनात थीं।