झीलों की नगरी उदयपुर में हुआ वर्तमान और पूर्व विधानसभाध्यक्षों का अद्भुत समागम

A wonderful gathering of present and former Vidhan Sabha Speakers took place in the city of lakes Udaipur

गोपेन्द्र नाथ भट्ट

उदयपुर/जयपुर/नई दिल्ली : झीलों की नगरी उदयपुर में महाराणा प्रताप जयंती पर वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय में राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ किशनराव बागड़े और विधानसभाध्यक्ष वासुदेव देवनानी की उपस्थिति में उदयपुर अंचल के वर्तमान और पूर्व विधानसभाध्यक्षों का अद्भुत समागम हुआ।

इस अवसर पर “विधानसभा कल, आज और कल” विषय पर आयोजित हुए कार्यक्रम में राजस्थान विधानसभा में हुए सकारात्मक परिवर्तनों और कार्यप्रणाली को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। विशेष कर विधानसभाध्यक्ष वासुदेव देवनानी के वर्तमान कार्यकाल के नवाचारों तथा पूर्व विधानसभाध्यक्षों के कार्यकालों में हुए अभिनव प्रयासों को सराहा गया।सभी ने अपने संस्मरण सुनाएँ ।

राज्यपाल हरिभाऊ किशनराव बागड़े ने राजस्थान विधान सभा की स्वस्थ्य परम्पराओं का जिक्र किया।

कार्यक्रम में राजस्थान विधानसभा के मौजूदा विधानसभाध्यक्ष वासुदेव देवनानी, पूर्व अध्यक्ष शांतिलाल चपलोत, कैलाश मेघवाल,डॉ सी पी जोशी और विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कैलाश सोड़ाणी जी भी उपस्थित रहे।

उल्लेखनीय है कि विधानसभाध्यक्ष वासुदेव देवनानी लम्बे समय से उदयपुर की विधाभवन इंस्टिट्यूट में रहें है और वे अपने गृह नगर अजमेर के साथ उदयपुर को भी अपना घर ही मानते है। इसी प्रकार पूर्व विधानसभाध्यक्षों में डॉ सी पी जोशी उदयपुर के अलावा नाथद्वारा,राजसमन्द के मूल निवासी है लेकिन वर्षों तक सुखाड़िया विश्व विद्यालय उदयपुर में प्रोफेसर रहें है। वयोवृद्ध कैलाश मेघवाल भी मेवाड़ से चुनाव जीतते आए है और उदयपुर के जाने-माने वकील भी रहें ।शान्ति लाल चपलोत पूर्व विधानसभाध्यक्ष दिवंगत निरंजन नाथ आचार्य की परम्परागत सीट उदयपुर जिले की मावली विधानसभा सीट से विधायक और उदयपुर के सांसद रहें है। वे जाने माने एडवोकेट है तथा उदयपुर के बाशिंदे है ।