अभिषेक व सुखजीत की कलाकारी से चीन की मजबूत दीवार तोड़ 7-0 से जीत भारत शीर्ष पर रह फाइनल में

Abhishek and Sukhjeet's skills broke China's strong wall and India won 7-0 and remained on top and entered the final

भारत की कोशिश फाइनल भी जीत सीधे विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई करने की

सत्येन्द्र पाल सिंह

राजगीर (बिहार) : भारत के स्ट्राइकर खासतौर पर अभिषेक और सुखजीत सिंह बदली रणनीति से खेलते हुए चीन की मजबूत घेरेबंदी को तोड़ा और तब तक गेंद को कब्जे में रखा जब तक साथी स्ट्राइकर इसे कब्जे में लेने के लिए सही जगह नहीं पहुंचा। अभिषेक के दो व शिलानंद लाकरा, सुखजीत, राजकुमार पाल के हॉकी की कलाकारी दिखा दागे एक एक मैदानी गोल तथा पेनल्टी कॉर्नर पर लौटती गेंद पर दिलप्रीत और मनदीप सिंह के एक एक गोल की बदौलत भारत ने चीन की मजबूत दीवार को तोड शनिवार को यहां 12 वें पुरुष हॉकी एशिया कप के अंतिम सुपर 4 मैच में 7-0 से हराकर सुपर 4 में दो जीत और एक ड्रॉ के साथ कुल सात अंकों के साथ शीर्ष पर रहकर फाइनल में स्थान बना लिया। भारत की कोशिश फाइनल भी जीत सीधे 2026 में बेल्जियम और नीदरलैंड में होने वाले पुरुष हॉकी विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई करने की होगी। भारत ने अपना अभियान पूल ए में चीन पर 4-3 की जीत से शुरू किया और सुपर 4 का समापन उसे पूरी तरह ध्वस्त करके किया। तीन बार का चैंपियन भारत अब फाइनल मे रविवार को पांच बार के और मौजूदा चैंपियन दक्षिण कोरिया से भिड़ेगा। भारत के साथ अपना पहला सुपर 4 मैच दो दो गोल से ड्रॉ कराने वाली दक्षिण कोरिया ने 1-3 से पिछड़ने के बाद मलयेशिया को4-3 से हरा पहली जीत के साथ तीन मैचों में एक ड्रॉ, एक हार और एक जीत के साथ चार अंकों के साथ दूसरा स्थान पाया।

भारत की धमाकेदार जीत पर कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा,‘ मुझे खुशी है कि हमारी टीम कदम ब कदम अपना प्रदर्शन बराबर बेहतर करते हुए फाइनल में पहुंची है। चीन के खिलाफ हमारी अग्रिम पंक्ति ने परस्पर तालमेल से खेलते हुए जिस तरह गोल करने के ज्यादातर मौकों को भुनाया हम अब फाइनल में दक्षिण कोरिया के खिलाफ भी इसी तरह की बेहतरीन हॉकी खेलेंगे। बेशक दक्षिण कोरिया के खिलाफ हमारा पहला सुपर 4 मैच दो दो गोल से ड्रॉ रहा था लेकिन हमने मलयेशिया और चीन के खिलाफ अपने दोनों आखिरी सुपर 4 जिस दमदार ढंग से जीते है उसी तरह हमारी कोशिश अब दक्षिण कोरिया के खिलाफ फाइनल जीतने की होगी।

चीन के अभिषेक और सुखजीत के घेरने पर शिलानंद लाकरा और मनदीप सिंह के साथ हार्दिक और मनप्रीत जैसे आक्रामक मिडफील्डरों को ज्यादा डी में घुसने का मौका मिला। भारत के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने खासतौर पर लंबे एरियल बॉल डी के भीतर गेंद दी और इसका हार्दिक और अभिषेक ने लाभ उठा भारत को शुरू के दो क्वॉर्टर में दो पेनल्टी कॉर्नर दिलाए। भारत ने इन दोनों पेनल्टी कॉर्नर को भारत ने गोल में भी बदल अपना दबदबा बनाए रखा। भारत की मध्यपंक्ति में दिलप्रीत, हार्दिक , मनप्रीत और राज कुमार पाल ने बराबर स्ट्राइकरों के लिए आगे गेंद बढ़ाने के साथ खुद भी गोल करने के मौकों को भुनाने की कोशिश की

कप्तान हरमनप्रीत सिंह के मैच के सातवें मिनट में हाफ लाइन से लंबे तिरछे पास को दाएं जर्मनप्रीत सिंह ने डी के भीतर संभाला और बाएं से डी में घुसे शिलानंद लाकरा ने लपक कर चीन के गोलरक्षक विहाआ यांग को छका कर गोल में डाल कर भारत का खाता खोला। कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने तीन मिनट बाद मिले मैच पहले पेनल्टी कॉर्नर पर तेज फ्लिक पर गोलरक्षक विहाओ यांग के पैड को लगकर लौटती गेद को दिलप्रीत सिंह ने गोल में डाल कर भारत की बढ़त 2-0 कर दी। अगले पांच मिनट में अभिषेक के पास पर राज कुमार पाल और संजय ने डी क भीतर गलत निशाने जमाकर भारत का बढ़त को बढ़ाने के मौके गंवा दिए। भारत ने पहले क्वॉर्टर के खत्म होने तक 2-0 की बढ़त ले ली। चीन ने भारत के स्ट्राइकर सुखजीत को घेरने के लिए उनके पीछे शिहाओ ययो नान मेंग को और अभिषेक को घेरने खुद कप्तान चोंगकोंग चेन को बतौर मार्कर लगाया लेकिन ये दोनों परस्पर स्थान बदल कर खेलते हुए उन्हें गच्चा देने में कामयाब रहे। भारत को तीसरे क्वॉर्टर के तीसर मिनट में जुगराज के लंबे स्लैप पर मैच का दूसरा पेनल्टी कॉर्नर मिला और इस पर कप्तान हरमनप्रीत सिंह के फ्लिक को चीन के गोलरक्षक ने रोकने की कोशिश लेकिन लौटती गेंद पर विवेक सागर ने संभाला तेज शॉट लगाया लेकिन इसे गोलरक्षक विहाआ यांग ने रोकने की कोशिश की लेकिन वहीं डी में मंडराते मनदीप सिंह ने लपक कर गेंद को गोल में डाल कर भारत की बढ़त 3-0 कर दी। भारत ने हमले जारी रखे और दो मिनट हार्दिक सिंह ने डी के भीतर से तेज शॉट लेकिन इस बार चीन के गोलरक्षक विहाआ यांग ने रोक लिया। गेंद भारत के स्ट्राइकर मनदीप, शिलानंद, अभिषेक और शिलानंद के कब्जे में रही और चीन की टीम बमु्श्किल एक बार गेंद ले दूसरे क्वॉर्टर के आखिर भारत की डी में पहुंची लेकिन इसे मेजबान टीम की रक्षापंक्ति ने बेकार कर दिया।

दिलप्रीत को बाएं डी के ठीक उपर गेंद मिली और इस पर उनके तेज शॉट को गोलरक्षक विहाआ यांग ने रोक कर बेकार कर भारत को अपनी बढ़त और बढ़ाने से रोक दिया। विवेक सागर प्रसाद ने डी के उपर से गेंद शिलानंद को दी और इस दिलप्रीत के शॉट को गोलरक्षक ने रोका लेकिन लौटती गेंद को वहीं डी में खड़े राजकुमार पाल ने लपक कर गोल में डाल भारत को मैच के 37 वें मिनट में 4-0 से आगे कर दिया। दिलप्रीत के डी के बाहर से स्लैप शॉट पर सुखजीत सिंह ने डी के भीतर गोता लगा कर गेंद को फ्लिक कर गोल में डाल भारत को 5-0 आगे कर उसकी जीत लगभग पक्की कर दी। दिलप्रीत से सुखजीत ने चौथे क्वॉर्टर के पहले ही मिनट में गेंद संभाल दाएं से बढ़ते अभिषेक के लिए गेंद बढाई और बहुत इत्मिनान से गेंद को संभाल कर मैच का अपना पहला गोल कर भारत की बढ़त 6-0 कर दी।विवेक सागर के लंबे स्लैप शॉट पर गेंद डी के भीतर शिलानंद लाकरा की स्टिक से लगकर अभिषेक को मिली और रिवर्स स्टिक से मैच का अपना दूसरा गोल कर 50 वें मिनट में भारत को 7-0 कर दी और यह मैच का आखिरी गोल साबित हुआ।

हयुनहोंग किम के दो गोल से द कोरिया पिछड़ने के बाद जीता : हयुनहोंग किम के पेनल्टी कॉर्नर पर दो गोल की बदौलत की बदौलत 1-3 से पिछड़ने के बाद मौजूदा और पांच बार के चैपियन ने मलयेशिया को अपने तीसरे और आखिरी सुपर 4 मैच में 4-3 से हरा करशनिवार को 4-3 से हरा कर तीन मैचों से चार अंक के साथ फाइनल में स्थान बना लिया।सुपर 4 में चीन पर जीत से आगाज करने वाली मलयेशिया की टीम भारत से 1-4 और दक्षिण कोरिया से 3-4 अगले दो मैच लगातार हार कर फाइनल की होड़ से हो गई। दक्षिण कोरिया ने सुपर 4 में भारत से अपना मैच दो दो गोल ये ड्रॉ खेला लेकिन अगले में चीन से 0-2 से हार गई लेकिन आखिरी अहम मैच में मलयेशिया पर जीत के साथ अपनी उम्मीदें बरकरार रखी। दक्षिण कोरिया के सुपर चार में तीन मैचों एक ड्रॉ, एक हार और एक जीत के साथ कुल चार अंक रहे। फित्री सारी ने मैच के नौंवे मिनट मे दाएं से गेंद को लेकर तेज फर्राटा लगाया और पूरी रक्षापंक्ति और आगे बढ़ आए दक्षिण कोरिया के गोलरक्षक जाइहान किम को छका गोल कर मलयेशिया को 1-0 से आगे कर दिया। हयोंगहांग किम ने मैच के 24 वें मिनट मिले दूसरे पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदल कर दक्षिण कोरिया को एक एक की बराबरी दिला दी। दो मिनट बाद मिले दूसरे पेनल्टी को मलयेशिया के गोलरक्षक हफीजुद्दीन ऑथमैन ने रोकने की कोशिश लेकिन गेंद उनके पैड से लगकर लौटी और दक्षिण कोरिया को मैच का तीसरा पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन इस पर गेंद ही नहीं रुकी। आइमैन रॉजमैन ने दूसरा क्वॉर्टर खत्म होने से मिनट भर पहले दाएं से जोरदार जवाबी हमला बोल कर डी के ठीक उपर से जोरदार शॉट जमा दक्षिण कोरिया के गोलरक्षक जाइहान किम को छका गोल कर मलयेशिया को 2-1 से आगे कर दिया। मलयेशिया हाफ की टीम हाफ टाइम तक 2-1 से आगे रही। सैयद चोलन ने तीसरे क्वॉर्टर के पहले ही मिनट में पहले पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदल कर मलयेशिया को 3-1 से आगे कर दिया। दक्षिण कोरिया के सियोंग हो ने तीसरा क्वॉर्टर खत्म होने से ठीक एक मिनट पहले बाएं से डी में घुस कर बेहतरीन मैदानी गोल कर स्कोर 2-3 कर दिया। चौथे क्वॉर्टर के पांचवें मिनट में कप्तान जंगजुन ली मैदानी गोल करदक्षिण कोरिया को तीन तीन की बराबरी दिला दी। हयोंगहोंग किम ने अगले मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मैच का अपना दूसरा गोल कर दक्षिण कोरिया को 4-3 से आगे कर दिया और यह मैच का अंतिम गोल साबित हुआ।