रविवार दिल्ली नेटवर्क
जयपुर। खादी मंत्री श्रीमती शकुंतला रावत ने कहा कि खादी को उसकी वास्तविक पहचान दिलाने के लिए एग्रेसिव मार्केटिंग के साथ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का भी इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि खादी के उत्पादों की गुणवत्ता और सहज उपलब्धता पर कार्ययोजना बनाकर काम किया जाएगा ताकि खादी की पहुंच एक बार फिर घर-घर तक हो सके।
श्रीमती रावत गुरुवार को यहां जवाहर लाल नेहरू मार्ग स्थित खादी घर में बजट क्रियान्वयन के संबंध में समीक्षा बैठक कर रही थी। उन्होंने कहा कि हालांकि खादी वापस चलन में आ रही है लेकिन ज्यादा से ज्यादा लोग इसे अपनाएं इसके लिए विभाग को कार्ययोजना बनाकर कार्य करना होगा। उन्होंने अधिकारियों को हर जिले में महीने भर की प्रदर्शनी लगाने के निर्देश दिए, जिसमें खादी संबंधी उत्पादों को प्रदर्शित कर और उसका व्यापक प्रचार-प्रसार भी हो। उन्होंने कहा कि खादी के उत्पादों को ऑनलाइन कंपनियों के साथ जोड़ा जाएगा ताकि उपभोक्ता इन्हें घर बैठे भी खरीद सकें।
खादी मंत्री ने कहा कि मुख्यंमत्री की बजट घोषणाओं में अधिकतर घोषणाएं मूर्त रूप् ले चुकी हैं कुछ प्रगतिरत हैं उन्हें जल्द से जल्द पूरा करवाया जाएगा। उन्होंने कर्मचारियों के अभाव में चल रहे कार्यालयों को सुदृढ़ बनाने के लिए प्रतिनियुक्ति या संविदा पर कार्मिक लगाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कतिनों, बुनकरों और चर्मकारों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आधुनिक मशीनों से प्रशिक्षण देकर उन्हें ऋण उपलब्ध कराने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री लघु प्रोत्साहन योजना के जरिए भी जरूरतमंदों को ब्याज अनुदान राशि दी जा सकती है ताकि लघु और कुटीर उद्योगों को नई ऊर्जा मिल सके।
राजस्थान खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष श्री बृजकिशोर शर्मा ने कहा कि खादी को आमजन की जरूरत बनाने के लिए कार्ययोजना बनाई जा रही है। आज के दौर की जरूरत के अनुसार इसके विपणन और प्रचार-प्रसार में बदलाव भी किए जा रहे हैं। व्यापक स्तर पर लोगों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
बैठक में सचिव श्री मूलचंद से विगत 2019 से 2022 तक बजट घोषणाओं के क्रियान्वयन के संबंध में विस्तार से बताया। इस अवसर पर राजस्थान खादी ग्रामोद्योग संघ के मंत्री श्री अनिल शर्मा सहित अधिकारीगण उपस्थित रहे।