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मेकॉन के साथ हॉकी विश्व कप और एशियाई खेलों से पहले स्ट्राइकरों के साथ और सत्र आयोजित करने की उम्मीद
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह की अगुआई में भारतीय पुरुष हॉकी टीम भुवनेश्वर मे एफआईएच प्रो लीग 2024 -25 के घरेलू चरण में अपने आठ में से पांच मैच जीत 15अंकों के साथ तीसरे स्थान पर पहुंच गई। भारत की इस बढ़िया प्रदर्शन में प्रो लीग में उसके स्ट्राइकरों के लिए ऑस्ट्रेलिया की 2004 के एथेंस ओलंपिक की स्वर्ण पदक विजेता और 2005 की चेन्नै में चैपियंस ट्रॉफी जीतने वाली टीम के सदस्य रहे माइकल मेकॉन के मार्गदर्शन में 6 से 12 फरवरी यानी एक हफ्ते के शिविर का अहम योगदान रहा। मेकॉन बीते आठ बरस से जर्मनी की अडर 21 अैर सीनियर टीम के स्ट्राइकरों का डी के भीतर के कौशल गोल करने का कौशल सुधारने के लिए काम लिए मार्गदर्शक के रूप में जुटे है। भारतीय पुरुष हॉकी टीम फिलहाल ब्रेक पर है और नई दिल्ली में हॉकी इंडिया सालाना अवॉर्ड के बाद मध्य मार्च में फिर इकट्ठा होगी।
भारत की पुरुष हॉकी टीम को इस साल एशिया कप और अगले साल 2026 मध्य अगस्त में बेल्जियम व नीदरलैंड में विश्व कप और सितंबर -अक्टूबर में एशियाई खेलों में शिरकत करनी है। भारत की पुरुष हॉकी टीम के लिए 2028 के लॉस एंजेल्स ओलंपिक के लिए सीधे क्वॉलिफाई करने के लिए एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतना बेहद अहम है। पुरुष हॉकी विश्व कप और एशियाई खेलों से अहम टूर्नामेंट के लिए मैकान जैसे स्ट्राइकरों के विशेषज्ञ की सेवाएं लेने को अहम बताते हुए भारतीय पुरुष हॉकी टीम के चीफ कोच क्रेग फुल्टन ने कहा, ‘एफआईएच प्रो लीग में अपना अभियान शुरू करने से पहले माइकल मेकॉन को अपने स्ट्राइकरों के मार्गदर्शन के लिए भारतीय टीम के साथ एक हफ्ते के स्ट्राइकरों के शिविर के लिए जोड़ना बहुत अच्छा था। मेकॉन को एक हफ्ते के स्ट्राइकर शिविर के लिए जोड़ने से टीम के खासतौर पर नौजवान स्ट्राइकरों को मदद मिली। मेकॉन को भारतीय टीम के साथ एक हफ्ते के स्ट्राइकरशिविर के लिए जोड़ना खासतौर पर स्ट्राइकरों के लिए बहुत कारगर रहा। हमने इस शिविर में ज्यादा बेसिक्स पर बात की ही और मैदान से बाहर भी अपने खिलाड़ियों के लिए एक घंटे के सत्र का भी आयोजन किया जिससे कि हमारे खिलाड़ी उनके साथ बातचीत कर सकें। हम अब हम मेकॉन के साथ अगले साल होने वाले पुरुष हॉकी विश्व कप और एशियाई खेलों से पहले अपने स्ट्राइकरों के साथ ऐसे और सत्र आयोजित करने की उम्मीद करते हैं।’
मेकॉन ने डी के भीतर निशानेबाजी बेहतर करने की बाबत बताया : मनदीप सिंह
मेकॉन के साथ स्ट्राइकरों के एक हफ्ते के शिविर की बाबत भारत के अनुभवी स्ट्राइकर मनदीप सिंह ने कहा, ‘माइकल मेकॉन के साथ एक हफ्ते का स्ट्राइकरों के लिए शिविर बहुत अच्छा रहा। मेकॉन की मैदान पर स्ट्राइकरों से संबद्ध बेहतरीन जानकारी है बल्कि उन्होने मैदान के बाहर उनके साथ बैठके भी बहुत ज्ञानवर्द्बक रहीं, जहां उन्होंने खास क्षेत्रों की बाबत हमें बहुत सी छोटी क्लिन दिखा बतौर स्ट्राइकर हमारा ज्ञानवर्द्धन किया। मैंने खास तौर पर उनकी डी के भीतर और गोल से दो फुट से शॉट लगाने की मूल बातो का पूरा लुत्फ उठाया। मेकॉन ने खासतौर पर हम स्ट्राइकरों डी के भीतर निशानेबाजी बेहतर करने की बाबत बताया। मेकॉन ने हमें बताया कि डी के भीतर नौ गज से दो टच से गोल करने की रोचक कला की बाबत बताया और उन्होने हमें इसमें पारंगत करने में मदद की। मेकॉन ने हमें छोटी छोटी बातें मसलन गेंद को स्टिक पर लेते समय शरीर का कोण और डी में प्रतिद्वंद्वी टीम के रक्षकों को छकाने गेंद को पास देने का छलावा करने जैसी बातें बताई और उनसे ये सब सीखने में बहुत मजा आया। यदि आप हमारी भारतीय टीम के एफआईएच प्रो लीग के प्रदर्शन को देखेंगे तो आपको मालूम पड़ेगा कि हमने बहुत मैदानी गोल किए। हमारे लिए यह बहुत बढ़िया सीख थी। हमने स्ट्राइकरों के शिविर में जो कुछ सीखा उसे हमने मैचों में दिखाया।’
मेकॉन की बताई बारीकियों का भविष्य में लाभ मिलेगा : उत्तम सिंह
भारत के नौजवान स्ट्राइकर उत्तम सिंह ने स्ट्राइकर शिविर से मिली सीख पर जोर देने के साथ हॉकी इंडिया का आभार जताया। उत्तम ने कहा, ’ मैंने स्ट्राइकर शिविर में मुझे जिन चीजों को बेहतर करने में मजा आया उनमें खासतौर था अपनी निशानेबाजी बेहतर करना। माइकल मेकॉन ने हमें बताया कि जब हम गोल करने का पूरा प्रयास नहीं कर पाते तो मैच को कैसे खत्म किया जाए। गेंद को लेते समय हमें दूसरे छोर पर किस पॉजिशन पर होना चहिए और हमें हॉकी किस ओर से पकड़नी चाहिए और जब हम स्ट्राइक करते हैं तो गोलरक्षक कहां मुड़ने वाला है इस सब बारीकियों की बाबत बताया और मुझे इन सबका भविष्य में लाभ मिलेगा। मेरे जैसे नौजवान के लिए यह बहुत शानदार अनुभव था।