आदिपुरुष फिल्म बैन होनी चाहिए : सुभाष मलिक

रविवार दिल्ली नेटवर्क

नयी दिल्ली : भगवान बजरंग बली हिन्दुओं के बड़े पूजनीय भगवान है। इन्हे भगवान शंकर का रूप भी माना जाता है। ऐसे मे आदिपुरुष फिल्म के संवाद लेखक मनोज मुंतशीर का ये कहना कि बजरंग बली भगवान ही नहीं उनको जूते मारने चाहिए। आदिपुरुष फिल्म मे हमारे भगवानो और ग्रन्थो का अपमान हुआ है। ये फिल्म बैन होने के साथ remove भी होनी चाहिए ये फिल्म इतिहास के पन्नो से हटनी चाहिए।

अयोध्या की रामलीला के अध्यक्ष श्री सुभाष मलिक जी ने बोला आदिपुरुष फिल्म मे हिन्दू धर्म को अपमानित किया गया है। ये सहन नहीं किया जाएगा। हमारे भगवानों के रूप को बदल दिया है। ये फिल्म बैन होनी चाहिए। अयोध्या की रामलीला के राम श्री राहुल भूचर जी का रूप और उनका पहनावा देखिए और आधिपुरुष फिल्म मे राम का पहनावा देखिए। हमारी एक ही गुजारिश है इस फिल्म को बैन किया जाए।

हम अयोध्या में प्रभु राम की रामलीला करते हैं। हमारा उदेश्य ये है कि हमारी आने वाली युवा पीढ़ी उनको प्रभु श्री राम से जाने की भगवान राम जी, हनुमान जी, माता सीता जी कौन थे। ऐसे दुष्ट राइटर जो ऐसी फिल्म बनाते है तो हमारी युवा पीढ़ी के दिमाग में गंद भर रहे हैं ओर हमारे भगवानो के रूपो के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। मैंने फिल्म को अच्छे से देखा है। ये फिल्म गलत है और रामायण के आस पास भी नही है। मैं सेंसर बोर्ड को रिक्वेस्ट करता हूं की फिल्म को बैन और हटाया जाए ओर इतिहास के पन्नो से इसका नाम लुप्त होना चाहिए। इसके लिए मैं किसी अभिनेता को बुरा नहीं बोलता, लेकिन निर्देशक और लेखक की गलती समाझता हूँ।