राजनीतिक नेतृत्व को बचाने के लिए एकजुट हुआ अग्रवाल समाज

Agrawal society united to save the political leadership

दलगत राजनीति से ऊपर उठकर अरविंद केजरीवाल का किया समर्थन

रविवार दिल्ली नेटवर्क

नई दिल्ली : अग्रवाल समाज को संगठित कर राजनीति में उसकी भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से गठित ‘अग्रवाल की आवाज’ संगठन दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी राजनीतिक ताकत दिखाने के लिए पूरी दिल्ली में लगातार बैठकों का आयोजन कर रही है। इन बैठकों में अग्रवाल समाज के सैकड़ों लोग शामिल हो रहे हैं और राजनीतिक रूप से समाज का प्रतिनिधित्व मजबूत करने का संकल्प ले रहे हैं। इसी कड़ी में 28 दिसंबर को कृष्णा नगर एवं विश्वास नगर विधानसभा क्षेत्र के गगन विहार में महावीर गोयल, नरेश कुमार गर्ग और पवन बंसल द्वारा बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता, संगठन के अध्यक्ष राजेश गोयल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष शिखा गर्ग, महामंत्री अनीता मुकीम सहित बड़ी संख्या में अग्रवाल समाज के लोग मौजूद रहे।

राजनीतिक क्षेत्र में अग्रवाल समाज का घटता प्रतिनिधित्व चिंता का विषय

बैठक को सम्बोधित करते हुए पूर्व राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता ने अग्रवाल समाज से एकजुट होकर अपने राजनीतिक नेतृत्व को सशक्त करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम से लेकर देश के विकास में अग्रवाल समाज का योगदान हमेशा महत्वपूर्ण रहा है, लेकिन राजनीतिक क्षेत्र में इसका प्रतिनिधित्व लगातार घट रहा है। उन्होंने चिंता जताई कि पहले केंद्र सरकार में समाज से 7-8 मंत्री हुआ करते थे, जो अब घटकर केवल एक रह गए हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह यही है कि अग्रवाल समाज कभी भी संगठित होकर विरोध नहीं जताता।

डॉ. गुप्ता ने उदाहरण देते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल से डॉ. हर्षवर्धन और दिल्ली सरकार से मंगतराम सिंघल को उनके पद से हटाए जाने पर दूसरी पार्टी से होने के बावजूद उन्होंने खुलकर विरोध किया, लेकिन अग्रवाल समाज तब भी चुप रहा। उन्होंने याद दिलाया कि कभी उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में अग्रवाल समाज से मुख्यमंत्री हुआ करते थे, लेकिन अब केवल दिल्ली में समाज का एक मुख्यमंत्री चेहरा बचा है, जिसे हटाने के लिए षड्यंत्र रचे जा रहे हैं। डॉ. गुप्ता ने समाज के लोगों से आग्रह किया कि वे दलगत राजनीति से ऊपर उठकर अरविंद केजरीवाल का समर्थन करें और अपने नेतृत्व के साथ मजबूती से खड़े रहें। उन्होंने विश्वास जताया कि समाज की एकजुटता से अपने राजनीतिक नेतृत्व को राष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ाया जा सकेगा।

सेवा कार्यों से आगे बढ़कर राजनीतिक ताकत को भी मजबूत करे अग्रवाल समाज

संगठन के अध्यक्ष राजेश गोयल ने कहा कि अग्रवाल समाज की अनगिनत संस्थाएं धर्म और समाज सेवा के क्षेत्र में सराहनीय योगदान दे रही हैं। लेकिन अब समय आ गया है कि हम सेवा कार्यों से आगे बढ़कर अपनी राजनीतिक ताकत को भी मजबूत करें। इसी उद्देश्य से ‘अग्रवाल की आवाज’ का गठन किया गया है, जो समाज को एकजुट कर समाज के नेतृत्व को सशक्त बनाने का प्रयास करेगा।

उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में अग्रवाल समाज के नेतृत्व को राजनीतिक षड्यंत्रों का सामना करना पड़ रहा है। उद्योग और व्यापार से जुड़े इस समाज को डराने-धमकाने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे पूरे देश में असुरक्षा का माहौल बन रहा है। राजेश गोयल ने कहा कि यदि हमारा राजनीतिक नेतृत्व मजबूत होगा, तो कोई भी ताकत हमें अनावश्यक रूप से परेशान करने की हिम्मत नहीं कर पाएगी।

राजनीति में समाज की एकता ही होती है सबसे बड़ी ताकत

संगठन महामंत्री अनीता मुकीम ने कहा कि समाज की सबसे बड़ी ताकत उसकी एकता है। हमें अपनी वोट शक्ति का प्रभाव दिखाकर राजनीति में उचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना होगा। दिल्ली विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों और 250 निगम वार्डों में ‘अग्रवाल की आवाज’ संगठन समाज को एकजुट कर उसकी राजनीतिक ताकत बढ़ाने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही इस संगठन का विस्तार पूरे देश में किया जाएगा।

सबसे ज्यादा टैक्स देने के बावजूद अग्रवाल समाज राजनीति में पिछड़ रहा

वरिष्ठ उपाध्यक्ष शिखा गर्ग ने कहा कि अग्रवाल समाज का आर्थिक योगदान देश में सबसे ज्यादा है। देश की कुल संपत्ति का 28 फीसदी, जीडीपी का 20 फीसदी, और इनकम टैक्स का 24 फीसदी योगदान अग्रवाल समाज करता है। इसके बावजूद राजनीति में समाज का प्रतिनिधित्व नगण्य है। उन्होंने अग्रवाल समाज को नोटबैंक से आगे बढ़कर वोटबैंक के रूप में खुद को स्थापित करने की अपील की।

बैठक के सपापन पर उपस्थित सभी अग्रबंधुओं का आभार व्यक्त करते हुए साहिब चंद ने कहा कि अग्रवाल समाज को अपनी शक्ति पहचानने और अपने समाज के नेतृत्व को समर्थन देकर उसे सशक्त करने की आवश्यकता है। उन्होंने अरविंद केजरीवाल सहित समाज के सभी नेताओं को समर्थन देने की अपील की। बैठक में तमाम अन्य अग्रबंधुओं ने भी अपने विचार व्यक्त किए। सभी ने एक स्वर में यह निर्णय लिया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव से शुरू होकर पूरे देश में अग्रवाल समाज के नेतृत्व को मजबूती दी जाएगी। ‘अग्रवाल की आवाज’ संगठन का यह प्रयास समाज के लिए एक नई दिशा की शुरुआत है।