रविवार दिल्ली नेटवर्क
लखनऊ : पढ़ाई कर रहे युवाओं को अपनी नौकरी और व्यवसाय चुनने के लिए भविष्य पर निर्भर नहीं रहना चाहिए, उन्हें अपने कौशल और महत्वाकांक्षाओं को अभी से आकार देना शुरू कर देना चाहिए क्योकि आने वाले समय में उन लोगों की तरक्की सबसे ज्यादा होगी जो भावी चुनौतियों और अवसरों के अनुरूप अभी से खुद को ढालने के लिए तैयार हैं। सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने ट्वीट कर भारत की युवा पीढ़ी को ये सलाह दी है।
सोमवार को डॉ. सिंह ने अपने आधिकारिक एक्स(ट्विटर) पर पोस्ट कर लिखा कि आज की दुनिया तेजी से डिजिटलीकृत हो रही है, ऐसे में उभरते नौकरी के अवसरों को समझना और उनके अनुरूप सही स्किल्स हासिल करना सबसे महत्वपूर्ण है। विधायक ने अपने ट्वीट में भविष्य के उभरते क्षेत्र और उनमें नौकरी की संभावनाओं और उनसे सम्बंधित कोर्सों का उल्लेख करते हुए लिखा कि अगले 5 सालों में एआई और मशीन लर्निंग के क्षेत्र में 71% मांग बढ़ेगी जबकि डेटा साइंस के क्षेत्र में 2029 तक 31% नौकरियाँ बढ़ेंगी, साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में 2031 तक 35% नौकरियों की वृद्धि होगी और 2030 तक रोबोटिक्स फील्ड का 19% अधिक विस्तार होगा।
विधायक ने आगे जोड़ा कि 2025 तक क्लाउड कंप्यूटिंग का बाजार 832.1 बिलियन डॉलर और 2026 तक डिजिटल मार्केटिंग उद्योग 876 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा, टेलीहेल्थ उद्योग में 2028 तक 25.2% की वृद्धि संभावित है। डॉ. सिंह ने वर्ल्ड इकोनोमिक फोरम फ्यूचर ऑफ़ जॉब्स रिपोर्ट का हवाला देते हुए आगे लिखा कि 2025 तक 50% नौकरियों को रिस्किल करने की आवश्यकता होगी। एआई 2025 तक मौजूदा 18 लाख नौकरियों के अस्तित्व को खत्म करते हुए 23 लाख नौकरियां सृजित करेगा। डेल टेक्नोलॉजीज के अनुमान के अनुसार 2030 में प्रचलित 85% नौकरियाँ अभी तक मौजूद नहीं हैं। इस लिए युवा पाठ्यक्रम: मशीन लर्निंग, डेटा साइंस आदि डिजिटल स्किल्स के साथ आगे बढ़ें और अपने भविष्य में निवेश करें।
बता दें कि राजधानी लखनऊ की सरोजनीनगर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में युवा पीढ़ी का उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करने के लिए लगातर सुविधा, संसाधन और अवसर भी दिला रहे हैं। इस सम्बन्ध में विधायक ने त्रिस्तरीय दृष्टिकोण प्रस्तुत करते हुए रण बहादुर सिंह डिजिटल शिक्षा एवं युवा सशक्तिकरण केन्द्रों की स्थापना कर युवाओं को निःशुल्क डिजिटल कोर्सेज की ट्रेनिंग दिला रहे हैं अबतक 7 केन्द्रों की स्थापना ह चुकी है, डॉ. सिंह का लक्ष्य 100 केन्द्रों की स्थापना कर कम से कम 50 हजार युवाओं को डिजिटल ट्रेनिंग से जोड़ना है।
डॉ. राजेश्वर सिंह अपनी विधानसभा क्षेत्र के मेधावी छात्रों को लगातार डिजिटल डिवाइसेस भी उपलब्ध करवा रहे हैं। उनके द्वारा अबतक करीब 1 हजार मेधावी छात्र – छात्राओं को लैपटॉप, स्मार्ट फ़ोन और टेबलेट्स बांटे गएँ, यही नहीं डॉ. सिंह ने 18 कॉलेज में डिजिटल स्मार्ट बोर्ड पैनल स्थापित करवाए, 25 कॉलेज में डिजिटल लैब स्थापित करवाई, यही नहीं विधायक ने अपने क्षेत्र में बेसिक विद्यालय पहाड़पुर को गोद लेकर उसमें स्मार्ट क्लास रूम, रोबोटिक्स और स्टेम लैब तथा प्लेनेटोरियम भी स्थापित करवाया है।