एयर पिस्टल इंटरनेशनल गोल्ड मेडलिस्ट विनर को 2025 वर्ल्ड कप जीतने के लिए मिले हौंसले के पंख

Air Pistol International Gold Medalist Winner gets wings of courage to win the 2025 World Cup

मोहित त्यागी

गाजियाबाद के गढ़ी गुलधर गांव में साधारण परिवार में रहकर पूरे विश्व पटल पर भारतवर्ष का नाम 10 मीटर एयर पिस्टल में रोशन करने वाली देश की बेटी अंजली चौधरी सुपुत्री प्रदीप चौधरी ने 2022 से लगातार नेशनल और इंटरनेशनल विनर बनकर मेडल हासिल करने का काम किया है। देश का नाम रोशन किया है। अंजली चौधरी ने संघर्ष के साथ इन मुकामों को हासिल किया है उसका शुरू से ही सोचना रहा है कि मैं अकादमी की पिस्टल से अपने लक्ष्य को जितनी कठिनाई से पूरा कर पा रही हूं निश्चित रूप से अगर मेरी स्वयं की पिस्टल होती तो मैं अंतर्राष्ट्रीय पटल पर भारत का नाम समय से पहले रोशन करने का काम करती । अंजलि के मन की पीड़ा को समझते हुए उसके लक्ष्य को पूरा करने में उसकी मदद के लिए गाजियाबाद के पूर्व महापौर आशु वर्मा ने पहल की उनके चिंतन से आज देश की होनहार बेटी अंजली चौधरी का सपना तब पूरा हुआ जब आशु वर्मा ने मदद के बढ़ते हाथों में समाजसेवी सचिन डागर, अवधेश चौधरी, हिमांशु चौधरी, कुशाल चौधरी, प्रदीप चौधरी, मनबीर चौधरी का हाथ जोड़ते हुए अंजली चौधरी के हाथों में नई एयर पिस्टल की राशि आशीर्वाद स्वरुप सौंप डाली। यह सब देखकर अंजलि भावुक हो गई और उसने कहा कि मैं समाज का और देश का नाम गौरवान्वित करने में विश्व ओलंपिक चैंपियनशिप में देश के लिए पदक लाकर दूंगी आप सभी ने मेरे हौसलों की उड़ान को पंख देने का काम किया है।

अंजलि के खेल का यह सफर वैसे तो लगभग 4 साल पहले शुरू हुआ जब वह मात्र 17 साल की थी । उसने अपने हुनर के चलते सबसे पहले अवार्ड 2022 में नेशनल अवार्ड के रूप में तीनों अवार्ड प्राप्त किए जिनमें गोल्ड सिल्वर और ब्रॉन्ज तीनों ही अवार्ड अपने नाम कराए। आगे के क्रम में दूसरा नेशनल अवार्ड 2023 में सिल्वर अवार्ड प्राप्त किया तथा 2023 में ही कोरिया जाकर वर्ल्ड चैंपियनशिप 2023 में भारत का प्रदर्शन करते हुए ब्रोंज मेडल हासिल किया। अंजलि के प्रतिभा प्रदर्शन का सिलसिला आगे भी जारी रहा और उसने देश के नाम एक और उपलब्धि हासिल करते हुए साउथ अमेरिका के लीमा पेरू में विश्व चैंपियनशिप में भागीदारी कर अक्टूबर 2024 में 10 मीटर एयर पिस्टल में गोल्ड मेडल जीता । अब उसके जूनियर वर्ग का पड़ाव लगभग पूरा हो चुका था अब भविष्य में उसे सीनियर वर्ग में खेलने की तैयारी में जुट जाने की चिंता भी है और जज़्बा भी है। वह लगातार अपने अभ्यास को पूरा करने में जुटी हुई है निश्चित रूप से अब वह 2025 के ओलंपिक में अच्छे प्रदर्शन के साथ विश्व पटल पर भारत का नाम रोशन करेगी।