संजय सक्सेना
लखनऊ : सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पंचायती राज एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश पर आजम खान को लेकर बड़ा हमला बोला है। आजम खान के गृह जनपद रामपुर में सरकारी दौरे पर पहुंचे राजभर ने खुलासा किया कि जब हम सपा के साथ थे, तब आजम खां से मिलने सीतापुर जेल जा रहे थे, लेकिन अखिलेश यादव ने रोक दिया। हमसे कहा कि आप वहां मत जाइए, हम उनको किनारे लगा रहे हैं और आप उनको बढ़ाने जा रहे हैं।
राजभर गत दिवस रामपुर आए थे। उन्होंने यहां कई विकास कार्यों का निरीक्षण करने के बाद मीडिया से भी बात की। सपा नेता आजम खां को लेकर बोले, आज वह जेल में बंद है। इसके लिए समाजवादी पार्टी जिम्मेदार है। अखिलेश यादव उन्हें पहले से ही किनारे करना चाहते हैं। अखिलेश ने मुसलमानों का वोट तो लिया, लेकिन उनका साथ नहीं दिया। कभी उनके लिए कोई भर्ती नहीं की गई, जबकि सपा की चार-चार बार सरकार रही। सपा ने आजम खान को कभी उपमुख्यमंत्री नहीं बनाया. उस समय मैं अखिलेश यादव के साथ था उन्हें तो गुलाम नेता चाहिए जो गूंगा-बहरा हो बोले न बस हां में हां करे, आजम खान के मामले में समाजवादी पार्टी दोषी है.
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जिस मामले में वह जेल में हैं उस मामले में समाजवादी पार्टी ने उन्हें फंसाया है. अगर सपा ने कानून के दायरे में होकर काम करती को आज वह जेल में नहीं होता. सपा ने आजम खान के साथ 100 प्रतिशत पक्षपात किया. अखिलेश यादव वोट के लिए मुस्लिमों को गुमराह करते हैं उन्हें वोट के लिए इस्तेमाल करते हैं और बीजेपी के खिलाफ भड़काते हैं. उन्होंने आजम परिवार के कोर्ट से 10 हजार हर्जाने के लिए समय मांगने के सवाल पर कहा पहले पहले तूती बोलती थी, वह राजा थे लेकिन अब वो बात नहीं रही है.
पंचायती राज एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि ग्राम पंचायतों को स्वच्छ बनाने के लिए जनसहभागिता आवश्यक है। जब ग्राम पंचायतें स्वच्छ होंगी तो देश भी स्वच्छ बना रहेगा। जहां गंदगी होती है, वहां पर कई प्रकार की बीमारियां उत्पन्न होती है। पर्यावरण संरक्षण के लिए भी सरकार का यह महत्वपूर्ण कदम है। ओपी राजभर ने लोगों से अपील की कि वे अपने घरों से प्रतिदिन ठोस और तरल कचरा स्वच्छाग्रही को देकर सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना को सफल बनाने में भूमिका निभाएं। यह बात उन्होंने शुक्रवार को अपने निरीक्षण कार्यक्रम के दौरान कही।