सपा परिवार में महाभारत के सभी पात्र : योगी आदित्यनाथ

All characters of Mahabharata in SP family: Yogi Adityanath

रविवार दिल्ली नेटवर्क

बरेली, बदायूं, एटा : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में रविवार को तीन जनपदों में धुआंधार प्रचार किया। उन्होंने बरेली की आंवला सीट से लोकसभा प्रत्याशी धर्मेन्द्र कश्यप, बदायूं सीट से दुर्विजय सिंह शाक्य और एटा के जलेसर में आगरा सीट से बीजेपी प्रत्याशी प्रो एसपी सिंह बघेल के लिए प्रचार अभियान की कमान संभालते हुए जनसभाएं कीं। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी के निशाने पर कांग्रेस और सपा के साथ ही पूरा इंडी गठबंधन रहा। उन्होंने कहा कि सपा परिवार में में महाभारत के सभी पात्र मिल जाएंगे। योगी ने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि उनके मेनिफेस्टो में देश के खिलाफ हिडेन एजेंडा छिपा हुआ है। कहा कि कांग्रेस सत्ता से दूर रहकर बिन पानी मछली जैसी तड़प रही है। वहीं समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि सपाई अखाड़ा सजने से पहले ही मार मान चुके हैं।

परिवार के बाहर सपा की सोच नहीं
बरेली के आंवला सीट के लिए जनसभा को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने सपा से 10 सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को 60-65 वर्ष, सपा-बसपा ने प्रदेश में तीन से चार बार शासन किया, फिर भी इन्होंने समस्याएं पैदा कीं। हम पूछना चाहते हैं कि देश के सामने पहचान, सुरक्षा का संकट पैदा करने वाले कौन हैं। देश को विकास से वंचित करने, भूखमरी से हुई मौतों का दोषी कौन हैं, अन्नदाता किसानों की मौत का जिम्मेदार कौन है, सपा-बसपा व कांग्रेस सरकार में तुष्टिकरण की घातक नीति के कारण हुए दंगे, निर्दोषों की मौत और व्यापारियों के नुकसान का दोषी कौन है, भ्रष्टाचार के कारण भारत के बाधित विकास का दोषी कौन है, बेरोजगारी के कारण 2014 के पहले पलायन करने वाले नौजवानों के जीवन से खिलवाड़ करने का दोषी कौन है, बिजली-पानी से जनता को वंचित करने का दोषी कौन है और इतने दशकों तक शासन करने के बाद भी कांग्रेस, सपा व बसपा ने आस्था से खिलवाड़ किया, इसका दोषी कौन है। सीएम ने कहा कि परिवार के बाहर सपा की सोच नहीं है। सहारा जाति का लेंगे, लेकिन घूम-फिर कर परिवार में ही आएंगे। सपा परिवार में महाभारत के सभी पात्र मिल जाएंगे।

सपा ने चुनाव का मजाक का विषय बना दिया
बदायूं के बिल्सी में जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी को निशाने पर लेते हुए कहा कि जो लोग ईश्वरी ताकत को चुनौती देते हैं उनका पतन तय है। उन्होंने कहा कि सपा ने लोकसभा चुनाव का मजाक बनाकर रख दिया है। सपा द्वारा बार बार अपने प्रत्याशियों को बदलना ये दिखाता है कि अखाड़ा सजने से पहले ही इन लोगों ने हार मान लिया है। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस को उसके मेनिफेस्टो के आधार पर आड़े हाथ लेते हुए कहा कि कांग्रेस देश के खिलाफ हिडेन एजेंडे पर काम कर रही है। योगी ने कहा कि पहले के पीएम अयोध्या जाने से संकोच करते थे। मोदी जी पहले प्रधानमंत्री हैं जो अयोध्या में राम जन्मभूमि दर्शन को गये और रामलला को 500 साल बाद उनके भव्य मंदिर में विराजमान भी कर दिया। सीएम ने कहा कि लोकसभा चुनाव चल रहा है। मगर इसे भी सपा ने मजाक का विषय बना दिया है। सपा ने इतनी बार अपना प्रत्याशी बदल दिया है कि अखाड़ा सजने से पहले ही वह अपनी हार मान चुकी है। यहां से तो चाचा ने भी पलायन करना ठीक समझा और भतीजे के पांव भी पहले ही उखड़ चुके हैं। सपा ने यही काम शाहजहांपुर, रामपुर और मेरठ में भी किया है।

जलेसर का घंटा जब गूंजता है तो…
एटा के जलेसर में आगरा लोकसभा सीट के लिए जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 500 वर्षों के बाद अयोध्या में रामलला का आगमन हुआ। यहां के हस्तशिल्पियों व कारीगरों ने 21 टन का घंटा ले जाकर अयोध्या में जलेसर की आवाज को पहुंचाने का कार्य किया। जलेसर का घंटा जब गूंजता है तो पूरे देश की आस्था फिर से जागृत होकर आपको धन्यवाद देती है। कांग्रेस ने 65 वर्ष और सपा-बसपा ने लंबे समय तक शासन किया, लेकिन उन्होंने न जलेसर की सुध ली और न ही उन्हें रामलला के मंदिर के बारे में अता-पता था। कांग्रेस ने कहा कि राम हुए ही नहीं। रामभक्त जब कहते थे कि रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे तो सपा कहती थी कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता। परिंदा तो क्या, अब वहां प्रतिदिन लाखों रामभक्त आ रहे हैं। सीएम ने मतदाताओं से अपील की कि कमल निशान पर पड़ने वाला आपका वोट रामलला के श्रीचरणों में भारत की समृद्धि के लिए जाएगा। सीएम योगी ने कहा कि होली खेलने के साथ ही 500 वर्षेों के बाद वहां रामलला का पावन जन्मोत्सव मनाया गया। भगवान सूर्य देव ने भी सूर्यवंश मणि भगवान राम का रामनवमी पर दोपहर 12 बजे तिलक किया। यह अवसर भाजपा सरकार के कारण आया है। सपा, बसपा व कांग्रेस के लोग आस्था व सुरक्षा के साथ खेलने वाले हैं। यह नहीं चाहते थे कि रामलला विराजमान हों।