रविवार दिल्ली नेटवर्क
जयपुर : म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के ……. इसी कहावत को सिद्ध करती है चुरु जिले के जिगसाना ताल की रहने वाली 5 बहनों की कहानी जो कि एक ही टीम में वालीबॉल की खिलाड़ी हैं। गौरतलब है कि इन दिनों प्रदेश में राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल चल रहे हैं जिनमें प्रदेशभर से आई ग्रामीण प्रतिभाएँ अपना हुनर दिखा रही हैं। राजधानी जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेड़ियम के बॉलीवाल कोट की कहानी थोड़ी अलग है जहां एक ही टीम में 5 बहनें अपना परचम लहरा रही हैं।
छोटे से गांव की रहने वाली ये 5 बहनें बॉलीवाल खेलती हैं और अब राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों के राज्य स्तरीय मुकाबलों में अपना जौहर दिखा रही हैं। राज्य स्तरीय मुकाबलों में 10 साल की नितिका टीम की कप्तान हैं। नितिका ने बताया कि वे रोजाना स्कूल जाने से पहले और स्कूल के बाद 6 घंटे प्रक्टिस करती हैं उनका सपना है कि वे नेशनल प्लेयर बनें। तो वहीं भावना ने बताया कि उनके पिताजी वालीबॉल खेलते थे लेकिन वे इस खेल में आगे नहीं बढ सके। अब उनका सपना है कि हम बहनें उनके इस सपने को साकार करें। उन्होंने कहा कि वे खेल के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं ताकि वे अपने पिता का भारत के लिए खेलने का सपना साकार कर सकें। उनके पिता के प्रयास और उनकी मेहनत की बदौलत ही बहन आइना ने नेशनल टूर्नामेंट में सिल्वर मेड़ल जीता था और उन्होंने भी 2018 में प.बंगाल के साथ हुए मुकाबले में हिस्सा लिया था। यही नहीं उनकी दो बहनें अरबिना और प्रियंका स्टेट चौंपियन रह चुकी हैं। अब राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों ने इन बहनों के सपने को एक नई उड़ान दी है।