
हम आखिरी टेस्ट जीत सीरीज 2-2 से ड्रॉ कराने की कोशिश करेंगे
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में रविवार रात चौथा क्रिकेट टेस्ट ड्रॉ कराने के बाद कहा कि जसप्रीत बुमराह सहित अब ओवल में बृहस्पतिवार से शुरू होने वाले सीरीज के पांचवें व आखिरी क्रिकेट टेस्ट मैच के लिए हमारे सभी तेज गेंदबाज फिट और चयन के लिए उपलब्ध हैं।फिलहाल पांच टेस्ट की सीरीज में 1-2 से पिछड़ रहे भारत को सीरीज दो दो की बराबरी पर समाप्त कराने के लिए अब ओवल में पांचवां व आखिरी टेस्ट हर हाल में जीतना जरूरी है। तेज गेंदबाज बुमराह ने संभवत: कुछ नरम आउट फील्ड और ढीले फुट होल्ड के चलते ओल्ड ट्रेफर्ड में कुछ धीमी गेंदबाजी की। बुमराह को कार्यभार प्रबंधन के चलते मौजूदा टेस्ट सीरीज में तीन ही टेस्ट मैच खेलने थे और वह पहले, तीसरे और चौथे टेस्ट के रूप में ये तीन टेस्ट मैच खेल चुके हैं। अच्छी बात यह है कि मैनचेस्टर में चौथे टेस्ट के चौथे दिन लंच से पहले उन्हें आराम का मौका मिल गया। अब सीरीज का पांचवां व आखिरी टेस्ट ओवल में बृहस्पतिवार से शुरू हो रहा है।
भारत के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह अपने बाएं हाथ में चोट और आकाश दीप जांघ की मांसपेशी में खिंचाव व मोहम्मद सिराज लगातार खेलने के कारण कुछ थके हुए थे। अर्शदीप और आकाश दीप इसी के चलते मैनचेस्टर में चौथे टेस्ट में नहीं खेले जबकि बुमराह और सिराज दोनों ही इसमें अपने टेस्ट करियर का आगाज करने वाले अंशुल काम्बोज के साथ बतौर तेज गेंदबाज खेले। खासा महंगा साबित होने के कारण भारत ने मैनचेस्टर में सीरीज के चौथे टेस्ट में बतौर तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा की बजाय अंशु़ल काम्बोज को एकादश में मौका देना ज्यादा बेहतर समझा।
जब भारत के हेड कोच गंभीर से कार्यभार प्रबंधन के चलते और बुमराह को पीठ की चोट के फिर उभरने से बचाने के लिए मौजूदा सीरीज में तीन टेस्ट में खिलाने का फैसला किया गया था। जब गंभीर से इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘हमने फिलहाल मौजूदा टेस्ट सीरीज के पांचवें व आखिरी टेस्ट के टीम संयोजन की बाबत कोई चर्चा नहीं की। फिलहाल जसप्रीत बुमराह के पांचवें व अंतिम टेस्ट में खेलेंगे या नहीं इस पर फिलहाल कोई फैसला नहीं किया गया है। अंतत: जो भी खेलेगा वह भारत के लिए बेहतरीन प्रदर्शन की पुरजोर कोशिश करेगा।हमारी मौजूदा भारतीय क्रिकेट टीम अनुभवहीन है और अब तक पांच टेस्ट की सीरीज में चा टेस्ट के बाद नतीजों को इसी नज़रिए से देखा जाना चाहिए। यह भी सच है कि टेस्ट सीरीज हम 1-2 से पीछ हैं। बेशक हमने ओल्ड ट्रैफर्ड में चौथा टेस्ट ड्रॉ कराया लेकिन इसे लेकर मैं बहुत ज्यादा नहीं कहना चाहूंगा।आप किसी ऐसे व्यक्ति से सवाल कर रहे जो कि नतीजों में विश्वास करता है। मैंने पहले भी कहा है कि मैं नतीजों में यकीन करता हूं। यही भारतीय टीम बेशक अनुभवहीन है लेकिन अभी यह सर्वश्रेष्ठ भारतीय टीम है। हम मौजूदा टेस्ट सीरीज मे चार टेस्ट के बाद 1-2 से पीछे हैं और उम्मीद है कि हम आखिरी टेस्ट जीत सीरीज 2-2 की बराबरी पर समाप्त कराने की कोशिश करेंगे और हम ऐसा करा पाते हैं ते वह वाकई बढ़िया उपलब्धि होगी। जब आप दबाव में डाले जाने पा पांच सत्र बल्लेबाजी करते हैं तो वाकई आप बड़ा जिगरा दिखाते हैं। आप इन मुश्किल स्थितियों में जिगरा दिखाना वाकई बहुत बढ़िया अहसास हौ और इससे ड्रेसिंग रूम को भी आत्मविश्वास मिलता है।मुझे पूरा विश्वास है कि हम ओवल में पांचवें टेस्ट में उंचे विश्वास के साथ उतरेंगे लेकिन हम किसी भी चीज को तय मान कर नहीं चल सकते। ओवल में पांचवां टेस्ट इंग्लैंड की मजबूत टीम के खिलाफ एक नया टेस्ट मच होगा और हम इसके लिए पूरी तरह तैयार हैं।’
चोटिल खिलाड़ी की जगह वैकल्पिक खिलाड़ी मिलना चाहिए : गंभीर
गंभीर ने कहा, ‘ऋषभ पंत ने ड्रॉ रहे मैनचेस्टर में चौथे टेस्ट मैच की पहली पारी में दाएं पैर के पंजे की उंगली में फ्रेक्चर के बाद मैदान से हटने के बाद जरूरत पड़ने पर पर जिस बहादुरी के साथ क्रीज पर लौट कर फिर बल्लेबाजी की इसके लिए उनकी जितनी तारीफ की जाए कम है। मेरा मानना है खिलाड़ी को इस तरह चोट की स्थिति में उसकी जगह वैकल्पिक खिलाड़ी को अनुमति दी जानी चाहिए। यदि अंपायर अथवा मैच रेफरी यह देखते और महसूस करते हैं कि यह बहुत बड़ी चोट है तो यह बेहद अहम है। यह नियम होना जरूरी है कि यदि साफ दिखाई दे रहा है खिलाड़ी चोटिल है ताो उसकी जगह टीम को वैकल्पिक खिलाड़ी मिलना चाहिए। मौजूदा टेस्ट सीरीज जैसी बेहद संघर्षर्पू सीरीज ऐसे में जिस टीम का खिलाड़ी चोटिल है उसे वैकल्पिक खिलाड़ी दिए जाने में कोई हर्ज नहीं है । जरा सोचिए यदि हमें 11 खिलाड़ियों के मुकाबले दस खिलाड़ियों से खेलना पड़ता तो हमारे लिए यह कितना दुर्भाग्यर्प होता