- फुल्टन रह चुके हैं बेल्जियम टीम के सहायक कोच
- भारत की पुरुष हॉकी टीम के नौंवे विदेशी हॉकी होंगे फुल्टन
- फुल्टन के सामने भारत को एशियाई खेलों में स्वर्ण जिताने की चुनौती
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : दक्षिण अफ्रीका के क्रेग आर्थर फुल्टन भारतीय पुरुष हॉकी टीम के नए चीफ कोच होंगे। ४८ बरस के फुल्टन इससे पहले 2020 के टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली बेल्जियम की हॉकी टीम के सहायक कोच थे । भारतीय पुरुष हाकी टीम के नौवें विदेशी कोच होंगे फुल्टन। उनसे पहले गेरहार्ड राख (जर्मनी), होजे ब्राजा(स्पेन), माइकल नोब्स(ऑस्ट्रेलिया), टैरी वॉल्श(ऑस्ट्रेलिया), पॉल वॉन ऐस(नीदरलैंड), रोलैंट ओल्टमैंस (नीदरलैंड), शुएर्ड मराइन (नीदरलैंड), ग्राहम रीड (ऑस्ट्रेलिया) भारत के विदेशी कोच रह चुके हैं। साथ ही फुल्टन भुवनेश्वर में 2018 में पहली बार हॉकी विश्व कप जीतने वाली बेल्जियम टीम के कोचिंग स्टाफ का हिस्सा थे। फुल्टन अपनी नियुक्ति की सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद जल्द से जल्द भारतीय पुरुष हॉकी टीम के साथ बतौर चीफ कोच जुड़ जाएंगे। वह 2014 से 2018 तक आयरलैंड की टीम के हेड कोच रहे औैर टीम को पहली बार 2016 में रियो ओलंपिक के लिए क्वॉॅलिफाई कर कुछ चर्चा में आए। बेल्जियम क्लब को खिताब जिताने पर 2023 में फुल्टन को बेल्जियम का सर्वश्रेष्ठï कोच चुना गया था। क्रेग आर्थर फुल्टन ने कहा, ‘भारतीय पुरुष हॉकी टीम का चीफ कोच नियुक्त किया जाना मेरे लिए गर्व की बात है। भारत का हॉकी में शानदार इतिहास रहा है। मैं भारतीय हॉकी टीम के साथ मिल कर उसे आगे ले जाने को प्रतिबद्ध हूं। मौजूदा भारतीय टीम में कई उदीयमान प्रतिभासम्पन्न खिलाड़ी हैं।’
फुल्टन के सामने सबसे बड़ी चुनौती भारतीय पुरुष हॉकी टीम को इस साल २३ सितंबर से ८ अक्टूबर तक होंगजाउ में होने वाले साल होने वाले एशियाई खेलों में स्वर्ण जिता कर सीधे 2024 के पेरिस ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई कराने की है। एशियाई खेलों की तैयारी के लिए बतौैर कोच फुल्टन को छह महीने ही मिले हैं। हॉकी इंडिया ने शुक्रवार को यह घोषणा की भारतीय हॉकी टीम के 10 मार्च से राउरकेला में शुरू होने वाले एफआईएच पुरुष हॉकी प्रो लीग मैचों के शुरू से पहले की। भुवनेश्वर में पुरुष हॉकी विश्व कप के खत्म होने के एक दिन बाद 30 जनवरी को भारतीय पुरुष हॉकी टीम के निराशाजनक प्रदर्शन कर नौंवे स्थान पर रहने के बाद चीफ कोच पद से ग्राहम रीड के इस्तीफा देने दे दिया था। फुल्टन की नियुक्ति के साथ रीड का स्थान लेने के लिए नामों को लेकर भारत के हरेन्द्र सिंह।, बेल्जियम के चीफ कोच रह चुके न्यूजीलैंड के शॉन मैकलॉयड, स्पेन के मौजूदा कोच मैक्स कालडा, नीदरलैंड के रोलैंट ओल्टमैंस , पाकिस्तान से अपनी पगार को लेकर कानूनी लड़ाई लड़ रहे सीजफ्राइड आइकमैन को लेकर कयासों का भी अंत हो गया।
रीड के भारत के पुरुष हॉकी टीम के चीफ कोच के पद से इस्तीफा देने के बाद इस पद के लिए हॉकी इंडिया द्वारा निकाले विज्ञापन में आवेदन की आखिर तारीख 15 फरवरी थी। तब तब हॉकी इंडिया को भारत के चीफ हॉकी कोच के पद के लिए पर्याप्त और सही उम्मीदवार के आवेदन ही नहीं मिल पाए। ऐसे में फुल्टन की भारत की पुरुष हॉकी टीम के चीफ कोच के रूप में नियुक्ति बेहतर चयन की बजाय मजबूरी का सौदा ज्यादा लगती है। कहने को फुल्टन को हॉकी कोच के रूप में 25 वर्ष का अनुभवी जरूर बताया जा रहा है लेकिन बेल्जियम टीम के भी सहायक कोच रहे कभी भी अपने बूते किसी बड़ी टीम को कोचिंग देने के उनका अनुभव पर्याप्त नहीं लगता है। इसी कारण हॉकी इंडिया ने हॉकी इंडिया से अतीत में विवादों रहे मूल रूप से फिजिकल ट्रेनर फिलहाल ओडिशा हॉकी से जुड़े डेविड जॉन को करियप्पा और शिवेंद्र सिंह के साथ भारत की पुरुष हॉकी टीम का अंतरिम कोच नियुक्त किया था। अब दस मार्च से शुरू हो रही एफआईएच प्रो लीग में अंतरिम कोच की जिम्मेदारी डेविड जॉन की रहने वाली है।
फुल्टन एक दशक दक्षिण अफ्रीका के लिए 195 अंतर्राष्टï्रीय मैच खेले और अपने देश की 1998 के अटलांटा और 2004 के एथेंस ओलंपिक में नुमाइंदगी की। साथ ही वह दक्षिण अफ्रीका के लिए राष्टï्रमंडल खेलों और विश्व कप में भी खेल चुके हैं। हॉकी इंडिया के अध्यक्ष पूर्व ओलंपियन दिलीप टिर्की ने कहा, ‘मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि हॉकी इंडिया ने क्रेग फुल्टन को भारतीय पुरुष हॉकी टीम का चीफ कोच चुना है।मैं फुल्टन के खिलाफ खेल चुका हूं। मैं भारतीय पुरुष हॉकी टीम के लिए फुल्टन के साथ काम करने को बेताब हूं। फुल्टन बतौर कोच खासे अनुभवी हैं। उनका अनुभव और कार्यशैली भारतीय टीम को विश्व हॉकी में बेहतर प्रदर्शन को प्रेरित करेगी।