नीति गोपेंद्र भट्ट
नई दिल्ली/झुंझुनू : दुनिया भर के पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र में इन दिनों एक शख़्स स्वच्छता की अलख जगा रहा है।यें शख़्स है। न्याय मित्र के के गुप्ता जोकि दक्षिणी राजस्थान के ऐतिहासिक नगर डूंगरपुर के नगर पालिका अध्यक्ष रहते हुए डूंगरपुर को कई राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय अवार्ड दिलवा चुके है। इनके प्रयासों से यह शहर आज भी खूबसूरत बने रहने के साथ ही प्रदूषण मुक्त है।
गुप्ता के बेजोड़ कार्यों से प्रसन्न होकर राजस्थान सरकार उन्हें स्वच्छता का ब्राण्ड ऐंबेसेडर स्वच्छ और प्रदेश भाजपा स्वच्छ भारत मिशन का प्रदेश संयोजक भी बना चुकी है। साथ ही वे भारत सरकार के जल शक्ति मन्त्रालय की एन.एस.एस.सी. स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के सदस्य भी बनायें गए है।
के के गुप्ता को माननीय स्थाई एवं अनवरत लोक अदालत जिला झुंझुनू द्वारा नगर परिषद झुंझुनूं और नगर पालिका नवलगढ़ तथा मांडव के लिए नियुक्त न्याय मित्र नियुक्त किया गया है। वे विश्व भर के पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र और राजस्थान की बेजोड़ हेरिटेज के लिए मशहूर इन क़स्बों की स्वच्छता बनायें रखने के लिए सतत प्रत्यानशील हैं और सरकारी अधिकारियों की नाराज़गी की परवाह किए बिना निर्भय होकर न्यायालय के निर्देशों की अनुपालना कराने में पूरी लगन के साथ जुटे हुए है।
हाल ही झुंझुनूं के जिला कलेक्टर बचनेश कुमार अग्रवाल द्वारा उक्त तीनों निकाय के अधिकारियों की वीसी के माध्यम से मीटिंग की गई । इस बैठक में के के गुप्ता विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहें।
बैठक को संबोधित करते हुए जिला कलेक्टर अग्रवाल ने कहा कि लगभग 20 वर्ष पहले उन्होंने डूंगरपुर में उपखंड अधिकारी के पद पर सेवाएं दी हैं और उसे दौरान के के गुप्ता वहाँ नगर पालिका में उपाध्यक्ष पद का निर्वहन कर रहे थे। उसे समय भी गुप्ता के पास में विकास को लेकर एक दूरदर्शी सोच थी और गुप्ता द्वारा डूंगरपुर में ऐसे कार्य शुरू किए गए थे जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था। वर्तमान में हम सभी डूंगरपुर निकाय के बारे में परिचित हैं कि यह निकाय प्रदेश की पहली निकाय है जो सबसे पहले ऑडीएफ घोषित हुई थी इसकी अतिरिक्त डूंगरपुर निकाय स्वच्छता और सौंदर्य करण में भी अव्वल आती है। यह ऐतिहासिक कार्य गुप्ता के सभापति कार्यकाल वर्ष 2015 से 2020 तक में हुए हैं। हमारे जिले में भी सभी निकाय द्वारा इस प्रकार के नवाचार अपनाते हुए कार्य किए जाने चाहिए।
बैठक में के के गुप्ता ने बताया कि, वे यहां झुंझुनू जिले के दौरे पर आते रहते हैं तो इसका यह अर्थ नहीं है कि वह सरकार के कोई प्रतिनिधि है अथवा कोई नेता की हैसियत से है, बल्कि उन्हें माननीय न्यायालय द्वारा न्याय मित्र के पद पर मनोनीत किया गया है जिनका कार्य है कि उक्त तीनों नगर निकाय में स्वच्छ भारत मिशन के तहत सभी घटक पर कार्य पूर्ण करने हैं इसके अतिरिक्त नगर का सौंदर्य करण और अतिक्रमण मुक्ति के क्षेत्र में भी कार्य करते हुए उचित पर्यवेक्षक करके माननीय न्यायालय को रिपोर्ट प्रस्तुत की जाती है। उनके द्वारा गत दिनों नगर पालिका क्षेत्र मांडव का औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान वहां पर भारी और नियमितताएं मिली हैं इसके साथ ही वहां के जिम्मेदार अधिकारी कुमावत निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित रहे।
उन्होंने बताया कि शेखावाटी का मंडावा नगर जो पर्यटन के दृष्टिकोण से विश्व का 20वा नंबर का स्थान रखता है और यहां पर विश्व प्रसिद्ध हवेलिया है जिन्हें देखने के लिए भारत भर सहित विदेशों से भी पर्यटक आते हैं और ऐसे नगर की स्थिति अधिकारियों की लापरवाही के कारण बदहाल हो चुकी है।
नगर परिषद झुंझुनूं में भी इसी प्रकार की व्यवस्थाओं का आलम है। यहां पर नेहरू बाजार क्षेत्र है जहां अतिक्रमण बहुत हद तक बढ़ चुका है। नगर में जगह-जगह पर सड़क क्षतिग्रस्त है जानवरों का सड़कों पर घूमने सार्वजनिक शौचालय एवं मूत्रालय का गंदा रहना तथा खुले में कचरे का होना रोड लाइटों का बंद होना और पूर्व के निरीक्षण के दौरान उचित दिशा निर्देश दिए जाने के पश्चात भी अधिकारियों द्वारा इस क्षेत्र में काम नहीं किया गया और मामूली पेचवर्क करते हुए इस पर लीपा पोती की गई है।
बैठक में जिला कलेक्टर अग्रवाल द्वारा सभी निकाय के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि न्याय मित्र श्री गुप्ता जी के सभी निर्देशों और आदेशों की पालना की जाए।उन्होंने बताया कि 28 दिसंबर गुरुवार को उनके द्वारा स्वच्छता कार्यों की पुनः समीक्षा की जाएगी।