इंद्र वशिष्ठ
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के मामले में हरियाणा और राजस्थान में 31 स्थानों पर छापेमारी की और प्रमुख संदिग्ध अशोक कुमार को गिरफ्तार किया है। इस आरोपी की गिरफ्तारी से सनसनीखेज हत्या मामले में अब तक गिरफ्तारियों की संख्या 09 हो गई है।
एनआईए ने आरोपी व्यक्तियों और कई संदिग्धों के घर/ ठिकानों की तलाशी में 8 पिस्तौलें, कारतूस, मोबाइल फोन, सिम कार्ड, डीवीआर और वित्तीय लेनदेन से संबंधित आपत्तिजनक दस्तावेज़ आदि बरामद किए हैं।
एनआईए प्रवक्ता ने बताया कि एक प्रमुख संदिग्ध, अशोक कुमार मेघवाल को राजस्थान के झुंझुनू जिले में पिलानी में झेरली गांव में उसके परिसर से 8 पिस्तौल और कारतूसों की बरामदगी के बाद गिरफ्तार किया गया। उससे पूछताछ में मामले में उसकी संदिग्ध भूमिका उजागर हुई और मामले में आरोपी कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा के साथ उनके संबंध का भी पता चला, जिसने कथित तौर पर दो शूटरों को श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष गोगामेड़ी की हत्या के लिए प्रेरित किया था। अशोक मेघवाल के ख़िलाफ़ अनेक आपराधिक मामले दर्ज हैं।
5 दिसंबर 2023 को जयपुर (राजस्थान) में गोगामेड़ी के श्याम नगर स्थित आवास पर दिनदहाड़े हुई गोलीबारी में गोगामेड़ी सहित एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई और दो लोग घायल हो गए, जबकि एक ने बाद में दम तोड़ दिया। मूल रूप से राजस्थान पुलिस द्वारा, मामला दर्ज किया गया था। 11 दिसंबर 2023 को एनआईए ने यह मामला अपने हाथ में लिया।
दो हथियारबंद हमलावरों की पहचान रोहित राठौड़, निवासी झोटवाड़ा, जयपुर और नितिन फौजी, गांव दोगडा जाट महेंद्रगढ़, हरियाणा के रूप में हुई है, जिन्होंने पिछले महीने सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। गोलीबारी के दौरान नवीन शेखावत की भी मौके पर ही मौत हो गई और बाद में दो घायलों में से एक अजीत सिंह ने दम तोड़ दिया। रोहित और नितिन दोनों को 9 दिसंबर 2023 को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया गया था। नितिन सेना में सिपाही है। उसकी पोस्टिंग राजस्थान के अलवर में है। 8 नवंबर को वह दो दिन की छुट्टी लेकर घर पहुंचा था, लेकिन इसके बाद उसने ड्यूटी ज्वाइन नहीं की।
गिरफ्तार आरोपियों और संदिग्धों से लगातार पूछताछ से हत्या के मामले में हरियाणा और राजस्थान के कुख्यात अपराधियों और संगठित आपराधिक गिरोह के सदस्यों की संलिप्तता का पता चला। एनआईए की जांच के अनुसार, सभी आरोपी और संदिग्ध गोगामेड़ी की हत्या से पहले और बाद में आरोपी व्यक्तियों से जुड़े हुए पाए गए।