गुजरात पर मंडरा सकता है एक और संकट; मौसम विभाग की चेतावनी

Another crisis may loom over Gujarat; weather department warning

रविवार दिल्ली नेटवर्क

नई दिल्ली: गुजरात में पिछले एक हफ्ते से हो रही भारी बारिश के कारण कई जिले बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। जानकारी सामने आई है कि पिछले 4 दिनों में इस गंभीर स्थिति में 32 लोगों की मौत हो गई है। राजकोट समेत कई जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए। मौसम विभाग ने गुजरात पर एक और संकट की चेतावनी दी है। इसमें सौराष्ट्र और कच्छ के ऊपर बना गहरा दबाव अरब सागर की ओर बढ़ते हुए चक्रवात में तब्दील होता दिख रहा है।

मौसम विभाग ने कहा कि गहरे दबाव के कमजोर होने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा होने के बजाय तस्वीर साफ है कि यह मजबूत होकर तूफान में बदल जाएगा। उन्होंने यह भी कहा है कि सबसे ज्यादा असर कच्छ में देखने को मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा है कि इस बार 65 से 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। तूफान के कारण राजकोट, जामनगर, पोरबंदर, जूनागढ़, द्वारका में भारी बारिश की चेतावनी भी दी गई है।

गुजरात में जारी भारी बारिश के कारण जन-जीवन पहले से ही अस्त-व्यस्त है। इसके अलावा वडोदरा समेत कई शहरों में बाढ़ की स्थिति है। नदियों में बहता पानी नागरिकों के घरों की छतों तक पहुंच गया है। इस बीच मौसम विभाग के एक और अपडेट ने गुजरातियों की चिंता बढ़ा दी है। मौसम विभाग ने गुजरात में चक्रवात आने की आशंका जताई है। साथ ही 1976 के बाद अगस्त में अरब सागर में बनने वाला यह पहला चक्रवात होगा। इसकी जानकारी मौसम विभाग ने इस वक्त दी है। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान तूफान के बारे में असामान्य बात यह है कि इसकी तीव्रता पिछले कुछ दिनों से समान है।