नीति गोपेंद्र भट्ट
नई दिल्ली : प्रदेश में राजनीतिक हलचलों के मध्य मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक और ऐतिहासिक कदम महँगाई राहत शिविर का आयोजन कर अपनी सरकार को रीपिट कराने की दिशा में एक और कदम आगे बढ़ादिया है।
मुख्यमंत्री गहलोत ने दो दिन नई दिल्ली में प्रवास कर पार्टी हाई कमान के नेताओं को प्रदेश की ताजाराजनीतिक हालातों की जानकारी दी और इस वर्ष के अन्त में होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों के बारे मेंअपनाई जाने वाली रणनीति पर चर्चा की और रविवार रात को जयपुर लौट गए।
मुख्यमंत्री गहलोत ने आज सोमवार को प्रदेश में स्थाई रूप से लगने वाले दो हजार ‘महंगाई राहत कैंप’ काजयपुर की ग्राम पंचायत महापुरा से शुभारंभ किया। यह कैम्प जिला प्रशासन द्वारा राजकीय कार्यालयों औरसार्वजनिक स्थलों पर लगाए जा रहे हैं।
प्रशासन गांवों के संग अभियान और “प्रशासन शहरों के संग अभियान
महंगाई राहत कैंप के साथ ही राज्य की प्रत्येक ग्राम पंचायत में “प्रशासन गांवों के संग अभियान”तथा प्रत्येकनगरीय वार्ड में “प्रशासन शहरों के संग अभियान” के साथ दो दिवसीय महंगाई राहत कैम्प का आयोजन भी होरहा है । इस प्रकार प्रदेश की 11 हजार 283 ग्राम पंचायतों एवं 7500 वार्डों में यह शिविर लगेंगे। इन शिविरों में रजिस्ट्रेशन तथा मुख्यमंत्री गारंटी कार्डके वितरण के लिए पर्याप्त काउंटर लगाए गए हैं।यह शिविर तीस जून तक चलेंगे। इन शिविरों में राजस्थान की10 बड़ी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। इस कैंप का समय सुबह 10:00 बजे से शाम 6:00 बजे तकरहेगा।
500 रू में गैस सिलेंडर और 100 यूनिट घरेलू एवं 2000 यूनिट तक कृषि कार्यों के लिए प्रतिमाह निःशुल्क बिजली
महँगाई राहत शिविरों के माध्यम से आम लोगों को कई योजनाओं में लाभ मिलने के साथ ही मुख्य रूप से 500 रू में गैस सिलेंडर और 100 यूनिट घरेलू और 2000 यूनिट तक कृषि कार्यों के लिए प्रतिमाह निःशुल्क बिजलीउपलब्ध होंगी जिससे आम अवाम के लिए एक बड़ी राहत मिलेगी।
राजस्थान 500 रू में गैस सिलेंडर देने वाला देश का पहला प्रदेश है।
साथ ही स्वास्थ्य का अधिकार के तहत यूनिवर्सल हेल्थ केयर की संकल्पना को साकार करने के लिए मुख्यमंत्रीचिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में 25 लाख रुपए का निःशुल्क इलाज, 10 लाख रुपए का मुख्यमंत्रीचिरंजीवी दुर्घटना बीमा, महात्मा गांधी नरेगा योजना में 100 दिवस का काम पूरा करने पर लाभार्थियों को 25 दिन का अतिरिक्त रोजगार तथा कथौड़ी, सहरिया और विशेष योग्यजन को 100 दिवस का अतिरिक्त रोजगारऔर इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना में 125 दिन रोजगार की सुविधा मिलने से आमजन को संबलमिलेगा।
इसके अलावा पशुपालकों को लम्पी रोग से मृत दुधारू पशुओं के लिए प्रति गाय 40 हजार रूपए की आर्थिकसहायता प्रावधान भी किया गया है। मुख्यमंत्री कामधेनु पशु बीमा योजना के तहत प्रति पशुपालक अधिकतम2 दुधारू पशुओं का 40-40 हजार रूपए का बीमा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री निःशुल्क अन्नपूर्णा फूड पैकेटयोजना के तहत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के दायरे में आने वाले लाभार्थियों को हर माह निःशुल्क अन्नपूर्णा फूडपैकेट देने का प्रावधान है। साथ ही राजस्थान की प्रतिभाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश में 100 मेगा जॉब फेयर आयोजित किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महंगाई राहत कैंप के उद्घाटन समारोह में आमजन को संबोधित किया। उन्होंनेकहा कि देश महंगाई व बेरोजगारी की मार से जूझ रहा है। आमजन को घर चलाना तक मुश्किल हो गया है।ऎसे में प्रदेशवासियों को राहत दिलाने के लिए 10 जनकल्याणकारी योजनाओं से आमजन को जोड़ने और तुरंतलाभ पहुंचाने के लिए यह कैंप शुरू किए गए हैं। उन्होंने उपस्थित लोगों से महंगाई राहत कैंपों में पंजीकरणकरवाने की अपील की। गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा लगभग 1 करोड़ लोगों को प्रतिमाह न्यूनतम1000 रूपए सामाजिक सुरक्षा पेंशन, किसानों को 2000 यूनिट तथा घरेलू उपभोक्ताओं को 100 यूनिट तकमुफ्त बिजली देकर महंगाई से राहत दी जा रही है।
गहलोत ने महिला लाभार्थियों का पात्रता अनुसार योजनाओं में रजिस्ट्रेशन करवाकर उन्हें मुख्यमंत्री गारंटी कार्डसौंपा। साथ ही भांकरोटा स्थित गैस एजेंसी पहुंचकर मुख्यमंत्री गैस सिलेंडर योजना के लाभार्थियों को सिलेंडरसौंपे। मुख्यमंत्री को गैस एजेंसी संचालक ने बताया कि महंगाई राहत कैंपों के प्रचार-प्रसार के साथ हीउज्जवला योजना के उपभोक्ताओं की सिलेंडर बुकिंग में इजाफा हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कैंप के उद्घाटन के साथ ही “प्रशासन गांवों के संग अभियान”और विभिन्न योजनाओं पर आधारितस्टॉल का अवलोकन किया। उन्होंने विभिन्न विभागीय अधिकारियों-कर्मचारियों से योजनाओं की प्रगति कीजानकारी ली।
सर ! आप हो वेरी गुड
इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ बातचीत में ग्रामीणों ने कहा कि ‘सर आप वेरी गुड हो‘। लाभार्थियों ने मुख्यमंत्रीका आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इन कैंप के माध्यम से उन्हें बहुत बड़ी राहत मिलेगी। लाभार्थियों ने कहा किराज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से उन्हें महंगाई की मार से राहत के साथ ही आर्थिक और सामाजिकसंबल भी मिला है।उन्होंने महँगाई राहत शिविर लगाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया ।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश में चल रही सियासी घमासान से अलग महँगाई राहत शिविरों के माध्यम सेसभी ओर विशेष कर पार्टी हाई कमान को यह यह सन्देश देने का प्रयास कर रहें कि चुनावी वर्ष में उनका साराध्यान जनता की भलाई की ओर है और वे चाहते है कि पार्टी के सभी नेताओं का ध्यान भी इस ओर ही होनाचाहिए ताकि चुनाव समर में राज्य सरकार द्वारा किए गए कार्यों का कोई तोड़ प्रतिपक्ष के पास नही हों ताकिसरकार रीपिट करने का काम आसान हो सके।
उन्होंने सचिन पायलट के सम्बन्ध में दिल्ली और जयपुर ने मीडिया के हर प्रश्न का जवाब महंगाई राहत.. कहकर ही दिया ।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर के पास महापुरा में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मीडिया आपसमें हम लोगों को किसी से नहीं लड़वाए। हम चुनाव जीतकर आएंगे। जनता ने मूड बना लिया है। इस बारसरकार रिपीट होने जा रही है।
गहलोत ने दिल्ली प्रवास में भी पार्टी और सरकार विरोधी गतिविधियों पर इशारों कहा था कि खुद के नुकसानकी तो भरपाई हो जाती है लेकिन पार्टी के नुकसान की भरपाई नहीं होती है।
गहलोत के बयान के सियासी मायने
यह है कि वे सचिन पायलट के अनशन के बाद से इस मामले में कोई सीधा जवाब नहीं देकर पार्टी हाईकमानऔर जनता के बीच यह संदेश ही दे रहें है कि हैं कि उनका ध्यान केवल गुड गवर्नेंस और चुनाव की तैयारियों परहै। इसीलिए उनसे जब भी कोई सवाल पूछा गया तो गहलोत का एक ही जवाब आया- महंगाई राहत।
गहलोत सियासी रणनीति के तहत पायलट मुद्दे पर कुछ भी नहीं बोलना चाहते। गहलोत विवाद की जगह पार्टीहित में एकजुटता का मैसेज ही देना चाहते है।
पायलट के रविवार को तल्ख बयानों पर जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से दिल्ली में पूछा गया तब भी उन्होंनेअपनी पुरानी बात दोहराते हुए कहाकि महंगाई राहत कैंप लग रहे हैं, उन्हें सफल बनाने में सभी का सहयोगजरुरी है।
गहलोत ने कहा- अब चुनाव आएंगे तो मोदी भी आएंगे,अमित शाह भी आएंगे। रोड शो करेंगे। खूब पैसा खर्चकरेंगे। और चुनाव जीतने के लिए हर प्रकार के हथकंडे भी अपनाएं जायेंगे। हमें अब उनका मुकाबला करना है।हमने तय कर लिया है हम केवल जनता की समस्याओं को दूर करने और विकास पर ध्यान देंगे। आज महंगाईकी सबसे बड़ी दिक्कत है तो हम महंगाई राहत कैंप लगा रहे हैं। हमारा फोकस उसी पर रहेगा। हमने पांच सालमें शानदार योजनाएं दी हैं। कोई टैक्स नहीं लगाया। हम हमारे कामों को लेकर जनता के बीच जाएंगे। हमचुनावों में इन बातों को लेकर आगे बढ़ेंगे। हमारा चुनाव अभियान भी इसी के आसपास घूमेगा।हम अपना कामकरेंगे। हमने पब्लिक के लिए क्या किया? उसको जनता के सामने रखेंगे। हम चुनाव जीतकर आएंगे यह पक्काविश्वास है क्योंकि इस बार जनता ने सरकार रीपिट करने का मूड बना लिया है।
हमेशा सामाजिक योजनाओं और सामाजिक सुरक्षा पर सबसे अधिक ध्यान देने वाले गहलोत की यह पहल इसचुनावी वर्ष में क्या गुल खिलायेगी यह देखना दिलचस्प होगा।