
गोपेन्द्र नाथ भट्ट
विधानसभाध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने एक और नवाचार किया है। उन्होंने राज्य भर के सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को संबोधित किया । प्रदेश में इस प्रकार की संगोष्ठी पहली बार हुई । विधानसभाध्यक्ष देवनानी ने कहा कि
सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स के कंधों पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। उन्हें अपनी सामाजिक और राष्ट्रीय जिम्मेदारियों को समझते हुए इस कार्य को करना होगा अन्यथा कई बार अर्थ का अनर्थ हो जाता है।
देवनानी ने सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स का आव्हान किया है कि वे परिवार, समाज, प्रदेश और देश को देने वाले सोशल मीडिया कन्टेन्ट पर गंभीर चिन्तन करें। इन कन्टेन्टस का युवा पीढी पर गहरा प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर पॉजिटिव को डोमिनेन्ट करो और नकारात्मक बार्ता को हावी ना होने दो। आज का युग नया युग है। सोशल मीडिया प्रभावशाली है। वैज्ञानिक युग में मोबाइल से आई क्रान्ति ने सूचना तकनीकी को बढ़ावा दिया है। इससे अनेक क्षेत्रों में परिवर्तन आ रहे है।देवनानी ने गुरुवार को जयपुर में विधान सभा में प्रदेश के विभिन्न स्थानों से राजस्थान विधान सभा के भवन, सदन और राजनैतिक आख्यान संग्रहालय को देखने आए सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को सम्बोधित करते हुए सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स से अपेक्षा की है कि राष्ट्र पर गर्व की अनुभूति, महिला सम्मान को बढ़ावा और युवाओं में कुण्ठा दूर करने वाले कन्टेन्टस को सोशल मीडिया पर अधिक से अधिक अपलोड करें ताकि समाज में सकारात्मक वातावरण बन सके।
उन्होंने पिछले दशकों में मीडिया में आए क्रान्तिकारी बदलावों की चर्चा करते हुए कहा कि उनके ऊपर एक बड़ी जिम्मेदारी है। वर्तमान समय में इन्फ्लुएंसर्स सोशल मीडिया के लीडर्स है। इसलिए उनकी जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है।उनके द्वारा सोशल मीडिया पर अपलोड किये जाने वाले कन्टेन्ट का लोगों पर प्रभाव पडता है। उन्हें नेशन फर्स्ट का ध्यान रखना होगा। भारतीय इतिहास पर गर्व की अनुभूति वाले कार्यों को प्रसारित करना होगा। राष्ट्र के अनुशासन, पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य, सामाजिक बुराइयों और युवाओं को प्रेरणा देने वाले कन्टेन्टस पर अपलोड करने से पहले चिन्तन करना होगा। विभिन्न विषयों का अध्ययन और विश्लेषण अवश्य करें। देवनानी ने रामचरित मानस और गीता के अध्ययन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए भी कहा।
एक प्रश्न के जवाब में देवनानी ने कहा कि नवाचार करना उनका स्वभाव है। उन्होंने कहा कि विधानसभा की डायरी का विक्रम संवत से प्रकाशन, महापुरुषों के चित्रों का डायरी और कैलेण्डर में समावेश, म्यूजियम में संविधान दीर्घा का निर्माण, गुलाबी नगर की तर्ज पर गुलाबी सदन, पेपर लैस सदन सहित अनेक नवाचार विधान सभा में किये है। सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स ने विधान सभा के ऐतिहासिक सदन, भवन और विधान सभा म्यूजियम का अवलोकन किया। राजस्थान की लोकतांत्रिक परंपरा, संविधान निर्माण की प्रक्रिया, तथा विभिन्न ऐतिहासिक दस्तावेजों और दुर्लभ चित्रों को देखा। इस मौके पर राजस्थान विधान सभा के प्रमुख सचिव भारत भूषण शर्मा, अविनाश जोशी, हिरेन्द्र कौशिक, अजय विजयवर्गीय सहित अनेक व्यक्ति मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि सोशल मीडिया एक एक ऐसी सूचना क्रान्ति में बदल गया है जिसमें कई बार सत्यता को कसौटी पर खरे उतरने की चुनौती रहती है। मीडिया के इस नए हथियार का सदुपयोग होना बहुत जरूरी है अन्यथा इसके दुष्परिणाम सभी के लिए परेशानी का सबब बन सकते है।