क्या डिप्टी सीएम केशव-ब्रजेश सम्मान की लड़ाई लड़ रहे हैं

Are Deputy CM Keshav-Brajesh fighting for respect?

अजय कुमार

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक क्यों मुख्यमंत्री से नाराज हैं,इसको लेकर मीडिया से लेकर राजनैतिक गलियारों में अलग-अलग थ्योरी चल रही है,इसी में एक थ्योरी यह भी है कि दोनों डिप्टी सीएम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अपने प्रति रवैये से नाराज बताये जा रहे हैं। केशव प्रसाद मौर्य की तो नाराजगी सार्वजनिक हो ही चुकी है,अब ब्रजेश पाठक के नाराज होने की भी अटकलें लगने लगी हैं। दावा किया गया है कि योगी बाबा से नाराज ब्रजेश पाठक भी अब केशव मौर्य की राह चल सकते हैं। दरअसल,लोकसभा चुनाव के समय केंद्रीय नेतृत्व की सहमति से तीनों ही नेताओं सीएम योगी आदित्यनाथ, केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक के बीच जिम्मेदारी और निगरानी के लिहाज से 25-25-25 जिलों का बंटवारा किया गया था। मनमाफिक परिणाम नहीं आने के बाद अब योगी आदित्यनाथ द्वारा हार की समीक्षा की जा रही हैं।

सीएम योगी अब तक कुल 11 मंडलों की समीक्षा बैठक कर चुके हैं। मगर इन बैठकों में दोनों ही डिप्टी सीएम को नहीं बुलाया गया, जबकि उन बैठकों में इन जिलों की विधानसभा भी शामिल थी जिनके प्रभार इन दोनों डिप्टी सीएम के पास हैं।

यह बात न तो केशव प्रसाद मौर्य को अच्छी लगी न ही ब्रजेश पाठक को पंसद आई,लेकिन दोनों नेता मौके का इंतजार करते रहे। इसी बीच योगी द्वारा केशव और ब्रजेश को उनके मंडल के अन्य विधायकों के साथ बैठक में शामिल होने का आमंत्रण दिया गया। दोनों ही डिप्टी सीएम को यह उचित नहीं लगा। यही वजह है कि दोनों ही डिप्टी सीएम सीएम योगी की इन बैठकों में शामिल नहीं हुए।इसी के साथ तीनों नेताओं के बीच रार साफ नजर आने लगी है। कुल मिलाकर काफी हद तक तीनों नेताओं के बीच मतभेद की वजह सम्मान से अधिक जुड़ी नजर आ रही है।