अमृत समागम सम्मेलन के समापन में विभिन्न राज्यों के कला संस्कृति और पर्यटन मंत्रियों ने लिया हिस्सा

रविवार दिल्ली नेटवर्क

जयपुर। भारत की स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित आजादी के अमृत महोत्सव का एक वर्ष पूर्ण होने पर नई दिल्ली के होटल अशोक में दो दिवसीय अमृत समागम सम्मेलन का बुधवार को समापन हो गया। संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वाधान में आयोजित इस सम्मेलन में विभिन्न राज्यों के कला संस्कृति और पर्यटन मंत्रियों ने हिस्सा लिया। समागम में राजस्थान प्रतिनिधित्व कैबिनेट मंत्री श्री बी.डी. कल्ला ने किया।

अमृत समागम सम्मेलन के समापन के अवसर पर कला एवं संस्कृति मंत्री श्री बीडी कल्ला ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में युवाओं की भागीदारी को सुनिश्चित किया जाना चाहिए तथा उन्हें भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के बारे में ईमानदारी से बताया जाना चाहिए कि किस तरह हमारे स्वतंत्रता सेनानियों में बिना भेदभाव के जाति ,धर्म से ऊपर उठकर पूरे देश को एकता के सूत्र में पिरोकर आजादी दिलाने का सपना साकार किया।

उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में राजस्थान सहित देश की उन महान विभूतियों के योगदान को हमें नहीं भूलना चाहिए जिनकी कई पीढ़ियों ने अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के माध्यम से हमें राजनीति से परे होकर उन सभी विभूतियों को हाईलाइट करना चाहिए जिनका स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

दो दिवसीय अमृत समागम के दूसरे दिन राजस्थान में आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान हुए कार्यक्रमों पर प्रेजेंटेशन देते हुए प्रमुख शासन सचिव, पर्यटन कला एवं संस्कृति श्रीमती गायत्री राठौर ने बताया कि केन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय की अगुवाई में शुरू किए गए आजादी के अमृत महोत्सव के 1 वर्ष के दौरान संपूर्ण राजस्थान में करीब 4500 कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिनमें से 1336 कार्यक्रमों को आजादी का अमृत महोत्सव की वेबसाइट पर पब्लिश किया जा चुका है। अपने प्रेजेंटेशन में उन्होंने बताया कि साल भर चले इन कार्यक्रमों में तेरह लाख के करीब जनभागीदारी हुई।

अमृत महोत्सव के दौरान हुए कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताते हुए श्रीमती गायत्री राठौर ने कहा कि 12 मार्च 2021 से 12 मार्च 2022 के बीच संपूर्ण राजस्थान में कई महत्वपूर्ण आयोजन किए गए जिनमें दांडी मार्च, स्वतंत्रता के आंदोलन में अखबारों और कवियों की भूमिका पर चित्र प्रदर्शनी, नृत्य शास्त्र, माघ महोत्सव, रंगोली कंपटीशन, लोकरंग 2021, राजस्थान दिवस, कबीर यात्रा, रंग राजस्थान जैसे विशाल कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिनमें मुख्यमंत्री, विधायक, राजस्थान के स्वतंत्रता सेनानियों सहित सिविल सोसाइटी के गणमान्य नागरिकों, छात्रों एवं युवाओं में बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी की।

प्रस्तुतीकरण में श्रीमती राठौड़ ने बताया कि आने वाले वर्ष में आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रमों के अंतर्गत 3 बड़े कार्यक्रम राजस्थान में आयोजित किए जाएंगे जिनमें राजस्थान लिटरेचर फेस्टिवल, यूथ फेस्टिवल, रूरल ओलंपिक और यूनेस्को के साथ मिलकर इनटेंजिबल कल्चरल कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।