रोहित और विराट के जहां तक टेस्ट के भविष्य की बात , मैं दोनों के साथ, पर बड़ा फैसला दोनों पर छोड़ा : गंभीर

As far as Rohit and Virat's future in Test cricket is concerned, I am with both of them, but I leave the big decision to both of them: Gambhir

  • यह न तो मेरी टीम है, न ही आपकी, यह भारत की टीम है
  • हम पांच महीने बाद कहां होंगे? मेरे लिए इस बाबत बात करने का यह सही समय नहीं
  • घरेलू क्रिकेट को इतनी अहमियत देने की जरूरत, हर किसी को घरेलू क्रिकेट खेलना चाहिए

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : भारत के मेजबान ऑस्ट्रेलिया से सिडनी में पांचवां वआखिरी टेस्ट छह विकेट से हार सीरीज 1-3 से हार बॉर्डर गावसकर ट्रॉफी भी गंवाने से भारत के कप्तान रोहित शर्मा और धुरंधर बल्लेबाज विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट में भविष्य को लेकर सवालिया निशान लग गया है। रोहित शर्मा ने रंग में न होने के कारण सिडनी में सीरीज के आखिरी टेस्ट में खुद को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की एकादश से बाहर रखा था।विराट कोहली ने पर्थ में पहले टेस्ट की दूसरी पारी में शतक भारत को जिताने को छोड़ बाकी सात पारियों में 20 या इससे भी कम स्कोर पर आउट हुए। वहीं रोहित शर्मा का पिछले आठ टेस्ट में औसत बमुश्किल 11 रन के करीब रहा है और मात्र एक अर्द्धशतक जड़ा है। रोहित शर्मा ने सिडनी में अंतिम टेस्ट के दूसरे दिन स्टार स्पोटर्स से बातचीत के दौरान कहा था कि वह टीम के हित में इस टेस्ट से हटे हैं लेकिन टेस्ट से रिटायर नहीं हो रहे है।

भारत के हेड कोच गंभीर भी अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के आखिरी चरण में ऐसे दौर से गुजरे जब रंग में नहीं थे उनसे रन नहीं बन रहे थे। भारत के हेड कोच गौतम गंभीर ने सिडनी में टेस्ट सीरीज के समापन के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा ’ रोहित शर्मा और विराट कोहली जहां के तक टेस्ट क्रिकेट में भविष्य की बात है मैं उनके साथ खड़ा हूं लेकिन बड़ा फैसला इन दोनों पर ही छोड़ दिया। मैं किसी भी खिलाड़ी के भविष्य की बाबत बात नहीं कर सकता हूं। यह खिलाड़ियों पर ही निर्भर है। पर हां, मैं यह जरूर कह सकता हूं कि उनमें अभी भी क्रिकेट की भूख है। उनमें क्रिकेट को लेकर अभी भी जुनून है।

वे मजबूत लोग हैं। उम्मीद करता हूं कि वे भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाना जारी रखेंगे। अंतत: जैसा कि हम सभी जानते हैं वे जो भी योजना बनाएंगे भारतीय क्रिकेट के हर लिहाज से सर्वोत्तम हित के लिए बनाएंगे। हर व्यक्ति जानता है कि उसका खेल और खेल की भूख कहां है। किसी भी खेल और पेशे में यही सबसे अहम बात है। अहम यह है आप कितने भूखे हैं, आप कितने भावुक हैं और टीम आपके योगदान से आगे बढ़ रही है या नहीं। क्योंकि आख़िरकार, यह न तो मेरी टीम है, न ही आपकी, यह भारत की टीम है। हमारे ड्रेसिंग रूम में बहुत ईमानदार खिलाड़ी हैं जो जानते हैं कि उनमे क्रिकेट की कितनी भूख है,कितना जुनूनऔर क्या आपके योगदान से टीम आगे बढ सकती है या बढ़ रहीं। है, ऐसा इसलिए है यह न तो मेरी टीम है, न तुम्हारी टीम है , यह देश की टीम है। जैसा कि मैंने कहा कि वे हमारे ड्रेसिंग रूम में बहुत ईमानदार खिलाड़ी वे जानते है कि उनमें क्रिकेट के लिए कितनी भूख है। पर हां, जहां तक मेरी बात है तो मेरी सबसे बड़ी जिम्मेदारी यह है कि मुझे हर किसी के प्रति निष्पक्ष रहना होगा। यदि मै दो या तीन व्यक्तियों के प्रति निष्पक्ष हूं तो फिर मैं अपने काम के प्रति ईमानदार नहीं हूं। ऐसा खिलाड़ी जिसने अब भारत के लिए अपने करियर का आगाज नहीं किया और ऐसा खिलाड़ी जो भारत के लिए सौ टेस्ट खेल चुका है बतौर हेड कोच मेरी जिम्मेदारी कि मैं हर किसी के प्रति निष्पक्ष रहना है।‘

भारत अपने ही घर में अब मेहमान इग्लैंड के खिलाफ जनवरी फरवरी में टी 20 और वन डे अंतर्राष्ट्रीय मैचों की क्रिकेट सीरीज खेलेगा और उसके बाद यूएई मे चैंपियंस ट्रॉफी खेलने जाएगा।जो खिलाड़ी इन सीरीज और टूर्नामेंट के लिए टीम इंडिया में जगह नहीं पाते हैं उनके पास 23 जनवरी से शुरू रणजी ट्रॉफी में खेलने का विकल्प है। गंभीर ने कहा, ’ मैं हमेशा चाहता हूं कि हर कोई घरेलू क्रिकेट में खेले। घरेलू क्रिकेट को इतनी अहमियत देने की जरूरत है, केवल एक मैच खेलने की नहीं। यदि वे उपलब्ध हैं और तो उनकी लाल गेंद से खेलने की प्रतिबद्बता है और हर किसी को घरेलू क्रिकेट खेलना चाहिए।‘

भारत को अब जून 2025 तक कोई और टेस्ट मैच नहीं खेलना है। भारत की टीम अब जब इंग्लैंड में उसके खिलाफ पांच टेस्ट मैच की क्रिकेट सीरीज खेलने जाएगी तब विराट कोहली 37 और रोहित शर्मा 38 बरस के हो जाएंगे। हेड कोच गंभीर से जब टेस्ट क्रिकेट में लाल गेंद से भारतीय टीम के दीर्घकालिक रोडमैप के साथ यह पूछा गया की क्या यह नौजवान क्रिकेट में निवेश करने सही समय है तो उन्होंने कहा, ’ इस बाबत अभी बात करना बहुत जल्दबाजी होगा। अभी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज बस खत्म ही हुई है। मेरा मानना है कि हमारे पास अभी भी यह योजना बनाने के लिए पांच महीने हैं कि हम किस दिशा में आगे बढ़ना चाहते हैं। हम पांच महीने बाद कहां होंगे? मेरे लिए इस सबकी बाबत बात करने का यह सही समय नहीं है। खेल में बहुत सी चीजें बदलती हैं। क्रिकेट में खिलाड़ी की फॉर्म बदलती है। लोग बदलते हैं। सोच बदलती है। सब कुछ बदलता है खेल में। हम सभी जानते हैं कि पांच महीने बहुत लंबा वक्त है। ऐसे में देखते हैं इंग्लैड के खिलाफ पांच टेस्ट की सीरीज से पहले क्या होता है। हां, जो कुछ भी होगा ,भारतीय क्रिकेट टीम के हित में अच्छा ही होगा।‘