रविवार दिल्ली नेटवर्क
बलरामपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपनी भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान लोगों से जितना जुड़ रहे हैं उतनी की शामत अफसरों पर आ रही है। किसी भी मामले में अफसरों की शिकायत पर सीएम बघेल ऑन द स्पॉट निर्णय ले रहे हैं और अफसरों पर कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में सीएम भूपेश बघेल ने शुक्रवार शाम को सूरजपुर में सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं में लापरवाही बरतने के मामले में डीएफओ सहित को सस्पेंड किया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान पाया कि आवर्ती चराई एवं गौठान निर्माण में यहां के डीएफओ, पूर्व प्रभारी डीएफओ व रेंजर की उदासीनता सामने आई। सीएम निरीक्षण के दौरान इन पर बड़ी कार्रवाई की है।
मुख्यमंत्री ने डीएफओ मनीष कश्यप, पूर्व प्रभारी डीएफओ बीएस भगत तथा रेंजर सस्पेंड किया। गोविंदपुर के ग्रामीणों ने इनकी शिकायत की थी। इससे पहले सीएम बघेल ने सुबह किसानों से रिश्वत की मांग करने वाले पटवारी को भी निलंबित किया था।
इसी कड़ी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गोविंदपुर के ग्राम पंचायत भवन में भी दस्तावेजों की बारिकी से पड़ताल की। उन्होंने ग्राम पंचायत के सचिव से विधवा पेंशन और मुख्यमंत्री पेंशन के बारे में जानकारी ली। उन्होंने दोनों पेंशन योजना से संबंधित दस्तावेज भी मांगकर देखे। मुख्यमंत्री ने पंचायत सचिव और प्रतापपुर जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से कब तक का पेंशन पात्र हितग्राहियों को वितरित किया जा चुका है, इसके बारे में भी जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने पंचायत सचिव और जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से पेंशन वितरण की जानकारी वाले पुराने और नए रजिस्टर के बारे में भी पूछा। उन्होंने मुख्यमंत्री पेंशन की रजिस्टर में दर्ज सूची और इसकी कम्प्यूटराईज्ड सूची का मिलान भी करवाया। मुख्यमंत्री ने राशन कार्ड बनाने के लंबित आवेदन के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि किसी भी योजना से संबंधित आवेदन लंबित नहीं रहना चाहिए। हितग्राहियों के आवेदन पर त्वरित कार्यवाही करते हुए उनका तत्काल निराकरण करें।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने रघुनाथनगर की चौपाल में आम नागरिकों की शिकायत पर तत्काल कार्यवाही करते हुए पटवारी पन्नालाल सोनवानी को निलंबित करने के निर्देश दिए।
पटवारी के खिलाफ किसानों से रिश्वत लेने की शिकायतें की गई थी।