नीति गोपेंद्र भट्ट
नई दिल्ली। कांग्रेस में राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर पर घट रही सियासी हलचलों के मध्य राजस्थान को लेकर जोखबरें आ रही उसके अनुसार अशोक गहलोत फ़िलहाल राजस्थान के मुख्यमंत्री बने रहेंगे और पूर्व उप मुख्यमंत्रीसचिन पायलट को भी प्रदेश अथवा राष्ट्रीय स्तर पर अहम जिम्मेदारी दी जायेंगी।
विश्वस्त सूत्रों के अनुसार कांग्रेस हाई कमान विशेष रुप से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी, राजस्थान में हुएघटनाक्रम पर अशोक गहलोत द्वारा माफ़ी माँगने और पार्टी एवं गाँधी परिवार के प्रति उनकी निष्ठा औरवफ़ादारी को देखते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से विचार विमर्श कर नए सिरे से स्थिति की समीक्षा कर रही है।इस मध्य राज्यसभा में प्रतिपक्ष के नेता और पार्टी के वरिष्ठ नेता कर्नाटका के मल्लिकार्जुन खड़गे ने ऐन वक्तपर दिग्विजय सिंह के स्थान पर शशि थरूर के सामने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव लड़ने का फैसलालेकर सभी को चकित किया है। अब यदि आठ अक्टूबर तक थरूर अपना नामांकन वापस नही लेते है तो सत्रहअक्टूबर को पार्टी के नौ हज़ार से अधिक डेलिगेट नए अध्यक्ष को चुनने के लिए मतदान करेंगे और 19 अक्टूबरको पार्टी के नए अध्यक्ष का चुनाव परिणाम घोषित कर दिया जायेगा।
बताया जा रहा है कि अशोक गहलोत क्योंकि अब राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव नही लड़ रहें और वे खड़के केप्रस्तावक भी बन गए है इसलिए अब राजस्थान में एक व्यक्ति एक पद के आधार पर विधायक दल की बैठकका कोई औचित्य नही रह गया है फिर भी यदि सोनिया गाँधी राजस्थान के बारे में नए सिरे से कोई निर्णय लेतीहै तो भी पर्यवेक्षकों को राजस्थान भेजने और कांग्रेस विधायक दल की बैठक आयोजित करने का कार्य पार्टीका राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने से पहले नही होगा। वैसे भी जहाँ तक विधायक दल में नम्बरों का सवाल है अशोकगहलोत के समर्थक विधायकों की संख्या सभी के सामने ज़ाहिर हों गई है। हालाँकि बताया जा रहा है कि हाईकमान राजस्थान के घटनाक्रम के लिए ज़िम्मेदार नेताओं के खिलाफ़ कार्यवाही कर अपनी साख को हुएनुक़सान के लिए कोई ढोस कार्यवाही अवश्य करेगा ताकि अन्य प्रदेशों में ऐसी घटनाओं की पुनरावृति नही होसकें।
साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि दिसम्बर में राज्य सरकार के चार वर्ष पूरा होने के बाद और राजस्थानविधानसभा के अगले वर्ष नवम्बर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश में सत्ता और संगठन में एक बारपुनः नए सिरे से आवश्यक परिवर्तन किए जायेंगे। राजनीतिक गलियारों में चर्चा हैकि हालाँकि वर्तमान हालातोंमें अशोक गहलोत ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे और सचिन पायलट को प्रदेश अध्यक्ष अथवा केन्द्र में कोई अन्यमहत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जायेंगी ।
बताया जाता है कि कांग्रेस हाई कमान देश के सबसे बड़े प्रदेश राजस्थान में पार्टी को पुनः सत्ता पर काबिजकरने के वे हर उपाय सुनिश्चत करना चाहता है जोकि वर्तमान हालातों में जरुरी है।