- ऑस्ट्रेलिया डब्ल्यूटीसी फाइनल में दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेगा
- भारत का लगातार तीसरी बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने का सपना टूटा
- भारत को मैन ऑफ द‘ सीरीज बुमराह का दूसरी पारी में गेंदबाजी न करना अखरा
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : भारत को कुल 32 विकेट चटकाने के साथ 42 रन बना मैन ऑफ द‘ सीरीज कार्यवाहक कप्तान तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का पीठ में जकड़न के कारण सिडनी में पांचवें और आखिरी टेस्ट की दूसरी पारी में गेंदबाजी न कर पाना बहुत अखरा। बुमराह 11 वें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए जरूर उतरे लेकिन पीठ में जकड़ने के कारण दूसरी पारी में गेंदबाजी नहीं कर पाए। बुमराह की गैरमौजूदी का लाभ उठाकर ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में जीत के लिए 162 रन के लक्ष्य को मात्र चार विकेट खोकर हासिल कर भारत को पांचवें व आखिरी टेस्ट में रविवार को छह विकेट से हरा सीरीज 3-1 से जीत एक दशक के बाद बॉर्डर-गावसकर ट्रॉफी जीत लगातार दूसरी बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में स्थान बनाया। भारत का लगातार तीसरी बार फाइनल में पहुंचने का सपना टूट गया। ऑस्ट्रेलिया अब डब्ल्यूटीसी फाइनल में दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेगा। भारत शुरू की लगातार दो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचा था और पहले संस्करण के फाइनल में वह न्यूजीलैंड से दूसरे संस्करण के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार गया था।
भारत की पहली पारी के 185 रन के जवाब में ऑस्ट्रेलिया अपनी पहली पारी मे 181 रन बना मेहमान टीम से पहली पारी में मात्र चार रन से पिछड़ गई थी। भारत की टीम अपनी दूसरी पारी में सुबह मात्र 157 रन पर सिमट गई थी। आस्ट्रेलिया को जीत के लिए दूसरी पारी में मात्र 162 रन बनाने का लक्ष्य मिला और उसने पीठ की जकड़न के कारण भारत को बुमराह के उपलब्ध न होने पर शुरू से दे दनादन की रणनीति अपनाई। तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा (3/65) ने तूफानी अंदाज में ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी का आगाज करने वाले सलामी बल्लेबाज सैम कोंस्टाज (22 रन, 17 गेंद, 3 चौके) को सबसे पहले वाशिंगटन सुंदर के हाथों कैच कराया और ऑस्ट्रेलिया ने मात्र 3.5 ओवर में 39 रन बना पहला विकेट खोया। प्रसिद्ध कृष्णा ने पहले मरनस लबुशेन (6 रन, 20 गेंद, एक चौका) और फिर स्टीव स्मिथ (4 रन, 9 गेंद) को उठती गेंद पर गली में जायसवाल के हाथों लपकवा कर ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 10 ओवर में तीन विकेट पर 58 कर दिया। प्रसिद्ध कृष्णा ने स्मिथ को सस्ते में आउट कर उनका टेस्ट क्रिकेट में दस हजार या इससे ज्यादा रन बनाने वाला दुनिया का 15 वां बल्लेबाज बनने की हसरत पूरी नहीं करने दी। स्मिथ 9999 टेस्ट रन पर अटक गए। अब स्मिथ को इसके लिए इसके लिए गाल में श्रीलंका के खिलाफ इस महीने के आखिर में खेले जाने वाले टेस्ट तक इंतजार करना पड़ेगा।
ट्रेविज हेड ने सलामी पहले बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा (41 रन, 45 गेंद, चार चौके) के साथ ऑस्ट्रेलिया के स्कोर को 104 पर पहुंचाया था कि तभी सिराज ने कोण बना ऑफ स्टंप से बाहर निकलती गेंद पर विकेटकीपर ऋषभ पंत के हाथों करा उनकी चौथे विकेट के लिए 46 रन की भागीदारी को तोड़ कुछ उम्मीद जगाई। हेड ने अपने टेस्ट करियर का आगाज करने वाले बियू वेबस्टर के साथ पांचवें विकेट के लिए 58 रन की अटूट भागीदारी कर ऑस्ट्रेलिया को पांचवां व आखिरी टेस्ट छह विकेट से जीता सीरीज 3-1 से जिता वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचा दिया। हेड 38 गेंद खेल चार चौकों की मदद से 34 और वेबस्टर गेंद खेल 34 गेंद छह चौकों की मदद से 39 रन बनाकर अविजित रहे।
भारत ने तीसरे दिन सुबह चार विकेट पर 141 रन से आगे खेलना कर बाकी के चार विकेट मात्र 16 रन जोड़ कर खो दिए और उसकी दूसरी पारी 157 रन पर समाप्त हुई। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने सुबह सबसे पहले रवींद्र जडेजा(13 रन , 45 गेंद, 2 चौके) को ऑफ स्टंप पर पड़ बाहर निकलती गेंद को खेलने को मजबूत कर विकेटकीपर अलेक्स कैरी के हाथों कराया और भारत न सातवां विकेट 147 रन पर खो दिया। कमिंस ने वाशिंगटन सुंदर ( 12 रन, 1 चौका, 56 गेंद) को कोण बना भीतर आती गेंद पर बोल्ड किया। कुल दस विकेट ले मैन ऑफ द मैच रहे ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड (6/45) ने अपने 17 वें लगातार दो गेंदों में पहले मोहम्मद सिराज (4 रन, 11 गेंद) को उस्मान ख्वाजा और फिर पीठ में जकड़न के बावजूद बल्लेबाजी के लिए उतरे कप्तान जसप्रीत बुमरसह (0, 1 गेंद) को बोल्ड कर भारत की दूसरी पारी 39.5 ओवर में समेट दी।
हम इस टेस्ट सीरीज से मिली सीखों के साथ आगे बढ़ना चाहेंगे :बुमराह
भारत के कार्यवाहक कप्तान और ऑस्ट्रेलिया के पांच टेस्ट की सीरीज में कुल सबसे ज्यादा 32 विकेट चटका मैन ऑफ द‘ सीरीज रहे तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने कहा, ’ जहां तक मेरी चोट के कारण मेरे ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में गेंदबाजी न करने की बात है तो बेशक कुछ निराशा हुई लेकिन आपको अपने शरीर की भी सुननी पड़ती है। कई बार आपको हालात को मानना ही पड़ता है। मैं इस टेस्ट सीरीज में सिडनी की तेज गेंदबाजों के लिए मुफीद पिच पर गेंदबाजी करना पसंद करता। मैंने पहली पारी में गेंदबाजी करने के बाद पीठ में जकड़न औेर दिक्कत महसूस की। रविवार सुबह हमारी टीम के खिलाड़ियों में खुद पर भरोसे की बाबत बात हुई। बहुत सारे किंतु-परंतु थे। रविवार सुबह भी हम मैच में थे और पूरी टेस्ट सीरीज में जमकर कड़ा मुकाबला हुआ। हमने इस टेस्ट सीरीज से बहुत सीखा और बहुत अनुभव हासिल किया। इस टेस्ट सीरीज हमारी टीम में कई नौजवान खिलाड़ी थे और उन्हें यहां इस सीरीज से जो सीखा उसका उन्हें भविष्य में लाभ मिलेगा। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में खेलने के अनुभव से वे बराबर मजबूत होंगे। अहम है खुद को हालात के मुताबिक ढालना और सीखना। हम इस टेस्ट सीरीज से मिली सीखों के साथ आगे बढ़ना चाहेंगे। यह टेस्ट सीरीज बहुत बढ़िया रही। ऑस्ट्रेलिया को टेस्ट सीरीज जीतने के लिए बधाई। हम फिर एकजुट हो आगे बढ़ेंगे। ‘
भारत के खिलाफ यह टेस्ट मेरी पसंदीदा टेस्ट सीरीज में से एक रहेगी : कमिंस
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने टेस्ट सीरीज जीतने के साथ बॉर्डर-गावसकर ट्रॉफी पर कब्जा करने की बाबत कहा, ‘भारत के खिलाफ यह टेस्ट मेरी पसंदीदा टेस्ट सीरीज में से एक रहेगी। हमारी टीम में कई ऐसे है, जो अब बॉर्डर गावसकर ट्रॉफी जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा नहीं थे। ऐसे में हमारे लड़कों की निगाहें इसे जीतने पर लगी और वे सभी इस बार कसौटी पर खरा उतरे। हम सभी को साफ साफ मालूम था हमारी योजना क्या है। हम भारत के सुबह कम से कम रनों के भीतर रोकना चाहते थे। हमें मालूम था कि सिडनी की पिच आसान नहीं रहने वाली है। हमारे बल्लेबाज के पास इस पिच पर खेलने का तरीका और बात बन गई। मुझे अपनी टीम पर फख्र है। हमारे एक टीम के रूप में बहुत वक्त साथ बिताया है।पर्थ में पहले टेस्ट में भले हम हार लेकिन यह इतनी बुरी नहीं थी। हमने इस टेस्ट सीरीज में जो कुछ हासिल किया , हमें उस पर फख्र है। हमारी ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए भारत के खिलाफ इस टेस्ट सीरीज में तीन नवोदित-नाथन मैक्सिवनी, सैम कोंस्टाज और बियू वेबस्टर ने अपने टेस्ट करियर का आगाज कर हमारी टेस्ट सीरीज की जीत में योगदान किया। मैं पूरी टेस्ट सीरीज में अपने खेल ये खासा खुश हूं। भारत के खिलाफ यह टेस्ट मेरी पसंदीदा टेस्ट सीरीज में से एक रहेगी।‘
मैंने सोचा नहीं था मुझे इस टेस्ट सीरीज में बहुत मौका मिलेगा : बोलैंड
कुल दस विकेट मैन ऑफ द‘ मैच ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड ने कहा, ‘ यह अच्छा है। मेरे लिए कुछ महीने बहुत खुशनुमा रहे। मैंने सोचा नहीं था मुझे इस टेस्ट सीरीज में बहुत मौका मिलेगा लेकिन मैं इसके लिए तैयार था। मैंने खुद को शारीरिक रूप से तैयार रखा और जिम में मेहनत की। यह जीत शानदार थी। हम भारत के खिलाफ बहुत समय से टेस्ट सीरीज 3-1 से नहीं जीते थे।मैं ऑस्ट्रेलिया को यह टेस्ट जिताने में योगदान कर खुश हूं।‘