कमिंस के गेंद से ‘पंजे’ से ऑस्ट्रेलिया ने दूसरा टेस्ट जीत सीरीज में एक- एक की बराबरी पाई

Australia won the second Test with Cummins' 'claw' of the ball and leveled the series 1-1

ऑस्ट्रेलिया ने भारत को एडिलेड में दूसरे टेस्ट में 10 विकेट से शिकस्त दी

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : तेज गेंदबाज कप्तान पैट कमिंस के दूसरी पारी में गेंद से जड़े ‘पंजे’ की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने एडिलेड में भारत से गुलाबी गेंद से दूसरा डे नाइट क्रिकेट टेस्ट तीसरे दिन रविवार सुबह पहले ही सत्र में दस विकेट से जीत कर पांच टेस्ट मैचों की बॉर्डर गावसकर ट्रॉफी में एक एक की बराबरी पा ली। भारत ने मेजबान ऑस्ट्रेलिया से पर्थ में सीरीज का पहले क्रिकेट टेस्ट मैच में 295 रन से जीत कर 1 -0 की बढ़त हासिल की थी। ऑस्ट्रेलिया ने शानदार वापसी कर साथ गुलाबी गेंद से डे नाइट टेस्ट में अपनी जीत का रिकॉर्ड 12-1 कर लिया। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस (5/57), स्कॉट बोलैंड (3/51) और मिचेल स्टार्क (2/60)की त्रिमूर्ति ने बाउंसर और शॉर्ट गेद का बेहतरीन इस्तेमाल का पहली पारी में 157 रन से पिछड़ने के बाद अपनी दूसरी पारी पारी रविवार को तीसरे दिन पांच विकेट पर 128 रन से आगे खेलना शुरू करने वाले भारत की दूसरी पारी सुबह पहले सत्र में 36.1 ओवर में 175 पर समेट दी। भारत के लिए दूसरी पारी में नीतिश रेड्डी ने ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस का पांचवां शिकार बन नौवें बल्लेबाज के रूप में 166 रन पर होने से पहले पहली पारी की तरह 47 गेंद खेल एक छक्के और छह चौकों की मदद से सबसे अधिक 42 रन बनाए। भारत ने सुबह दूसरी पारी में अपने बाकी के पांच विकेट मात्र 47 रन जोड़ कर खो दिए। भारत के बल्लेबाजी ऑलराउंडर नीतिश रेड्डी ने सही मायनों में अब तक मौजूदा टेस्ट सीरीज में चार पारियों में मध्यक्रम में नीचे आकर सबसे प्रभावशाली ढंग से ऑस्ट्रेलिया के सभी तेज गेंदबाजो का विश्वास से सामना किया। ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों की तेज और बाउंसर को ठीक से न खेलने की कमजोरी को उजागर कर दिया। ऑस्ट्रेलिया ने बिना कोई विकेट खो, आनन फानन मे 3.2 ओवर 19 रन बनाकर एडिलेड में डे नाइट टेस्ट में अपना दबदबा बरकरार रखा। ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज नाथन मैक्सिवनी 12 गेंद दो चौकों की मदद से दस और उस्मान ख्वाजा आठ गेंद खेल एक चौके की मदद से 9 रन बना अविजित रहे।

भारत की पहली पारी के 180 रन के जवाब में मैन ऑफ द’ मैच ट्रेविज हेड की 140 की आतिशी पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 337 रन की बड़ी बढ़त हासिल की थी। जवाब में भारत ने अपनी दूसरी पारी जब पांच विकेट से 128 रन से आगे शुरू की तो उसकी उम्मीद ऋषभ पंत (अविजित 28रन) और नीतिश रेडडी (अविजित 14 रन) थी। ऋषभ पंत (28 रन,30 गेंद, पांच चौके) ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क की कोण बना अंदर आने के बाद सीधी रह गई गेंद को खेलने से चूके और बोल्ड हो गए और दूसरे दिन के स्कोर में कोई रन जोड़े बिना ही भारत ने अपना छठा विकेट 128 रन पर खो दिया।

ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने बाउंसर का बेहतरीन इस्तेमाल कर रविचंद्रन अश्विन(7 रन, 14 गेंद) हुक करने को मजबूर किया गेंद उनके दस्तानों को लगकर विकेटकीपर अलेक्स कैरी के हाथों में जा पहंची और भारत ने सातवां विकेट 148 रन पर खो दिया। हर्षित राणा ( 0रन, 12 गेंद) को कमिंस ने मडल स्टंप पर तेज बाउंसर से चौंकाया और गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर उछली और गली में उस्मान ख्वाजा ने उनका आसान सा कैच लपक लिया और भारत आठवां विकेट 153 पर खो दिया। एक एक कर दूसरे छोर से साथी बल्लेबाजों को पहली पारी की तरह साथ छोड़ता देख नीतिश रेड्डी (42) ने पैट कमिंस की गेंद को अपरकट किया और डी फाइन पर नाथन मैक्सिवनी ने कैच लपक भारत का स्कोर 9 विकेट पर 166 कर दिया। मोहम्मद सिराज ( 7 रन, 8 गेंद, एक छक्का) ने स्कॉट बोलैंड की गेंद पर छक्का जड़ा लेकिन फिर यही स्ट्रोक दोहराने की कोशिश में मिड विकेट पर ट्रेविज हेड को कैच थमा बैठे और भारत की दूसरी पारी 36.5 ओवर में 175 रन पर समाप्त हुई।

दूसरे टेस्ट में हम आए मौकों को भुना नहीं सके : रोहित शर्मा
अपनी टीम की हार पर भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा, ‘हमारे लिए यह हफ्ता निरशाजनक रहा। हम इतना अच्छा खेल नहीं पाए दूसरा टेस्ट जीत पाते। दूसरे टेस्ट में हम हाथ आए मौकों को भुना नहीं सके और यही हमारी हार का कारण बना। हमने पर्थ में पहले टेस्ट में जो किया था वह शानदार था लेकिन हर टेस्ट मैच एक नई चुनौती पेश करता है। अब हमारी निगाहें सीरीज के अगले और तीसरे टेस्ट पर लगी। अब हम यह देखेंगे कि हमने पिछली बार पर्थ और ब्रिस्बेन में क्या अच्छा किया था।

हेड ने दूसरे टेस्ट का रुख हमारी ओर मोड़ दिया : कमिंस
ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने कहा, ‘ हमारे लिए यह हफ्ता शानदार रहा। पर्थ में हम बतौर टीम जैसा प्रदर्शन करना चाहते थे उससे बहुत दूर रे लेकिन एडिलेड में दूसरे टेस्ट में मिली जीत अच्छी रही। जहां तक तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क की बात है तो उन्होंने एडलेड में शानदार गेंदबाजी की और । वह एक दशक से हमारे लिए शानदार गेंदबाजी करते आ रहे हैं। मैं इस लिहाज से खुद को खुशकिस्मत मानता हूं। पहली पारी में एडिलेड में शतक जड़ने वाले ट्रेविज हेड को एडिलेड में बल्लेबाजी करना पसंद है। जब हेड बल्लेबाजी के लिए क्रीज पर उतरे तो तब टेस्ट किसी भी टीम की ओर मुड़ सकता था और उन्होंने टेस्ट का रुख हमारी ओर मोड़ दिया। अहम था एडिलेड टेस्ट में बढ़त हासिल करना। हमारे लिए गेंदबाजी करने का सही वक्त था । बिजली के दूधिया प्रकाश में गेंद ज्यादा हरकत करती है। बोलैंड सही ढंग से टीम के साथ तालमेल बैठाया।’