ख्वाजा के बेहतरीन अविजित शतक से ऑस्ट्रेलिया का मजबूत आगाज

  • शमी ने सपाट पिच पर चटकाए दो विकेट, अश्विन व जडेजा को मिला एक-एक विकेट

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा के बेहतरीन अविजित शतक की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ अहमदाबाद में दुनिया के सबसे बड़े नरेन्द्र मोदी स्टेडियम में बृहस्पतिवार को शुरू हुए बॉर्डर-गावसकर ट्रॉफी के चौथे और आखिरी क्रिकेट टेस्ट में पहली पारी में चार विकेट पर 255 रन का मजबूत आगाज किया । उस्मान ख्वाजा ने दिन के आखिरी और भारत के पहले दिन के सबसे कामयाब तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी (2/65) के 17 वें ओवर की पहली गेंद को डीप स्कवॉयर लेग पर फ्लिक कर 246 गेंद खेल अपनी पारी का 15 चौका जड़ अपना 14 वां टेस्ट शतक पूरा किया। यह किसी पिछले पांच बरस में भारत में टेस्ट में शतक जडऩे वाले छठे विदेशी बल्लेबाज हैं। पहले दिन का खेल बंद होने के समय ख्वाजा 104 और उनके साथ कैमरून ग्रीन 64 गेंद खेल कर आठ चौकों की मदद से 49 रन बनाकर खेल रहे थे और ये दोनों अब तक पांचवें विकेट के लिए 85 रन की असमाप्त भागीदारी कर चुके हैं। मौजूदा टेस्ट सीरीज में यह पहला दिन था जब भारत के उसके सबसे कामयाब लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा (1/49)और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन(1/57) को सपाट पिच पर विकेट चटकाने के लिए संघर्ष करना पड़ा। भारत के गेंदबाजों ने सुबह के पहले घंटे और आखिर के आधे घंटे को छोड़ सपाट पिच पर खासे नियंत्रण से गेंदबाजी की। भारत ने 81.1 ओवर बाद जब दूसरी नई गेंद ली तब ऑस्ट्रेलिया का स्कोर चार विकेट पर 203 रन था। नई गेंद पर 8.5 ओवर में 52 रन जोड़े। कैमरून ग्रीन (30) मोहम्मद शमी के दिन के 16 वें ओवर पारी के 85 वेंं ओवर की तीसरी गेंद पर तब खुशकिस्मत रहे की जब उनकी अचानक उछली गेंद उनके बल्ले का बाहर किनारा लेकर उछली लेकिन गली में खड़े फील्डर के पास गिरी और वह आउट होने से बच गए तब ऑस्ट्रेलिया का स्कोर चार विकेट पर 228 था अन्यथा भारत को खेल के आखिरी सत्र में पांचवां विकेट मिल गया होता। उमेश यादव बदकिस्मत रहे कि उन्हें विकेट नहीं मिला लेकिन उन्होंने अपनी शॉर्ट गेंदों से उस्मान ख्वाजा, कप्तान स्टीव स्मिथ और पीटर हैंडसकॉम्ब को खासा परेशान किया।

ख्वाजा का ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ भारत का यह तीसरा दौरा है और इससे पहले के दोनों दौरों पर उन्हें आठ टेस्ट में अपनी टीम के लिए एक भी टेस्ट खेलने का मौका नहीं मिला वह बाहर बेंच पर बैठे रहे थे। मौजूदा दौरे पर मौके का पूरा लाभ उठाते हुए उस्मान ख्वाजा (कुल 257 रन) के साथ भारत के कप्तान रोहित शर्मा (207) को पीछे छोड़ मौजूदा टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। वह मौजूदा टेस्ट सीरीज में भारत के कप्तान रोहित शर्मा के बाद शतक जडऩे वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए। ख्वाजा ने पहले विकेट के लिए ट्रेविज हेड (32) के साथ 61 और कप्तान स्टीव स्मिथ (32) के साथ तीसरे विकेट के लिए 79 रन की भागीदारी कर टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करनी वाली ऑस्ट्रेलिया को सपाट पिच पर बड़े स्कोर की अग्रसर कर दिया। भारत के गेंदबाजों को अब दूसरे दिन धैर्य दिखाते हुए और बेहतर गेंदबाजी कर ऑस्ट्रेलिया के बाकी विकेट सस्ते में निकालने होगी।

भारत के कप्तान रोहित शर्मा का चाय के बाद रणनीति बदलना सार्थक रहा। चायकाल के बाद भारत के तेज गेंदबाज उमेश यादव , मोहम्मद शमी का शॉर्ट पिच गेंदबाजी कर ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज स्टीव स्मिथ और उस्मान ख्वाजा, पीटर हैंडकॉम्ब को खासा परेशान किया। भारत ने चायकाल के बाद शुरू के 40 मिनट में 21 रन के भीतर पहले जम कर खेल रहे स्टीव स्मिथ और फिर पीटर हैंडसकॉम्ब के विकेट निकाले। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ (38 रन, 135 गेंद। तीन चौके) भारत के लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा के 14 वें पारी के 64वेंओवर की चौथी गेंद को एक रन के लिए क्षेत्ररक्षक के बीच से निकालने के फेर में शरीर से दूर खड़े खड़े खेलने गए और गेंद उनके बल्ले को लेकर उनका स्टंप उड़ा ले गई। स्मिथ के रूप में ऑस्ट्रेलिया ने तीसरा विकेट 151 रन पर खोया लेकिन आउट होने से पहले उन्होंने तीसरे विकेट के लिए 79 रन जोड़े। यह सातवां मौका था जब टेस्ट मैच में रवींद्र जडेजा ने स्मिथ को आउट किया। स्मिथ को टेस्ट में सबसे ज्यादा नौ बार स्टुअर्ट ब्राड ने और फिर रविचंद्रन अश्विन और जेम्स एंडरसन ने आठ आठ बार आउट किया। सबसे दिलचस्प बात यह है कि जडेजा ने स्मिथ को सबसे ज्यादा चार बार टेस्ट मैच में बोल्ड किया है। पीटर हैंडसकॉम्ब (17 रन, 27 गेंद, तीन चौके) ने मोहम्मद शमी की ऑफ स्टंप पर गिर सीधी रही गेंद को खड़े खड़े खेलने की कोशिश की गेंद उनका ऑफ स्टंप उड़ा ले गई। ऑस्ट्रेलिया ने हैंडसकॉम्ब के रूप में अपना चौथा विकेट अपनी पारी के 71 वें ओवर की चौथी गेंद पर खोया। हैंडसकॉम्ब ने ख्वाजा के साथ चौथे विकेट के लिए 19 रन की भागीदारी की।

सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने पारी के 49 और तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के दसवें ओवर की तीसरी गेंद को शरीर से दूर आधे अधूरे मन से किसी तरह खेला लेकिन गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर दूसरी स्लिप के पास से चौेके लिए निकल गई और उन्होंने 146 गेंद खेल नौ चौकों की मदद से अद्र्धशतक पूरा किया। मौजूदा टेस्ट सीरीज का यह पहला सत्र रहा जहां भोजनावकाश और चायकाल के बीच एक भी विकेट नहीं गिरा। ऑस्ट्रेलिया ने इस दौरान 33 ओवर में 74 रन जोड़े और तब ख्वाजा 65 और कप्तान स्टीव स्मिथ 38 रन बनाकर क्रीज परे थे। ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों उस्मान ख्वाजा और कप्तान स्मिथ ने संयम से बल्लेबाजी कर भारतीय गेंदबाजों को थकाने की रणनीति बनाई थी।

ऑस्ट्रेलिया ने लंच तक अपनी पहली पारी में 29 ओवर में दो विकेट खोकर 75 रन बनाए थे। ऑस्ट्रेलिया ने लंच से पहले दस ओवर में आठ रन जोड़े और इसमें सात मेडन थे। ट्रेविज हेड और उस्मान ख्वाजा की सलामी जोड़ी ने आक्रामक अंदाज में आगाज कर जब पहले घंटे में अपनी पहली पारी में 14 ओवर में चार रन प्रति ओवर की औसत से बिना विकेट खोए जब 56 रन बनाए। भारत ने दूसरे घंटे में 15ओवर फेंके और इसमें सात ओवर मेडन फेंके और मात्र 19 रन देकर ऑस्ट्रेलिया के ट्रेविज हेड और मरनुस लबुशेन के विकेट चटकाए, भारत को सुबह तेज आगाज करने वाले ट्रेविज हेड (7) का विकेट छठे ओवर में 23 रन के स्कोर पर मिल जाता लेकिन विकेटकीपर श्रीकर भरत ने एक बेहद आसान सीधा सा कैच टपका दिया। हेड ने इसका लाभ उठाकर मैदान में चारों और खूबसूरती से शॉट खेले। भारत के लिए दूसरे घंटे में ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा के साथ तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने बेहद नियंत्रण के साथ गेंदबाजी करते हुए रनों पर पूरी तरह लगाम लगा दी।

खासे नियंत्रण से गेंदबाजी करने वाले अश्विन ने सुबह बल्लेबाजों की मददगार पिच पर अपने शुरू के तीन ओवर में मात्र छह रन दिए। अश्विन ने दूसरे घंटे के दूसरे ओवर में हेड (32 रन। 44 गेंद, 7 चौके) को मिड ऑफ के उपर से स्ट्रोक लगाने पर मजबूत किया लेकिन वह गेंद की पिच पर नहीं पहुंच पाए और रवींद्र जडेजा ने अपनी बाएं ओर पूर्वानुमान लगा बेहतरीन कैच उनकी बढिय़ा पारी का अंत कर दिया। ऑस्ट्रेलिया ने हेड के रूप में अपना पहला विकेट मात्र 61 रन पर गंवा दिया। मरनस लबुशेन (3 रन, 20 गेंद)तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की गेंद गिर कर अंदर आई उसेे ड्राइव करने के फेर में उनकी गेंद की लाइन चूके और बोल्ड हो गए। लबुशेन के रूप में ऑस्ट्रेलिया ने दूसरा विकेट 22.2 ओवर में 72 रन गंवा दिया।

‘मेरे लिए शतक पूरा करना बेहद भावुक क्षण’
‘ मेरे लिए शतक पूरा करना खासा भावुक क्षणा है। मैं मौजूदा दौरे से पूर्व दो बार ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ भारत का दौरा कर चुका हूं और तब मुझे आठ टेस्ट मैच में एक भी टेस्ट मैच खेलने का मौका नहीं मिला। यह पिच बल्लेबाजी के लिए बढिय़ा है। मैं बस अपना विकेशट यूं नहीं गंवाना चाहता था। यह सबसे ज्यादा जेहनी संघर्ष था। आपको अपने अहम को दरकिनार करना होता।- उस्मान ख्वाजा, ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज