रविवार दिल्ली नेटवर्क
जांजगीर-चाम्पा : जांजगीर-चाम्पा के छोटे से गांव के आयुष्मान आरोग्य मंदिर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की देशभर में चर्चा, जांजगीर के तीन अस्पतालों को सरकार ने दिया था सम्मान सरकार के ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित होने वाले आयुष्मान आरोग्य मंदिर पीएचसी (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) और सीएचसी (स्वास्थ्य सुविधा केंद्र) के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं ताकि लोगों को बेहतर और गुणवत्तापूर्ण सुविधाएं मिल सकें. शासकीय अस्पतालों में भी स्वास्थ्य सेवाओं में कई तरह के बदलाव हो रहे हैं ताकि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा सकें. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जर्वे ब को उच्च गुणवत्ता सर्टिफिकेशन प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि इस केंद्र में राष्ट्रीय स्तर पर उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाती हैं.
भारत सरकार की राष्ट्रीय गुणवत्ता टीम ने पिछले वर्ष 29 और 30 मई 2023 को विकासखंड बलौदा के तहत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र जर्वे ब में स्वास्थ्य केन्द्र के विभागों की सुविधाओं और उनके रखरखाव के गुणवत्ता मानकों का निरीक्षण किया था,इसके परिणामस्वरूप,भारत सरकार ने 81.7 प्रतिशत अंकों के साथ संस्था की ओर से प्रदान की जाने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं को राष्ट्रीय गुणवत्ता मानकों के अनुरूप मान्यता प्राप्त है. उन्होंने कहा कि इससे जनसाधारण में शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं के प्रति रुचि, विश्वास और विश्वास बढ़ेगा.
जांजगीर-चाम्पा जिले के तीन स्वस्थ्य केन्द्र को मिल चुका सर्टिफिकेट….
केन्द्र स्तर पर एनक्यूएएस (नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्टैंडर्ड) सर्टिफिकेट अब जिले में तीन अस्पतालों को प्राप्त हुआ था,जिन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र में लोगों को उच्च-गुणवत्ता की सुविधाएं प्रदान की हैं.इसमें राहौद पीएचसी और जिला मुख्यालय जांजगीर पुराना जिला अस्पताल, और बलौदा ब्लॉक के ग्राम जर्वे (ब) के आयुष्मान आरोग्य मंदिर पीएचसी शामिल हैं.इससे जिले में अब तीन अस्पतालों को यह सर्टिफिकेट मिला है.जर्वे के पीएचसी सेंटर को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से सेवाओं के मूल्यांकन में 81.7 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए थे, सर्टिफिकेट की मान्यता 4 साल तक रहती है,
आयुष्मान आरोग्य मंदिर पीएचसी सेंटर जर्वे (ब) योगेंद्र कुमार जोगी,चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि पिछले वर्ष -29- मई-2023 में पीएचसी जर्वे (ब) का एक्सटर्नल असेसमेंट हुआ था.इसमें मूल्यांकन के लिए दूसरे राज्यों से टीम आई थी,और अस्पताल का आंतरिक स्कोर मूल्यांकन के लिए देखा गया, जब अस्पताल का आंतरिक स्कोर 70 प्रतिशत से अधिक होता है, तब जिले और राज्य स्तर की टीम उसका मूल्यांकन करती है. राज्य स्तरीय टीम की ओर से मूल्यांकन के बाद भारत सरकार की ओर से भी मूल्यांकन कराया गया. इसमें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जर्वे में स्वच्छता, दिशा-निर्देश की बोर्ड की कौन से रूम में किसकी सुविधा है,डॉक्टर की नाम की सूची, पालना, दिव्यांग चेयर, मेडिसिन काउंटर, टेस्टिंग रूम आदि के माध्यम से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को बेहतर सुविधाएं देने के लिए क्वालिटी सर्टिफिकेट प्रदान किया गया था इस सर्टिफिकेट की मान्यता सेंटर के लिए 4 साल तक रहती है