रविवार दिल्ली नेटवर्क
कांकेर : जिले के चारामा विकासखंड के ग्राम अरौद में दुर्गा मंदिर के जोत कक्ष के खपरैल को तोड़कर जोत कक्ष में घुसे दो भालुओ ने नवरात में प्रज्जवलित 60 दीयों का तेल पी लिया और कक्ष को तहस नहस कर दिया। भालुओं के इस उत्पात से आस्था के सभी जोत कलश बुझ गए। जानकारी के अरौद में दुर्गा मंदिर के बाजू में जोत कक्ष में नवरात्र में इस बार 60 जोत प्रज्जवलित किया गया था।
ग्राम के पुजारी ईश्वर पटेल ने बताया कि 7 अक्टूबर की मध्य रात्रि जोत कक्ष के ऊपर खपरैल वाले मकान के ऊपर दो भालुओं ने खपरैल, बांस, लकडी पर चढ़कर उसे तोड़कर जोत कक्ष में प्रवेश किया और आस्था के जल रहे जोत कलश को बुझाकर उसके तेल को पी गए। भालुओं की आवाज सुनकर पड़ोसी घासी पटेल ने पुजारी ईश्वर पटेल को जगाया और बताया, तब तक भालू उत्पात मचा रहे थे। पड़ोसी और पुजारी ने जैसे तैसे भालुओं को भगाया, परंतु कुछ देर बाद फिर से भालू जोत कक्ष में पहुँचकर बचे दिए को तोड़कर तहस नहस कर दिया।
भालुओं के उत्पात की खबर गांव में आग की तरह फैल गर्ठ और घटना को देखने के लिए सुबह से गाँव के लोगों की भीड़ जुट गई थी। पुजारी ईश्वर पटेल ने बताया कि भालुओं के उत्पात की जानकारी वन विभाग के वर रक्षक का दिया गया और वन रक्षक मौके पर पहुँचकर क्षतिग्रस्त हुए और नुकसान की जानकारी लेकर उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया।