नये वर्ष 2025 का आगाज : नया साल 2025 में देश दुनिया में शान्ति का नया पैग़ाम भी लेकर आएगा?

Beginning of the New Year 2025: Will the New Year 2025 bring a new message of peace to the country and the world?

गोपेन्द्र नाथ भट्ट

सूरज की पहली किरण के साथ ही दुनियाभर में बहुत उत्साह और उमंग के साथ नये साल का स्वागत किया गया । वर्ष 2024 को अलविदा कहने और नये साल 2025 की अगवानी करने के लिए आधी रात से बड़े तड़के तक नये वर्ष की पार्टियों का ऐसा जश्न चला कि लोग मदहोश होकर झूम उठे।इसके साथ ही वर्ष 2025 का आगाज हो गया। इस मध्य एक दुःखद खबर भी आई।अमेरिका के लुइसियाना राज्य के न्यू ऑर्लियंस शहर में एक जनवरी को एक शख्स ने नए साल का जश्न मना रहे लोगों पर पिकअप ट्रक चढ़ा दी। इस दुर्घटना में करीब एक दर्जन लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए।हमलावर ने गोलिया भी चलाई।

दूसरी ओर भारत में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के कई श्रद्धा स्थलों पर देर रात से ही मंदिरों और देवधामों पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ते देखा गया। राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में बुधवार को कनाट प्लेस जाने वाली हर सड़क घंटों जाम में फँसी रही। कमोबेश यही हाल पूरे एनसीआर क्षेत्र का रहा।नये वर्ष 2025 का नया सवेरा, नई उम्मीदों के साथ हर किसी को उत्साहित करता हुआ दिखाई दे रहा था। नई दिल्ली के बिरला मन्दिर और गुरुद्वारा बंगला साहब तथा तिरुपति मन्दिर सहित अन्य सभी देवालयों में जन सैलाब उमड़ पड़ा।

नई दिल्ली के आसपास के पर्यटन और धार्मिक स्थलों पर सैलानियों का ऐसा गजब का जमावड़ा दिखा कि हजारों लोगों मथुरा वृन्दावन बृज के अन्य स्थानों तथा आगरा जयपुर दिल्ली पर्यटन त्रिकोण के मध्य आने वाले स्थलों को ओर दौड़ पड़े। गुड़गाँव भिवाड़ी नीमराणा
जीटी करनाल रोड पर स्थित खाने पीने के मशहूर स्थलों पर भी भारी भीड़ उमड़ गई।

पर्यटन के लिए विश्व प्रसिद्ध राजस्थान में भी देशी-विदेशी पावणों की ज़बर्दस्त आवाजाही की खबरें है।देशी-विदेशी पावणों को म्हारो राजस्थान खूब भायो। पधारो म्हारे देश की संस्कृति पर्यटकों को न्यू ईयर सेलिब्रेशन के लिए खुब रास आई।देश-दुनिया से बड़ी संख्या में सैलानियों का रंग रंगीले राजस्थान में ज़ोरदार जमघट लगा। नये साल के जश्न के लिए धोरों की धरा जैसलमेर से लेकर लेकसिटी उदयपुर , गुलाबी नगरी जयपुर से लेकर सूर्य नगरी जोधपुर, रणथंभौर और सरिस्का टाईगर अभयारण्य एवं घना बर्ड सेंच्यूरी पर्यटकों से गुलजार रहें।माउण्ट आबू में गुजराती पर्यटकों का सैलाब उमड़ा। जैसलमेर के रतीले धोरों में कड़कड़ाती ठंड के बीच 2025 का जश्न मनाया गया।प्रदेश के सभी नामी और छोटे-बड़े होटल्स, रिसोर्ट्स में बुकिंग फुल रही। राजस्थान की मनुहार देशी स्वागत सत्कार, लोक कला, खानपान पर्यटकों को जमकर रास आया।

हजारों लोगों ने खाटूनगरी में बाबा श्याम के मंदिर के दर्शन से नये साल की शुरुआत की।सालासर बालाजी धाम, करणी माता समेत मेंहदीपुर बालाजी, नाथद्वारा-कांकरौली राजसमन्द, एकलिंग जी पुष्कर धाम आदि देवधामों पर खासी भीड़ देखने को मिली।जयपुर में आराध्य देव गोविंददेवजी, मोतीडूंगरी गणेश, खोले के हनुमान, गढ़ गणेश, काले हनुमानजी मंदिर समेत देवधामों पर श्रद्धा का सैलाब उमड़ा।

उत्साह और उमंग के साथ हुए नये साल 2025 के स्वागत के साथ ही लोगों ने नये साल में कई नये संकल्प भी लिये। देखना है विश्व युद्ध के मुहाने में खड़ी दुनिया के लिए नया साल 2025 में देश दुनिया में शान्ति का नया पैग़ाम भी लेकर आएगा?