रविवार दिल्ली नेटवर्क
- पुलिसकर्मी ने लगाया विधायक और समर्थकों पर मारपीट और वर्दी फाड़ने का आरोप
- दालत में आत्मसमर्पण के दौरान की घटना, कौन बोल रहा सच
भदोही : भदोही के सपा विधायक जाहिद बेग की मुश्किलें फिलहाल थमने का नाम नहीं ले रही हैं। विधायक और उनके समर्थकों पर एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। इस बार विधायक और उनके समर्थकों पर अदालत में आत्मसमर्पण के दौरान ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों से मारपीट, वर्दी फाड़ने और सरकारी काम में बाधा डालने का केस दर्ज हुआ है।
ज्ञानपुर कोतवाली में तैनात पुलिसकर्मी अवधेश सिंह यादव की तरफ से दर्ज कराई गई प्राथमिकी में विधायक और उनके समर्थकों को आरोपित करते हुए कहा गया है कि हम और अन्य साथी अदालत के गेट नंबर तीन पर वाहन चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान सपा विधायक अपने 40-50 समर्थकों के साथ अदालत परिसर में दाखिल हुए। हमने साथियों के साथ उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की, लेकिन विधायक के साथ मौजूद समर्थक धक्का-मुक्की और मारपीट पर उतर आए। इस दौरान हमारी वर्दी भी फाड़ दी गई। अवधेश सिंह यादव गाजीपुर गहमर के निवासी हैं। सम्बंधित प्राथमिकी में सपा विधायक बेग को नामजद किया गया है जबकि उनके 40/50 समर्थकों के खिलाफ अज्ञात का मुकदमा दर्ज कराया गया है।
भदोही के समाजवादी पार्टी के विधायक जाहिद बेग घरेलू नाबालिक सहायिका की आत्महत्या के मामले में गुरुवार को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में आत्मसमर्पण किया था। जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भी दिया गया था। विधायक पर इस मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। लिहाजा पुलिस उन्हें गिरफ्तार करना चाहती थी। लेकिन विधायक अपने अधिवक्ता के साथ न्यायालय परिसर में पहुंचे थे। इस दौरान सपा विधायक और गिरफ्तार करने के लिए प्रयासरत पुलिस कर्मियों के बीच खूब धक्का-मुक्की हुई थी।
पुलिस कर्मियों की अभद्रता पर पर वरिष्ठ अधिवक्ता तेज बहादुर यादव ने सवाल भी उठाया था। उन्होंने कहा था कि विधायक की चप्पल टूट गई और कपड़े फट गए। उनकी हार्ट सर्जरी भी हुईं है इसके बाद भी पुलिस ने सारी हदें पार कर दी। उन्होंने पुलिस को आरोपित करते हुए कहा था कि आत्मसमर्पण लोगों का कानूनी अधिकार है।समर्पण की सूचना भी पुलिस को दे दी गई थी। लेकिन पुलिस ने विधायक के साथ अभद्रता किया।
समाजवादी पार्टी के विधायक जाहिद बेग भी जेल जाने के दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए पुलिस की तरफ से उनके साथ की गई अभद्रता पर सवाल उठाया था। लेकिन अब यही आरोप पुलिस ने पलट कर विधायक और उनके समर्थकों पर लगाया है। फिलहाल सत्ता और विपक्ष में चूहे -बिल्ली का खेल शुरू हो गया है।