गोपेन्द्र नाथ भट्ट
नई दिल्ली : नई दिल्ली के होटल रेडिसन में आयोजित वैश्विक व्यापार एवं प्रौद्योगिकी परिषद (भारत) की वार्षिक आम सभा में पैलेस ऑन व्हील्स को कॉन्डे नास्ट लग्जरी ट्रेन सर्वे में इस साल प्रथम स्थान स्थान के साथ दुनिया की सबसे बेहतरीन लग्जरी टूरिस्ट ट्रेन का खिताब मिलने पर पैलेस ऑन व्हील्स के निदेशक (ओ एंड एम ) भगत सिंह लोहागढ़ का सम्मान किया गया।इस समारोह में कई देशों के राजदूत मौजूद थे।
वैश्विक व्यापार एवं प्रौद्योगिकी परिषद (भारत) के संस्थापक निदेशक डॉ गौरव गुप्ता और राजदूतों ने भगत सिंह लोहागढ़ को सम्मानित किया।
इस मौक़े पर पैलेस ऑन व्हील्स के संचालन की जिम्मेदारी सम्भाल रही ओ एंड एम कम्पनी के निदेशक भगत सिंह लोहागढ़ ने बताया कि भारतीय रेल और राजस्थान पर्यटन विकास निगम द्वारा जॉइंट वेंचर के रूप में 1982 से चलाई जा रही राजस्थान की इस सुपर लग्जरी रॉयल ट्रेन पैलेस ऑन व्हील्स को इस साल कॉन्डे नास्ट लग्जरी ट्रेन सर्वे में पहला स्थान मिला हैं। पिछले साल पैलेस ऑन व्हील्स दूसरे स्थान पर थी, लेकिन ट्रेन की सुविधाओं में किए गए सुधार तथा इसके नवीनीकरण और सोंदर्यकरण के कार्यों की वजह ने इसे शीर्ष पर पहुंचा दिया है।
उन्होंने बताया कि कॉन्डे नास्ट रीडर्स च्वाइस अवार्ड्स -24 में दुनिया भर के लोगों के बीच किए गए सर्वे में पैलेस ऑन व्हील्स को यह सम्मान मिला है। इस सर्वे में दुनिया भर की शीर्ष 20 लग्जरी टूरिस्ट ट्रेनें शामिल थीं इस वर्ष भारत की पैलेस ऑन व्हील्स सहित तीन ट्रेनें शीर्ष 13 में शामिल हैं। गोल्डन चैरियट को 11वां स्थान मिला है, जबकि आईआरसीटीसी द्वारा संचालित महाराजा एक्सप्रेस को 13वां स्थान मिला है।
लोहागढ़ ने बताया कि पैलेस ऑन व्हील्स सात दिनों में राजस्थान और उत्तर प्रदेश के आगरा का सफर मात्र सात दिनों में कराती हैं। यदि सड़क मार्ग से यह यात्रा की जाएँ तो इसमें तीन गुणा अधिक समय लगता हैं। यह ट्रेन हर बुधवार को नई दिल्ली से रवाना होकर राजस्थान के जयपुर, सवाई माधोपुर, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, जैसलमेर, जोधपुर , भरतपुर होती हुई विश्व के सात अजूबों में शामिल उत्तर प्रदेश के आगरा का भ्रमण करा पर्यटक यात्रियों को पुनः नई दिल्ली लाती है।
समारोह में शाही रेल गाड़ी पहियों पर राजमहल के प्रदीप बोहरा ने बताया कि राजस्थान पर्यटन विकास निगम (आरटीडीसी) के निर्देशन एवं पर्यवेक्षण में शाही लक्जरी ट्रेन में विश्वस्तरीय सुविधाएं विकसित की गई हैं, जिससे इसमें सफर करने वाले पर्यटकों की ओर से शानदार प्रतिक्रिया मिल रही है। पिछलें 42 वर्षों के सुनहरे सफ़र में इस ट्रेन ने कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं।