कर्नाटक से आए उच्च स्तरीय चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद में गर्मजोशी से स्वागत, एडमिन ब्लॉक में कुलाधिपति श्री सुरेश जैन से की शिष्टाचार मुलाकात, श्री क्षेत्र श्रवणबेलगोला मठ और तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के बीच भविष्य में रिश्ते होंगे और प्रगाढ़
रविवार दिल्ली नेटवर्क
- टीएमयू के भव्य कैंपस का भ्रमण करके देखा इंफ्रास्ट्रक्चर
- आधा दर्जन कॉलेजों की स्मार्ट क्लासेज़ और लैब्स देखीं
- स्पोर्ट्स स्टेडियम और कॉम्पलेक्स का भी किया मुआयना
- जैन स्टुडेंट्स, फैकल्टीज़ और अफसरों से हुआ इंटरेक्शन
- जिनालय में विधि-विधान से किया अभिषेक, दी शांतिधारा
- टीएमयू की भव्यता-दिव्यता को देखकर अभिभूत हुए मेहमान
कर्नाटक में प्रस्तावित भगवान बाहुबली यूनिवर्सिटी के निर्माण से पूर्व वहां के आला प्रबंधन ने तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद का तीन दिनी सघन भ्रमण किया। वे सबसे पहले जिनालय में श्रीजी की आरती में शामिल हुए। इससे पूर्व इस चार सदस्यीय उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल का कैंपस में पहुंचने पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया। पूजा-अर्चना से पहले इस प्रतिनिधिमंडल ने एडमिन ब्लॉक में कुलाधिपति श्री सुरेश जैन से शिष्टाचार मुलाकात की। शाम को ऑडी में इस प्रतिनिधिमंडल ने वीसी प्रो. वीके जैन के संग-संग जैन स्टुडेंट्स, जैन फैकल्टीज़ और प्रशासनिक अफसरों के साथ इंटरेक्शन भी किया। इस मौके पर कुलाधिपति श्री सुरेश जैन ने कर्नाटक से आए अपने मेहमानों को आश्वस्त किया, प्रस्तावित बाहुबली यूनिवर्सिटी के निर्माण में सहयोग के लिए टीएमयू तन, मन, धन से तैयार है। टीएमयू के दरवाजे मदद के लिए चौबीस घंटे खुले हैं। कुलाधिपति बोले, देशभर में इस समय 500 और यूनिवर्सिटीज़ की दरकार है। मेरा मन है, टीएमयू की तर्ज पर देश में और जैन यूनिवर्सिटीज़ खुलें। इससे पूर्व मेहमानों ने अपने संबोधन में कहा, श्री क्षेत्र श्रवणबेलगोला मठ के हमारे मठाधीश श्री चारूकीर्ति की दिली इच्छा है, कर्नाटक के हासन जिले में प्रस्तावित भगवान बाहुबली यूनिवर्सिटी भी तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद (यूपी) के मॉडल पर खुले। उल्लेखनीय है, अयोध्या में 22 जनवरी को श्रीराम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान टीएमयू के कुलाधिपति श्री सुरेश जैन की श्री क्षेत्र श्रवणबेलगोला मठ के मठाधीश श्री चारूकीर्ति जी से शिष्टाचार मुलाकात हुई थी, जिसमें उन्होंने कर्नाटक में भगवान बाहुबली यूनिवर्सिटी खोलने की इच्छा जताई। साथ ही कहा, कर्नाटक से एक प्रतिनिधिमंडल टीएमयू का जल्द दौरा करके वहां के मॉडल को जानेगा। इस दौरान स्वामी रविन्द्र कीर्ति जी की भी गरिमामयी मौजूदगी रही। इसी बहुमूल्य संवाद के तहत ही यह भ्रमण हुआ है।
इस मौके पर अतिथि मेहमानों- भारत वर्षीय दिगंबर जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी, कर्नाटक के प्रेसीडेंट श्री विनोद कुमार जैन भाकलीवाल, श्री बब्बन परीसा दथवाडे, श्री नितिन जैन और श्री बाहुबली बी जे, वीसी प्रो. वीके जैन, श्री मनोज जैन, प्रो. एसके जैन, प्रो. रवि जैन, प्रो. विपिन जैन, श्री विपिन जैन, डॉ. अक्षय जैन, डॉ. रत्नेश जैन, डॉ. विनोद जैन, डॉ. अर्चना जैन के संग-संग जैन छात्र-छात्राओं की उल्लेखनीय मौजूदगी रही। आगत दिवस शनिवार को अपने व्यस्त शेड्यूल के दौरान जिनालय में विधि-विधान से इन मेहमानों ने भगवान महावीर का अभिषेक और शांतिधारा करके पुण्य लाभ कमाया। कुलपति कार्यालय में वीसी प्रो. वीके जैन से कर्नाटक जैन समाज के इस शिष्टमंडल ने औपचारिक मुलाकात की। इस दौरान वीसी प्रो. वीके जैन और डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन ने यूनिवर्सिटी की विकास यात्रा के बारे में विस्तार से बताया। इसके तुरंत बाद गोल्फ कार्ट पर सवार होकर कर्नाटक के इस शिष्टमंडल ने तीर्थंकर महावीर हॉस्पिटल, कुलाधिपति आवास- संवृद्धि, मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज के संग-संग इनडोर स्टेडियम और हॉस्टल्स का भ्रमण किया। कर्नाटक रवाना होने से पूर्व प्रतिनिधिमंडल ने मेहमाननवाजी के लिए कुलाधिपति श्री सुरेश जैन का दिल की गहराइयों से आभार व्यक्त करते हुए कहा, यूनिवर्सिटी की दिव्यता और भव्यता देखकर हम अभिभूत हैं। उन्होंने उम्मीद जताई, श्री क्षेत्र श्रवणबेलगोला मठ और तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के बीच भविष्य में रिश्ते और प्रगाढ़ होंगे। यह शिष्टमंडल पांच मई की सुबह जिनालय में अभिषेक और शांतिधारा करके कर्नाटक के लिए रवाना हो जाएगा।