भजनलाल सरकार की राजस्थानवासियों को बड़ी सौगात

Bhajan Lal government's big gift to the people of Rajasthan

  • मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना से अब दूसरे राज्यों में भी मिलेगा इलाज
  • भारत सरकार द्वारा उपहार स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के अंतर्गत राजस्थान में ‘श्री खाटू श्याम जी मंदिर (सीकर) में विकास कार्यों’ के लिए 8 हजार 787 लाख रुपये की स्वीकृति

गोपेंद्र नाथ भट्ट

नई दिल्ली : भौगोलिक दृष्टि से देश के सबसे वृहद प्रदेश राजस्थान ने रविवार को अभूतपूर्व ढंग से अपना 76वां स्थापना दिवस मनाया । प्रदेश की भजन लाल सरकार ने इस खास दिवस के लिए ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए राजस्थान दिवस को प्रात को चैत्र शुल्क प्रतिपदा को मनाने का निर्णय लिया गया है। यह कदम भारतीय सांस्कृतिक विरासत को पुनर्स्थापित करने वाला एक दूरगामी कदम निर्णय है।

राजस्थान की स्थापना चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को 30 मार्च 1949 को हुई थी। इसलिए प्रतिवर्ष 30 मार्च को ही राजस्थान स्थापना दिवस मनाया जाता था। आजादी से पहले यह प्रदेश राजपूताना नाम से जाना जाता था। सरदार वल्लभ भाई पटेल की अगुवाई में राजपुताना की 19 रियासतों और 33 छोटी रियासतों को एकजुट कर प्रदेश के रूप में स्थापित किया गया था। राजस्थान का एकीकरण 7 चरणों में संपन्न हुआ था।एकीकरण के चौथे चरण में संयुक्त राजस्थान व जयपुर, जोधपुर, बीकानेर,जैसलमेर रियासतों को मिलाकर वृहद राजस्थान का निर्माण किया गया और सरदार वल्लभ भाई पटेल ने ही वृहद राजस्थान का उद्घाटन किया था।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश वासियों को देश के किसी भी राज्य में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सा विभाग को सभी तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए है जिससे प्रदेश के नागरिकों को अब अन्य प्रदेशों में भी चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी। दूसरी ओर भारत सरकार के उपहार स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के अंतर्गत राजस्थान में ‘श्री खाटू श्याम जी मंदिर (सीकर) में विकास कार्यों’ के लिए 8 हजार 787 लाख रुपये की स्वीकृति

मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने बताया है कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की इनबाउंड पोर्टेबिलिटी के माध्यम से दूसरे राज्यों के मरीजों को राजस्थान में फ्री इलाज की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। इसके सफल क्रियान्वयन के बाद दूसरे राज्यों में भी राजस्थान के मरीजों को निशुल्क ट्रीटमेंट उपलब्ध होगा. आखिर क्या है योजना का प्रारूप और राजस्थान के मरीजों के लिए कैसे ये योजना बनेगी संजीवनी बनेगी।

राज्य के बजट में मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना (मा) में इन्टर स्टेट पॉर्टेबिलिटी की घोषणा की गई है। इस घोषणा को पूरा करने के लिए चिकित्सा विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है. जिसके तहत अब राज्य के बाहर के मरीज सामान्य बीमारी से लेकर गंभीर बीमारी तक इलाज करा सकेंगे. इतना ही नहीं एलोपैथी से लेकर आयुष पद्वति और बच्चों से लेकर बुजुर्गों का इलाज आधुनिक तकनीक से निःशुल्क होगा. प्रथम चरण में सरकार इनबाउंड पोर्टेबिलिटी के तहत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के पूर्व में संचालित ट्रांजेक्शन मैनेजमेंट सिस्टम (टीएमएस) 1.0 के स्थान पर टीएमएस 2.0 सॉफ्टवेयर को अपग्रेड किया जा रहा है. जिसका ट्रायल चालू है और अगले दो माह में बाहर के मरीजों को इलाज मिल सकेगा. इसी तरह से आउट बाउंड पोर्टेबिलिटी के लिए नेशनल हैल्थ ऑथोरिटी नई दिल्ली की ओर से नेशनल हैल्थ क्लेम एक्सचेंज प्लेटफार्म का इस्तेमाल किया जाएगा. जिसमें 3 से 4 माह लगेंगे. योजना के पोर्टल को भी अपडेट किया जा रहा है. जिसमें 6 माह लगने की संभावना है.

मुख्यमंत्री आयुष्मान आऱोग्य योजना में जोड़े गए कई महत्वपूर्ण पैकेज वर्ष 2025-26 में रोबोटिक, न्यूरो सर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी एण्ड स्किन ट्रांसप्लांट, कार्डियोथोरेसिक एण्ड वेस्कुलर सर्जरी के पैकेज, 70 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए जीरियाट्रिक केयर पैकेज शामिल किए हैं।इसके अलावा ओरल कैंसर तथा आयुष पद्धतियों से इलाज भी जोड़ा जाना प्रस्तावित है
बजट घोषणाओं में कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के लिए 73 डे-केयर एवं बच्चों के उपचार के लिए 419 पीडियाट्रिक पैकेज शामिल हैं।राजस्थान में पंजीकृत परिवार 1.34 करोड़ से अधिक योजना में 1800 से अधिक अस्पताल सूचीबद्ध अस्पताल करीब 66 लाख बुक क्लेम,अब तक व्यय राशि 3394 करोड़ 8200 मरीज रोजाना उठा रहे योजना का लाभ पिछली सरकार की चिरंजीवी योजना में पैकेज की संख्या 1806 थी।वर्तमान सरकार ने इसे बढ़ाकर किया 2047, नए पैकेज शामिल होने पर यह संख्या होगी 2300 होगी।इस योजना के लिए राज्य सरकार ने 3500 करोड़ रुपए का कोष का गठन किया है ।

दूसरी ओर उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी के प्रयासों से केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने राजस्थान पर्यटन विभाग के प्रस्ताव स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के अंतर्गत राजस्थान में ‘श्री खाटू श्याम जी मंदिर (सीकर) में विकास कार्यों’ के लिए 8 हजार 787 लाख रुपये की स्वीकृति प्रदान कर दी है, जो कि राजस्थान दिवस के अवसर पर राज्य के लिए एक बड़ा उपहार है।इसके लिए प्रथम किस्त 878.70 लाख रुपये अर्थात कुल परियोजना लागत का 10 प्रतिशत आवंटित कर दिया गया है।

उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी का मानना है कि राजस्थान में खाटू श्याम जी जैसे मंदिर विकास कार्यों से निश्चित ही आस्था केंद्रों पर धार्मिक पर्यटन बढ़ेगा. दीया कुमारी के निर्देशो पर राजस्थान पर्यटन विभाग की ओर से स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के अंतर्गत सीकर में “श्री खाटू श्याम जी मंदिर में विकास कार्यों” की डीपीआर मंत्रालय को विचारार्थ प्रस्तुत की गई थी. उल्लेखनीय है कि राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को स्वदेश दर्शन योजना के तहत विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) 31 दिसम्बर 2024 तक मंत्रालय को प्रस्तुत करने का निर्देश दिये गए थे।

राजस्थान की स्थापना के 76 वीं वर्ष गांठ पर राजस्थान की जनता के लिए मिले इन दोनों उपहारों की सभी ओर सराहना की जा रही है।