रचनाकार के सर्वोच्च प्रज्ञा सम्मान से सम्मानित होंगे राजस्थान के भंवर पृथ्वीराज रतनू तथा अन्य पुरस्कारों से कुछ साहित्यकार

Bhanwar Prithviraj Ratanu of Rajasthan will be honored with the highest Pragya Samman for the creator and some litterateurs will be honored with other awards

रविवार दिल्ली नेटवर्क

कोलकाता : अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त संस्था रचनाकार- एक साहित्यिक एवं सांस्कृतिक क्रांति, जो शुक्तिका इंडिया फाउंडेशन का एक प्रकल्प है, अपना वार्षिक अधिवेशन आगामी 21 जुलाई 2024 रविवार को करने जा रही है। इस वार्षिक अधिवेशन में देश भर से चर्चित साहित्य प्रेमी भाग लेने आ रहे हैं।

राजस्थान सूचना केन्द्र में हुई पत्रकार सभा में संस्था के प्रचार मंत्री श्री रावेल पुष्प ने संस्थापक श्री सुरेश चौधरी तथा अध्यक्ष रचना सरन की उपस्थिति में बताया कि भारतीय भाषा परिषद् के सभागार में होने वाले इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में माननीय राज्यपाल बंगाल डॉ. सी वी आनन्द बोस पधार रहे हैं । कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथियों में शामिल होंगे सर्वश्री लक्ष्मी नारायण भाला,सुरेश नीरव, डॉ इन्दू झुनझुनवाला, विश्वंभर नेवर तथा हिगलाज दान रतनू।

कार्यक्रम के पहले सत्र में श्री सुरेश चौधरी जी के व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रज्ञान विश्वम पत्रिका, माननीय राज्यपाल जी की पुस्तक “अष्ट भारती” और श्रीमती इंदु झुनझुनवाला जी की पुस्तक “भला शब्दों में क्या रखा है” का लोकार्पण होगा। इसके अलावे सात लब्धप्रतिष्ठित साहित्य कारों का सम्मान होगा। जो इस प्रकार हैं_ 1. सर्वोच्च रचनाकार प्रज्ञा सम्मान, श्री भँवर पृथ्वीराज रतनू, बीकानेर जिसमे सम्मान के साथ 51000/- रु नगद , 2. रचनाकार स्व. दुर्गावति चौधरी स्मृति साहित्य साधक सम्मान श्री विजय स्वर्णकार, नई दिल्ली को सम्मान के साथ 11000/- नगद, 3. रचनाकार प्रतिभा सम्मान : श्री नंद लाल रौशन को 5100/- नगद, 4. रचनाकार दिनकर साहित्य शिरोमणी सम्मान : श्री लक्ष्मीनारायण भाला, दिल्ली 5. रचनाकार दिनकर काव्य शिखर सम्मान : श्री ज्ञानचन्द्र मर्मज्ञ , बंगलुरू को 6, रचनाकार दिनकर साहित्य साधक सम्मान: डॉ इंदु झुनझुनवाला, बंगलुरू ( ये तीनो सम्मान, रामधारी सिंह दिनकर के पारिवारिक न्यास द्वारा प्रायोजित), 7. रचनाकार कर्मयोगी ननीगोपाल चक्रवर्ती साहित्य सम्मान ( बांग्ला साहित्य): श्री प्रबीर कुमार मुखोपाध्याय ,कोलकाता को सम्मान सहित 10100/- नगद राशि दिया जाएगा।

द्वितीय सत्र में आगंतुक अतिथियों का स्वागत व काव्य पाठ होगा।