भारत जू. पुरुष हॉकी एशिया कप में खिताब बरकरार रखने के दावेदार के रूप में उतरेगा

  • भारत की ताकत है कप्तान उत्तम सहित मजबूत अग्रिम पंक्ति
  • पाक को कमजोर आंकने की भूल नहीं करेगा भारत

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : तेज तर्रार स्ट्राइकर उत्तम सिंह की अगुआई में भारतीय टीम सललाह(ओमान) में 23 मई से एक जून तक खेले जाने वाले जूनियर पुरुष हॉकी एशिया कप टूर्नामेंट में शिरकत करेगी। जूनियर एशिया कप में शीर्ष तीन में रहने वाली टीमें 5 से 16 दिसंबर, 2023 तक क्वालालंपुर(मलयेशिया) में होने जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई करेंगी। पिछली और कुल तीन बार का विजेता भारत इस बार भी जूनियर पुरुष एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट में खिताब पर कब्जा बरकरार रखने का दावेदार के रूप में उतरेगी। शुरू के तीनों संस्करणों की विजेता पाकिस्तान की टीम की स्थिति कभी अर्श पर, पर कभी फर्श की सी है। बावजूद इसके पाकिस्तान को कमजोर आंकने की भूल भारतीय जूनियर कतई नहीं करेगी। पूल बी में दक्षिण कोरिया और मलयेशिया के बीच शीर्ष दो के लिए संघर्ष रहेगा। भारत के पूर्व हॉकी कोच नीदरलैंड के रोलेंट ओल्टमैंस को पाकिस्तान ने जूनियर पुरुष हॉकी एशिया कप के लिए बतौर सलाहकार जोड़ा है और वह सलालह में टीम के साथ बतौर कोच मौजूद रहेंगे। देखना यह होगा कि ओलटमैंस का एक पखवाड़े का मार्गदर्शन पाकिस्तान जूनियर टीम के कितने काम आएगा।

भारत की जूनियर एशिया कप में शिरकत करने वाली टीम में दिसंबर, 2021 में भुवनेश्वर में जूनियर हॉकी पुरुष विश्व कप में फ्रांस से 1-3 से हार कर चौथे स्थान पर रहने वाली टीम के छह खिलाड़ी- मौजूदा कप्तान स्ट्राइकर उत्तम सिंह, उपकप्तान बॉबी सिंंह धामी, सुदीप चिरिमाको, स्ट्राइकर- ड्रैग फ्लिकर अरिजीत सिंह हंदल, भारत की सीनियर टीम के लिए एफआईएच प्रो लीग में खेल चुके आक्रामक मिडफील्डर विष्णुकांत सिंह और फुलबैक शारदा नंद तिवारी शामिल हैं। भारत की ताकत उत्तम सिंह, बॉबी सिंह, चिरिमको और हंदल जैसे स्ट्राइकरों से सज्जित उसकी अग्रिम पंक्ति के साथ अनुभवी मिडफील्डर विष्णुकांत सिंह हैं। उत्तम और विष्णु कांत सिंह का भारत की सीनियर टीम के लिए हाल ही में खेलने का अनुभव भारत की जूनियर हॉकी एशिया कप में खेलने वाली टीम के बहुत काम आएगा। जूनियर एशिया के इस संस्करण में दस टीमें शिरकत कर रही हैं और इन्हें पांच-पांच टीमों के दो पूल -ए और बी- में बांटा गया है।

भारत की टीम पूल ए में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान, जापान, चीनी ताइपे, थाईलैंड के साथ है। पूल बी में मेजबान ओमान, बांग्लादेश, दक्षिण कोरिया , मलयेशिया और उज्बेकिस्तान की टीमें है। दोनों पूल की दो-दो शीर्ष टीमें सेमीफाइनल के लिए क्वॉलिफाई करेगी। भारत को अपने पूल ए में पाकिस्तान और जापान से कुछ चुनौती मिलेगी। भारत पूल ए में अपने अभियान का आगाज बुधवार यानी 24 मई को चीनी ताइपे के खिलाफ मैच से करेगा, फिर 25 मई को जापान से, 27 मई को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से और 28 मई को थाईलैंड से भिड़ेगा। दोनों सेमीफाइनल 31 मई को खेले जाएंगे।, पहले सेमीफाइनल में पूल ए में शीर्ष पर रहने वाली टीम पूल बी में दूसरे स्थान पर रहने वाली टीम से भिड़ेगी। दूसरेा सेमीफाइनल पूल बी में शीर्ष पर रहने वाली तथा पूल एÓ में दूसरे स्थान पर रहने वाली टीमों से होगा। फाइनल 1 जून को खेला जाएगा।

निगाहें जू. एशिया कप जीतने पर : सीआर कुमार
भारत की जूनियर एशिया कप के कोच सीआर कुमार ने कहा, ‘हमारी टीम खासी अनुभवी है। हमारी टीम के कई खिलाडिय़ों ने अभी हाल ही में भारत की सीनियर हॉकी टीम के लिए अपने करियर का आगाज किया है। हमारी टीम जूनियर कप के लिए बढिय़ा ढं से तैयार है।सुलतान ऑफ जोहोर कप जीतना हमारे लिए बहुत हौसला बढ़ाने वाला साबित होगा। हमारी टीम ने दो तैयारी शिविरों में शिरकत की। सीनियर भारतीय हॉकी टीम का शिविर भी साई बेंगलुरू में लगने के कारण हमें उनके खिलाफ मैच खेलने का काफी लाभ मिलेगा। हमारे हौसले बुलंद हैं और हमारी निगाहें जूनियर एशिया कप हॉकी खिताब जीतने पर हैं।’

भारतीय जूनियर हॉकी टीम के कप्तान उत्तम सिंह ने कहा, ‘पिछले कुछ महीनों से कड़ी मेहनत करने के बाद अब हमें जूनियर पुरुष एशिया कप खेलने का इंतजार है। सीनियर भारतीय पुरुष हॉकी टीम का शिविर भी साई बेंगलुरू में लगा होने के कारण हमें उनके खिलाफ कई मैच खेलने से खुद को एशिया कप के लिए बेहतर ढंग से तैयार करने में मदद मिली । हमारी जूनियर भारतीय टीम के हौसले बरस जूनियर सुल्तान ऑफ जोहोर कप जीतने से खासे बुलंद हैं। अब हम एशिया कुछउ टीमों केखिलाफ खेलने को लेकर रोमांचित है। हमारी टीम में कई अनुभवी खिलाडिय़ों की मौजूदगी हमें एशिया कप में शिरकत कर रही टीमों से बेहतर बनाती है। हमारी टीम में कई पिछले तीन-चार बरस से अंतर्राष्टï्रीय हॉकी खेल चुके हैं। हममें कई तो सीनियर भारतीय टीम के लिए भी खेल चुके हैं। इन मैचों में खेलने के अनुभव से हम अपनी टीम के नए खिलाडिय़ों का मुश्किल स्थिति में मार्गदर्शन कर सकते हैं।Ó
भारत की जूनियर एशिया कप के लिए चुनी गई टीम है: गोलरक्षक : मोहित एचएस, हिमवान सिहाग। रक्षापंक्ति: शारदानंद तिवारी, रोहित, अमनदीप लाकरा, आमिर अली, योगेम्बर रावत। मध्यपंक्ति : विष्णुकात सिंह, राजिंद सिंह, पूवन्ना सीबी, अमनदीप, सुनीत लाकरा। अग्रिम पंक्ति : उत्तम सिंह (कप्तान), बॉबी सिंह धामी(उपकप्तान), अरिजीत सिंह हंदल, आदित्य ललगे, सुदीप चिरिमाको, अंगद बीर सिंह।

भारत और पाक ने अब तक तीन बार जीता जू. एशिया कप हॉकी
अब हुए कुल आठ जूनियर पुरुष हॉकी एशिया कप में भारत (2004, 2008, 2015) और पाकिस्तान (1988, 1992 , 1996) ने तीन-तीन बार और दक्षिण कोरिया (2000) और मलयेशिया (2012) ने एक बार खिताब जीता है। भारत पांच बार जूनियर पुरुष एशिया कप के फाइनल में पहुंचा है और तीन बार खिताब जीतने में कामयाब रहा और दो बार 1996 और 2000 में उपविजेता रहा। भारत की जूनियर टीम ने चीफ कोच हरेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन में हरमनप्रीत सिंह के चार गोल से पाकिस्तान को पिछले 2015 में पिछले संस्करण में पाकिस्तान को फाइनल में क्वांटन (मलयेशिया) में 6-2 से, 2004 में कराची में 5-2 से तथा 2008 में हैदराबाद में दक्षिण कोरिया कों 3-2 से हरा कर जूनियर एशिया कप खिताब जीता था। भारत 1996 में पाकिस्तान से फाइनल में टाईब्रेकर मे5-4 और 2000 में दक्षिण कोरिया से 2-3 से हार लगातार दो बार उपविजेता रहा ही 1988 और 2021 में तीसरे स्थान पर रहा।

पाक जू. टीम के कितने काम आगए ओल्टमैंस का मार्गदर्शन
भारत के पूर्व हॉकी कोच नीदरलैंड के रोलेंट ओल्टमैंस को पाकिस्तान ने जूनियर पुरुष हॉकी एशिया कप के लिए बतौर सलाहकार जोड़ा है और वह सलालह में टीम के साथ बतौर कोच मौजूद रहेंगे।देखना यह होगा कि ओलटमैंस क एक पखवाड़े का मार्गदर्शन पाकिस्तान जूनियर टीम के किते काम आएगा।

जूनियर हॉकी एशिया कप के लिए पाकिस्तान की टीम : अली रजा, फैजान जंजुआ (कप्तान), अकील अहमद, अरबाज अहमद, एहतशाम असलम, मोहम्मद सूफियान खान, अरबाज अयाज, मोहम्मद मुर्तजा याकूब, अरशद लियाकत, अली मुर्तजा, जकारिया हयात, अब्दुल रहमान, अब्दुल कय्यूम डुगर, अब्दुल हनान शाहिद(उपकप्तान), अब्दुल वहाब,बशारत अली, बिलाल अकरम।