नीति, दृढ़संकल्प व करिश्माई नेतृत्व के दम पर राजनीति के शिखर पर भारतीय जनता पार्टी

Bharatiya Janata Party is at the pinnacle of politics on the basis of policy, determination and charismatic leadership

दीपक कुमार त्यागी

देश व दुनिया में विचारधारा के दम पर विशिष्ट पहचान बनाने वाली भारतीय जनता पार्टी का गठन 6 अप्रैल 1980 को नई दिल्ली के कोटला मैदान में आयोजित अधिवेशन में भारत को एक समर्थ व शक्तिशाली राष्ट्र बनाने की परिकल्पना को साकार करने लक्ष्य के साथ किया गया था। उस वक्त प्रथम अध्यक्ष के रूप में अटल बिहारी वाजपेयी निर्वाचित हुए थे, जिनके नेतृत्व बाद में केंद्र में एनडीए गठबंधन की सरकार बनी थी। दस वर्ष भाजपा के विपक्ष में बैठने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह की जोड़ी ने वर्ष 2014 में भाजपा की पुनः केंद्र में सरकार बनवाते हुए, भाजपा को देश व दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बनाने का कार्य बखूबी करके दिखाया है।

“सबका साथ, सबका विकास” की विचारधारा से ओतप्रोत हो सशक्त, सुदृढ़, समृद्ध, समर्थ, स्वावलम्बी एवं विश्वगुरु भारत के निर्माण के लिए पूरी निष्ठा व ईमानदारी से समर्पित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 6 अप्रैल को हर्षोल्लास के साथ स्थापना दिवस मना रही है, भाजपा के प्रदेश व राष्ट्रीय नेतृत्व के द्वारा जिले, प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन की श्रृंखलाएं चलाई जा रही है, विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से भाजपा की विचारधारा व केंद्र व भाजपा शासित राज्य सरकारों की नीतियों को लेकर के अधिक से अधिक लोगों के पास कैसे पहुंचा जाएं, देश व प्रदेशों का भाजपा नेतृत्व इसकी रणनीति निरंतर बना रहा है। वह अब भी यह देखकर संतुष्ट नहीं हैं कि उसने केंद्र में लगातार तीसरी बार सरकार बनाकर के इतिहास रचने का कार्य कर दिया है, आज भी भाजपा के नेता व कार्यकर्ता निस्वार्थ भाव से पार्टी को ओर मजबूत करने में दिन-रात लगें हुए हैं, जो भाजपा संगठन की एक बहुत ही बड़ी खूबी है और उसको अन्य पार्टियों से अलग बनाती है।

देश की आज़ादी के बाद कभी डॉक्टर श्याम प्रसाद मुखर्जी, प्रोफेसर बलराज मधोक व पंडित दीनदयाल उपाध्याय के कुशल मार्गदर्शन में शून्य से अपनी राजनीति की शुरुआत करने वाली जनसंघ से लेकर के जनता पार्टी तक का सफ़र करते हुए भाजपा की स्थापना और फिर उसको देश व दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक दल बनाने तक के कठिन सफ़र में भाजपा के लाखों करोड़ों निस्वार्थ भाव से लगे हुए संगठन शिल्पी नेताओं व कार्यकर्ताओं का बहुत ही अहम अनमोल योगदान रहा है, उन लोगों की त्याग, तपस्या, लगन, मेहनत, बलिदान से भाजपा आज इस मुकाम पर खड़ी है। भाजपा के कार्यकर्ताओं की इस मेहनत के इतिहास से भारत की राजनीति में रुचि रखने वाले लोगों को रूबरू अवश्य होना चाहिए। अस्सी के दशक में जनता पार्टी से अलग होकर के किस तरह से अटल बिहारी वाजपेयी व उनके अन्य सहयोगियों ने भारतीय जनता पार्टी का देश में विस्तार करने का एक सपना देखा था और उस सपने को उन सभी ने मिलकर के धरातल पर साकार करते हुए केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार का गठन करने वाले अहम मुकाम तक पहुंचाने का कार्य बखूबी से किया था।

वहीं इस सपने को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की जोड़ी ने आगे बढ़ाते हुए केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन की लगातार तीसरी बार सरकार बनाकर देश में व्याप्त ज्वलंत मुद्दों का एक-एक करके स्थाई समाधान करते हुए भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए काम करना निरंतर जारी रखा हुआ है। भाजपा दशकों के बाद आज भी पंडित दीनदयाल उपाध्याय द्वारा प्रतिपादित “एकात्म-मानवदर्शन” को अपने वैचारिक दर्शन के सिद्धांतों पर पूरी तरह से अमल करती है। भाजपा का हमेशा अंत्योदय, सुशासन, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद, विकास एवं सुरक्षा पर भी विशेष जोर रहा है, जो देश व समाज के हित में पूरी तरह से उचित है। भाजपा ने पांच प्रमुख सिद्धांतों के प्रति भी अपनी निष्ठा व्यक्त की, पांच सिद्धांत राष्ट्रवाद एवं राष्ट्रीय अखंडता, लोकतंत्र, सकारात्मक पंथ-निरपेक्षता, गांधीवादी समाजवाद तथा मूल्य आधारित राजनीति करना हैं।

अपने सिद्धांतों के चलते ही स्थापना के समय से ही भारतीय जनता पार्टी की सबसे बड़ी खूबी यह रही कि उसके पास पार्टी व देशभक्ति की विचारधारा से ओतप्रोत राजनेताओं की एक लंबी जमात हमेशा रही है। पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, डॉक्टर मुरली मनोहर जोशी, कुशाभाऊ ठाकरे, बंगारू लक्ष्मण, के. जना कृष्णामूर्ति, एम वेंकैया नायडू, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, अमित शाह, जेपी नड्डा के कार्यकाल का दौर निकट से देखा है और अटल बिहारी वाजपेयी व नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में कार्य करते हुए भी देखा है, सभी का “राष्ट्र प्रथम” का ही उद्देश्य मुख्य रहा है। भाजपा के कार्यकर्ताओं ने पार्टी की स्थापना से लेकर आज तक भी भाजपा को कभी किसी एक परिवार व व्यक्ति की बपौती नहीं बनने दिया है, पार्टी में आज भी आंतरिक लोकतंत्र जिंदा है। देश व दुनिया में भाजपा की पहचान एक ऐसे राष्ट्रवादी राजनैतिक दल के रूप होती है, जिसका ध्येय देश में सुशासन, विकास, एकता एवं अखंडता के लिए कार्य करना है।

भाजपा ने एक राजनैतिक दल के रूप में शुरुआत से लेकर के आज तक राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय एवं जनहित के मुद्दों को बहुत ही दमदार ढंग से उठाते हुए, देश के आम जनमानस के बीच बेहद ही कम समय में अपनी एक सशक्त पहचान बनाने का कार्य किया है। साथ ही बीतते हुए समय के साथ भाजपा के कर्ताधर्ताओं ने अपनी चाणक्य नीति व कुशल-कारगर ठोस रणनीति के दम पर देश की राजनीति व लोकतंत्र में अपनी भागीदारी दर्ज करते हुए बहुत सारे राज्यों व केंद्र में लगातार तीसरी बार सरकार बना कर देश की राजनीति को नए आयाम देने का कार्य करते हुए, देश के आम जनमानस के दिलो-दिमाग पर छा जाने का कार्य बखूबी किया है।

भारत के राजनैतिक इतिहास को देखें तो यह स्पष्ट रूप से नज़र आता है कि वर्ष 2014 से देश की राजनीति में भारतीय जनता पार्टी का स्वर्णिम काल का दौर चल रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के करिश्माई नेतृत्व के दम पर भारतीय जनता पार्टी ने ना केवल तीसरी बार केंद्र की सत्ता पर कब्जा जमाने का काम किया है, बल्कि भाजपा के नाम देश व दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी होने का कीर्तिमान भी दर्ज हो गया है, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व में भाजपा लगभग 11 करोड़ से अधिक सदस्यों वाली विश्व की सबसे बड़ी राजनैतिक पार्टी बन गई है। भाजपा आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व अमित शाह की जोड़ी के करिश्माई नेतृत्व में आज एक ऐसा बेहद विशाल वट वृक्ष बन गई है, जिस पर भरोसा करते हुए देश की लगभग 50 से 60 फीसदी के करीब आबादी सकून से जीवन यापन कर रही है।

नरेन्द्र मोदी के करिश्माई नेतृत्व में वर्ष 2014 में पहली बार केंद्र में भाजपा को पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने अवसर मिला था। जिसके बाद से ही भाजपा ने “सबका साथ, सबका विकास” के सिद्धांत पर अमल करते हुए देश के नव निर्माण का अभियान शुरू कर रखा है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने बहुत ही कम समय में अभूतपूर्व उपलब्धियां हासिल करने का कार्य किया है। मोदी सरकार ने विश्व भर में भारत की गरिमा को पुन:स्थापित करने का कार्य किया है। मोदी सरकार में अन्त्योदय, सुशासन, विकास एवं समृद्धि के रास्ते पर देश तेजी के साथ बढ़ चला है। आर्थिक और सामाजिक सुधार सुरक्षित जीवन जीने का मार्ग उपलब्ध करा रहे हैं। केंद्र सरकार की किसानों के लिये ऋण से लेकर खाद तक की नयी नीतियों, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, सॉयल हेल्थ कार्ड आदि ने कृषि के तीव्र विकास की अलख जगायी है। मोदी के नेतृत्व में देश में सुशासन के नये युग का दौर चल रहा है। मोदी सरकार की चाहे आदर्श ग्राम योजना हो, स्वच्छता अभियान या फिर योग के सहारे भारत को स्वथ्य बनाने का अभियान, इन सभी कदमों से देश को एक नयी ऊर्जा मिली है। भाजपा की मोदी सरकार ने मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, अमृत मिशन, दीनदयाल ग्राम ज्योति योजना, डिजिटल इंडिया जैसी योजनाओं से देश को आधुनिक और सशक्त बनाने की दिशा में मजबूत कदम उठाया है। जनधन योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढाओ, सुकन्या समृद्धि योजना, आयुष्मान भारत जैसी अनेक योजनाएं देश में एक नयी क्रांति का सूत्रपात कर रही हैं, देश में केंद्र सरकार के द्वारा बड़े पैमाने पर विश्वस्तरीय अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण किया जा रहा है। भाजपा सरकार ने देशवासियों को विश्व की सबसे बड़ी सामाजिक सुरक्षा योजना का उपहार दिया है। राम मंदिर निर्माण, धारा 370, नोटबंदी, ट्रिपल तलाक, वक्फ बिल आदि भाजपा सरकार के दृढ़ संकल्प को दर्शाती हैं।

भारतीय जनता पार्टी की नीतियों को देखकर लगता है कि वह एक सुदृढ़, सशक्त, समृद्ध, समर्थ एवं स्वावलम्बी भारत के निर्माण हेतु निरंतर सक्रिय हैं, विदेशी नीति के मसले पर भारत सरकार अब विश्व शांति तथा एक न्याययुक्त अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को स्थापित करने के लिए विश्व के राष्ट्रों को प्रभावित करने की क्षमता रखता है। भाजपा सरकार में भारत वैश्विक मंच पर दमदार ढंग से अपनी बात रखने की ताकत रखता है। भाजपा की कल्पना भारत को एक ऐसे ताकतवर राष्ट्र बनाने की है, जिसकी निवासी खुशहाल हो, जो आधुनिक दृष्टिकोण से युक्त एक प्रगतिशील एवं प्रबुद्ध समाज का प्रतिनिधित्व करता हो तथा प्राचीन भारतीय सभ्यता एवं सनातन धर्म संस्कृति तथा उसके मूल्यों से प्रेरणा लेते हुए महान विश्वशक्ति एवं विश्वगुरू के रूप में विश्व पटल पर स्थापित हो।