अंतर्राष्ट्रीय पटल पर उभरती हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत की भारतीय कलाकार भार्गवी ठाकुर

Bhargavi Thakur, an Indian artist of Hindustani classical music emerging on the international stage

दीपक कुमार त्यागी

भार्गवी आज भारत से सात समंदर पार अमरीका की धरती पर शास्त्रीय गायन में अपना और भारत देश का परचम लहरा रही है

गाजियाबाद : गाजियाबाद के नीति खंड 2 , इंदिरापुरम की निवासी भार्गवी ठाकुर जो पिछले चार वर्षों से अमरीका के शिकागो शहर में है, भार्गवी ने सितम्बर 8 , 2024 को न्यूयोर्क शहर के ” ब्रुकलिन बैठक ” द्वारा आयोजित एक भव्य समारोह में अपना गायन प्रस्तुत किया। राग बागेसरी में उनके गायन, ‘ कौन करत तोरी बिनती पियरवा” ने दर्शकों को मंत्र मुगध कर दिया, उनके आलाप और गमक से दर्शक झूम उठे। पिछले दो वर्षों से शिकागो शहर में कई बड़े समारोहों – साउथ एशियाई म्यूजिक सोसाइटी , विवेकानंद वेदांत सोसाइटी, यूनिवर्सिटी ऑफ़ शिकागो , बॉलीवुड पंक बैंड – Do the Needful में प्रसिद्धि हासिल करने वाली भार्गवी ठाकुर का शिकागो से बाहर न्यू यॉर्क शहर में यह पहला कार्यक्रम रहा जो बेहद सफ़ल रहा।

यह एक बेहद गर्व का विषय है कि तीन वर्ष की छोटी उम्र से शास्त्रीय संगीत सीख रही भार्गवी आज भारत से सात समंदर पार अमरीका की धरती पर शास्त्रीय गायन में अपना और भारत देश का परचम लहरा रही है. भार्गवी ठाकुर ने ‘ ख्याल संगीत ‘ गायकी विधा में अपनी शाख बनायीं है। गांधर्व महाविद्यालय से शिक्छित, शृजना सतीश , प्याली सरकार और देवजानी धर की शिष्या रही भार्गवी अभी वर्त्तमान में दरभंगा घराने के डॉ सुमीत आनंद जी से संगीत गायन की उच्च शिक्छा ले रही है। सन 2022 में, यूनिवर्सिटी ऑफ़ शिकागो से , मास्टर ऑफ़ पब्लिक पालिसी का दो वर्ष का कोर्स पूरा करने के बाद भार्गवी, Research Analyst के पद पर Health Organization , Alliance शिकागो में कार्यरत है। इसके पूर्व, भार्गवी जो मूलतः बिहार के मिथिला प्रदेश से हैं , इंदिरापुरम , ग़ाज़िआबाद में रहते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक और अशोका यूनिवर्सिटी से भारत में सन 2020 में पढाई पूरी की थी।