
अजय कुमार
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के बहराइच से ए दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां बृहस्पतिवार की रात तहसीलदार नानपारा की गाड़ी ने बाइक सवार को कुचल दिया। घटना के बाद चालक ने रुकने की बजाय कार को और तेज भगा दिया। करीब 30 किमी तक शव को घसीटते ले गया। उसके शरीर के चीथड़े उड़ गए,लेकिन वाहन चालक का दिल नहीं पसीजा। घटना के बाद जिसने भी लाश देखी उसके रोंगटे खड़े हो गए। भयावहता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि लाश पहचानना मुश्किल हो रहा था। तहसीलदार की गाड़ी से नायब तहसीलदार भ्रमण पर निकले थे।
जिलाधिकारी मोनिका रानी ने नायब तहसीलार के निलंबन की संस्तुति की है। हादसा रामगांव थाना क्षेत्र में चौपाल सागर के पास बहराइच-नानपारा मार्ग पर हुआ। मूल रूप से पयागपुर थाना क्षेत्र के कृष्णा नगर कॉलोनी निवासी नरेंद्र कुमार हालदार (35) अपनी भांजी प्रियंका को छोड़ने उसके घर लखीमपुर खीरी के गोला गए थे। वहां से वह बाइक से वापस लौट रहे थे। रास्ते में चौपाल सागर के पास तहसीलदार के वाहन ने टक्कर मार मार दी। हादसे के बाद नरेंद्र वाहन में फंस गए। लेकिन, वाहन चालक ने वाहन रोकने के बजाय तेज भागने लगा। नरेंद्र वाहन में फंसे रहे। वाहन चालक वहां से नानपारा तक यानी लगभग 30 किमी तक घसीटता चला गया। इससे उसके शरीर के चीथड़े उड़ गए। दर्दनाक मौत हो गई। वाहन रुकने के बाद नानपारा तहसील परिसर में मृतक का क्षत विक्षत शव गिरा। इसके बाद मौके पर हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंची कोतवाली नानपारा की पुलिस ने घटना की जानकारी ली। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।वीभत्स हादसे की सूचना पर मृतक नरेंद्र के पिता राधेश्याम, पत्नी शोभारानी रोते बिलखते नानपारा तहसील पहुंची। इस दौरान परिजनों के करौंदा क्रंदन को देख मौजूद कर किसी की आंखें नाम हो गई। मृतक के पिता ने बताया राधेश्याम ने बताया कि बेटे के शव के चीथड़े उड़ गए है। पहचानना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने बताया कि इतने वीभत्स हादसे के आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। वही पत्नी शोभारानी ने बताया कि एक 12 साल का बेटा, एक आठ साल का बेटा और एक बेटी है। उनके सिर से पिता का साया उठ गया है।