हापुड़ में पराली/ गन्ने की पत्ती से बायोमास ब्रेकिंट (ईंधन) तैयार किया जा रहा है

Biomass fuel is being prepared from stubble/sugarcane leaves in Hapur

रविवार दिल्ली नेटवर्क

हापुड़ : हापुड़ में किसानों से 2-3 रूपये किलो में पराली/ गन्ने की पत्ती खरीदकर बायोमास ब्रेकिंट (ईंधन) तैयार किया जा रहा हैं। प्रत्येक वर्ष पराली एवं गन्ने की पत्ती जलाने को लेकर किसानों पर कानूनी कार्यवाही की जाती हैं। लेकिन अब किसान पराली और गन्ने की पत्ती नहीं जलाकर बच सकते हैं और पराली और गन्ने की पत्ती से भी मुनाफा कमा सकते हैं।

पटना-मुरादपुर में एक फैक्ट्री संचालक दो रूपये किलो में पराली और तीन रूपये किलो में गन्ने की पत्ती खरीद रहा हैं। फैक्ट्री संचालक पराली और गन्ने की पत्ती से बायोमास ब्रेकिट ईंधन तैयार कर रहा हैं जो कई राज्यों में भेजा रहा हैं। इस ईंधन का इस्तेमाल फैक्ट्री में लगे बॉयलर में किया जाता हैं जिससे की प्रदूषण से राहत मिल सके। फैक्ट्री में बायोमास ब्रेकिट के इस्तेमाल से प्रदूषण में कमी आयेगी इसके साथ ही दूसरी तरफ किसान भी पराली और गन्ने की पत्ती जलाने पर होने वाली कार्यवाही से बच जायेंगे।