गोपेन्द्र नाथ भट्ट
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी के सामने आने वाले महीने कठिन चुनौतियों से भरे हुए है। लोकसभा चुनाव के बहुत नजदीक होने से प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह के कंधों पर भी बड़ी जिम्मेदारी है। प्रदेश में संगठन सचिव का पद अभी खाली है। महामंत्री भजन लाल शर्मा के प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद संगठन में भी कतिपय बदलाव होने है। इधर आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए अभी तक अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन नही करने वाले,विधान सभा चुनाव हारने वाले, तथा राजनीतिक कारणों अव बदले जाने वाले एवं बुजुर्ग हों गए सांसदों को बदलने की चर्चा के चलते नए उम्मीदवारों को चुनने की कसौटी भी सामने है । इसके अलावा लोकसभा चुनाव की घोषणा से पूर्व राजनीतिक नियुक्तियों कर खाली पदों को भी भरा जाना है। हालाँकि ओंकार सिंह लखावत की धरोहर प्राधिकरण का अध्यक्ष बना इसकी शुरुआत कर दी गई है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और भारतीय जनता पार्टी की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष सांसद सी पी जोशी ने राजस्थान में लोकसभा चुनाव में भाजपा की हैट्रिक लगाने के लिए अभी से तैयारिया शुरु कर दी है। प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी ने मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और प्रदेश के सांसदों के साथ बुधवार को अपने नई दिल्ली स्थित निवास पर चाय पर चर्चा की।
बैठक में प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह, केन्द्रीय मंत्री अर्जुन लाल मेघवाल एवं कैलाश चौधरी सहित भाजपा सांसद उपस्थित रहे।हालाकि इस बैठक में संसद सत्र की व्यस्तताओं के कारण केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव मौजूद नहीं थे।
इस बैठक के बारे में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि भाजपा में संगठनात्मक कार्यक्रम और बैठकें नियमित चलने वाली प्रक्रिया है। भाजपा का कार्यकर्ता हमेशा सेवा कार्य और रचनात्मक कार्य करने के साथ ही मोदी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को गरीब तक पहुंचाने के लिए सेतु का काम करता है। देश में जब कोविड संकट आया तब भी भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता सेवा कार्यों में जुटे हुए थे।
दूसरी ओर यह भी बताया गया कि इस बैठक के एजेंडा के अनुसार गांव चलों अभियान सहित भाजपा के अन्य आगामी अभियानों एवं कार्यक्रमों को लेकर विस्तृत चर्चा हुई । साथ ही प्रदेश में डबल इंजन की सरकार द्वारा किस प्रकार विकास के और नए आयाम स्थापित किए जा सकते है, इस दिशा में भी विचार-विमर्श हुआ।
बैठक में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि भाजपा विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है और यही एक ऐसा दल है जिसके पास प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी जैसा दूरदर्शी और मजबूत नेतृत्व है। मोदी के नेतृत्व में देश लगातार मजबूत बन रहा है। मोदी सरकार के दस साल बेमिसाल रहें है, इन दस सालों में हाईवे, रेलवे, हवाई अड्डे, ग्रामीण एवं शहरी विकास, संचार, गरीब कल्याण, महिला सशक्तिकरण, किसानो की उन्नति सहित हर क्षेत्र में ऐतिहासिक काम हुए है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की दशा और दिशा बदली है। उनका कहना है कि जिन्होंने देश को लूटा है उनको वापिस लौटाना ही पडेगा, दुनिया में गत वर्षों में दो-दो युद्ध और शताब्दी के सबसे बडे संकट आने के बावजूद भाजपानीत एन डी ए सरकार ने महंगाई को लगातार नियंत्रण में रखा है, आज देश में क्रांतिकारी बदलाव आए है और हर घर में मुखिया की जगह माताओं-बहनों ने ले ली है। सीपी जोशी ने यह भी कहा कि दलगत राजनीति से ऊपर उठ कर पी एम मोदी जी ने देश के उन पिछड़े और अभावों में जी रहें लोगों की सुनी जिन्हें पहले कोई पूछता तक नहीं था।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी ने कहा कि बैठक में भावी कार्यक्रमों की रूपरेखा पर भी चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि भाजपा राजस्थान में इस बार भी 25 में से 25 सीटें जीत कर इतिहास बनाएगी।
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने भी मंगलवार और बुधवार को अपनी नई दिल्ली यात्रा में प्रदेश के सांसदों के अलावा भाजपा के शीर्ष नेताओं, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, संगठन के राष्ट्रीय पदाधिकारियों और केन्द्रीय मंत्रियों अमित शाह, नितिन गड़करी, अश्विनी वैष्णव, अर्जुन राम मेघवाल, गजेन्द्र सिंह शेखावत, पीयूष गोयल आदि से मुलाकात की। मुख्यमंत्री शर्मा चाहते है कि लोकसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लगने से पहले विधान सभा में लेखानुदान पारित कराने के साथ ही केन्द्र में प्रदेश से संबंधित लंबित अधिक से अधिक मामलों का निपटारा हो जाए ताकि प्रदेश की जनता के मध्य भाजपा और राज्य सरकार के बारे में एक अच्छा संदेश जा सके। मुख्यमंत्री प्रदेश में ऊर्जा संकट को दूर करने कोयला की सुचारु आपूर्ति के लिए केंद्रीय ऊर्जा कोयला वन और पर्यावरण आदि मंत्रियों से मिल चुके है और इस बार भी उन्होंने सभी अवरोधों को दूर करने उनसे मुलाकात की है।
मुख्यमंत्री शर्मा आज नई दिल्ली में नई संसद भवन में भी दिखें और सक्रियता दिखाते हुए अधिकांश केंद्रीय मंत्री और सांसदों से मिले।
मुख्यमंत्री शर्मा ईआरसीपी को लेकर बहुत गंभीर है और लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पूर्व संशोधित पीकेसी ईआरसीपी की डीपीआर तैयार करवा इस महत्वाकांक्षी परियोजना का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों उसका शुभारंभ कराना चाह रहे है। इसमें उन्हें केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री डॉ मोहन यादव का भरपूर सहयोग भी मिल रहा हैं। मुख्यमंत्री शर्मा हाल ही प्रदेश के कोटा और टोंक जिलों के बांधों का दौरा भी कर चुके है।सीएम शर्मा ने देर रात जयपुर में केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के साथ राष्ट्रीय जल मिशन कार्यक्रम की समीक्षा बैठक में भी भाग लिया।
भजन लाल शर्मा ने मुख्यमंत्री के रूप में अपने अल्प कार्यकाल में जनता का मुख्यमंत्री बनने की पहचान बनाई है। हाल ही अपने गृह जिले की यात्रा के दौरान अपने गांव में नंगे पैर चलने से भी वे चर्चित हुए है । वे संवेदन शीलता के साथ आम लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए जन सुनवाई पर भी जोर दे रहें है।
इधर कांग्रेस भी राजस्थान में अपने पिछले दो बार के बहुत ही खराब प्रदर्शन को सुधारना चाहती है। पिछले विधान सभा चुनाव के प्रदर्शन को भी खराब नही माना जा रहा। विशेष कर कांग्रेस सूरतगढ़ की जीत से उत्साहित है। पार्टी का मानना है कि यदि पार्टी में फूट नही होती तो विधान सभा परिणाम कुछ और भी हो सकते थे। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि पिछले विधान सभा चुनाव के परिणामों का विश्लेषण करने पर देखा जा सकता है कि कांग्रेस इस बार प्रदेश के 11 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में भाजपा से आगे रही है। यदि इस बढ़त को लोकसभा चुनाव में भी बनाए रखा जाए तो बड़ा उलट फेर किया जा सकता है। खराब से खराब 2009 या उसके पहले के प्रदर्शन को भी कांग्रेस साध ले तो भी उसकी स्थिति पिछले दो लोकसभा चुनावों से बेहतर रह सकती है।
भाजपा का मानना है कि लोकसभा और विधान सभा के मुद्दे अलग अलग होते है और लोकसभा के लिए देश प्रदेश के मतदाताओं ने प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा को चुनने का मानस बना दिया है। इंडिया गठबंधन में हो रहा बिखराव भी भाजपा की संभावनाओं को ही बढ़ा रहा है।वैसे भी अयोध्या में राम लला का मंदिर बनने के बाद तो पूरे देश में एक नया वातावरण सृजित हो गया है।
आने वाले दो तीन महीनों में पूरा देश फिर से लोकसभा चुनाव के फीवर से ग्रसित होने वाला है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि 17 वीं लोकसभा के पटाक्षेप के बाद 18 वीं लोकसभा किन-किन नए पुराने सितारों से जगमगाने वाली है?