अजय कुमार
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में दस विधान सभा सीटों के उप-चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी का शीर्ष नेतृत्व और योगी सरकार वह सब खामियां दूर कर लेना चाहते हैं जिसकी वजह से लोकसभा चुनाव में पार्टी और मोदी-योगी की काफी किरकिरी हुई थी। लोकसभा चुनाव में यूपी में सीटें कम होने के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष गत दिवस 05 जुलाई लखनऊ पधार चुके हैं। संतोष लोकसभा चुनावों में सीटें कम होने के बाद पहली बार यूपी आये हैं। वह अपने दौरे में न केवल सरकार और संगठन के काम की थाह ले रहे है बल्कि लोकसभा चुनाव में जिन सीटों पर बीजेपी प्रत्याशी की हार हुई है, उनकी समीक्षा भी कर रहे हैं। वह संगठन के पदाधिकारियों के साथ सरकार के मंत्रियों के साथ भी बात करेंगे।
गौरतलब हो,बीजेपी आलाकमान लोकसभा में यूपी से मात्र 33 सीटें आने के बाद सभी लोकसभा सीटों पर स्पेशल टीम भेजकर अपनी रिपोर्ट तैयार करा चुकी है। यह रिपोर्ट केंद्रीय मुख्यालय को भेजी भी जा चुकी है। इस रिपोर्ट के केंद्रीय मुख्यालय पर पहुंचने के बाद राष्ट्रीय स्तर का कोई पदाधिकारी पहली बार भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर आया है। बीएल संतोष आज भाजपा प्रदेश मुख्यालय में पार्टी नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। इस दौरान उनके द्वारा हारी हुई सीटों और 8.5 फीसदी वोट शेयर कम होने को लेकर एक-एक सीट की पड़ताल की जा रही है। इस पर बात करने के लिए क्षेत्रीय अध्यक्षों के साथ क्षेत्रीय प्रभारियों और प्रदेश पदाधिकारियों को बुलाया गया है। संतोष सरकार के मंत्रियों से भी बात करेंगे। यूपी सरकार में शामिल 16 मंत्री अपना ही क्षेत्र नहीं जिता सके थे। इसकी भी रिपोर्ट केंद्रीय मुख्यालय को भेजी गई है।
सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष की इस बैठक में रिपोर्ट में आए नतीजों के हिसाब से सरकार और संगठन में बदलाव पर भी मंथन होगा। वह सरकार के कामकाज भी भी समीक्षा करेंगे। सूत्रों के अनुसार जितिन प्रसाद के मंत्री और अनूप वाल्मीकि के सांसद बन जाने के बाद सरकार में दो मंत्री बनाए जा सकते हैं। कुछ मंत्रियों के विभाग भी बदले जा सकते हैं। इसके अलावा कई जिलों से संगठन के भी सहयोग न करने की जानकारी सामने आयी है। कुछ जिलों में भितरघात की भी शिकायतें सामने आयी हैं। इस वजह से उनमें भी बदलाव किया जा सकता है।
संतोष के साथ बैठक करके बीजेपी के बड़े नेता 14 जुलाई को पहली बार लखनऊ में होने के जा रही विस्तारित प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की भी रूपरेखा भी बनायेंगे। इस कार्यसमिति की बैठक में पहली बार बीजेपी के संगठन की दृष्टि से बने 1918 मंडलों के मंडल अध्यक्ष बुलाए गए हैं। कार्यसमिति में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल होंगे। समिति में किन विषयों पर चर्चा होगी, कितने सत्र रहेंगे? इसकी पूरी रूपरेखा बनेगी। लोकसभा चुनाव में दलितों-पिछड़ों के वोट क्यों कम मिले? कैसे उसे फिर से अपना बनाया जा सकता है। कैसे बीजेपी मिशन 2027 पर काम करे, इसका रोड मैप तय होगा,इसके साथ ही रोड मैप का विधान सभा उप चुनाव में लाइव टेस्ट भी हो जायेगा।