विनोद कुमार सिंह
दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र आज बुलाया गया था ‘ सत्र पहले दिन विपक्ष के द्वारा शोर गुल हंगामा से शुरूआत हुई । विधान सभा के अध्यक्ष द्वारा बार वार समझाने व मनाने के बावजूद भाजपा के विघायक नही माने जिस पर सभापति द्वारा विपक्ष के विधायकों को सदन से बाहर कर दिया है। दिल्ली विधान सभा के विशेष सत्र के पहले दिन उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर झूठा मुकदमा दर्ज करने,सीबीआई का दुरुपयोग करने और करोड़ों रुपए में विधायकों की खरीद-फरोख्त करने को लेकर गंभीर चर्चा हुई। इस दौरान सदन को संबोधित करते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में जनता के द्वारा चुनी गई “आप” की सरकार गिराने के लिए सभी राष्ट्र विरोधी ताक़तें इकट्ठी हो गईं हैं। इन राष्ट्र विरोधी ताकतों से भारत की तरक्क़ी देखी नहीं जा रही है।हम सब भारतवासियों को मिलकर इनका सामना करना है। सारी राष्ट्र विरोधी ताकतों ने षड़यंत्र रच कर मनीष सिसोदिया पर झूठी एफआईआर दर्ज कराई और आरोप लगाया कि इन्होंने शराब में पैसे खा गए।सीबीआई को मनीष सिसोदिया के घर 14 घंटे तक रेड की और एक चवन्नी भी नहीं मिला। । मुख्यअरविंद केजरीवाल ने कहा कि इन लोगों की लड़ाई भ्रष्टाचार के खिलाफ़ नहीं है। यह “ऑपरेशन लोटस” सत्ता हथियाने का ऑपरेशन है। देश में अभी तक ये लोग गोवा, कर्नाटक,महाराष्ट्र,आसाम, मध्यप्रदेश, बिहार,अरुणाचल, मणिपुर मेघालय की सरकारे गिरा चुके हैं।अब तक 277 विधायक खरीद चुके हैं।अगर 20 करोड़ प्रति विधायक ही मान लें, तो 277 विधायकों को खरीदने में 5500 करोड़ रुपए खर्च कर चुके हैं।मैं देश की जनता से पूछना चाहता हूं कि क्या देश के लोगों को यह मंजूर है?
इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने सदन में विश्वास मत का प्रस्ताव रखा। ‘‘आप’’ की सरकार 29 अगस्त को सदन में विश्वास हासिल करेगी।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सारी राष्ट्र विरोधी ताकतों ने मिलकर एक षड़यंत्र रचा कि दिल्ली की सरकार गिराई जाए, दिल्ली की सरकार को खत्म किया जाए।जब तक दिल्ली की सरकार को खत्म नहीं करेंगे,तब तक ये इसी तरह से अच्छा काम करते रहेंगे।जितनी राष्ट्र विरोधी ताकते हैं,वो सारी हमारे खिलाफ इकट्ठी हो गईं और सारों ने इकट्ठा होकर यह षड़यंत्र रखा। सीएम अरविंद केजरीवाल ने एफआईआर दर्ज करने के अगले दिन सीबीआई वाले मनीष सिसोदिया के घर रेड करने पहुंच गए और 14 घंटे तक रेड की। मनीष सिसोदिया के घर में चार-पांच कमरे हैं। चार-पांच कमरे में इन्होंने सारा छान मारा, गहन जांच की। जैसे फिल्मों में दिखाते हैं, वैसे ही दीवारें भी ठोंक कर देखी कि इसमें कहीं जेवर, पैसे तो छिपाकर नहीं रखा गया है। फिर इन्होंने गद्दे और तकिए भी फाड-फाड़ कर देखे। सब जांच करने के बाद शाम को निकल गए, लेकिन उनको एक अन-आकाउंटेंड चवन्नी भी नहीं मिली। कोई जेवर नहीं मिले, कोई पैसा नहंी मिला, कोई जमीन-जायदाद के कागज नहीं मिले, कोई इंक्रिमिनेटिंग डॉक्युमेंट नहीं मिले। कुछ भी नहीं मिला। रेड मारने के लिए 30-35 लोग आए थे और उनके रेड का खर्चा भी नहीं निकला। रेड के आज सात-आठ दिन हो गए और अभी तक कुछ नहीं पता चला कि मनीष सिसोदिया के घर पर क्या निकला। यह पूरी की पूरी फर्जी रेड थी। जब रेड खत्म हो गई, तो हम सोच रहे थे कि ये क्यों कर रहे हैं? अगले दिन मनीष सिसोदिया के पास इनका कोई आदमी संदेश भेजता है और बोले कि उपर से यह संदेश आया है।संदेश यह है कि आप केजरीवाल का साथ छोड़ दो, आम आदमी पार्टी तोड़कर दो-चार विधायक और ले आओ और हम आम आदमी पार्टी की सरकार बहुत जल्द गिराने जा रहे हैं,दिल्ली के अंदर ऑपरेशन लोटस चालू है। आपको हफ्ते-दस दिन के अंदर दिल्ली का मुख्यमंत्री बना देंगे। उसमें से दूसरा बोला कि तुम्हारे सीबीआई और ईडी के सारे केस खत्म कर देंगे। मनीष सिसोदिया ने उनसे कहा कि सीबीआई-ईडी के केस में तो कुछ है ही नहीं। कल सारा जांच भी करके ले गए और उनको कुछ भी नहीं मिला। मैंने तो कुछ गलत किया ही नहीं है। तुम केस करते रहो, मेरे को क्या डर है। मनीष सिसोदिया ने उनसे कहा कि मुझे मुख्यमंत्री बनने का कोई ख्वाब नहीं है, मैं शिक्षा मंत्री बन कर खुश हूं। यह बड़ी बात है। मुख्यमंत्री की कुर्सी को ठुकराना कोई हंसी खेल नहीं है। सीएम की कुर्सी के लिए इतिहास में पता नहीं कितने-कितने बवाल हुए हैं। मनीष सिसोदिया ने सीएम की कुर्सी ठुकरा दी। मैंने पिछले जन्म में कुछ पुण्य किए होंगे, जो हमें ऐसे डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मिले।ये लोग अभी तक हमारे एक भी विधायक को नहीं तोड़ पाए। मुझे पता चला है कि ये लोग हमारे 40 विधायकों को तोड़ना चाहते हैं और 20-20 करोड़ रुपए एक-एक को देंगे। ऑपरेशन लोटस दिल्ली के नाम से इनका यह पूरा ऑपरेशन है। 20-20 करोड़ के हिसाब से इन्होंने 800 करोड़ रुपए कहीं रख रखा है।सब पूछ रहे हैं कि ये 800 करोड़ रुपए कहां हैं और किसके हैं। अभी-अभी खबर यह भी आई है कि एलजी साहब ने अब स्कूलों पर भी जांच शुरू कर दी है।इनका मूल उद्देश्य तो सारे काम को रोकना है।जितने अच्छे काम हो रहे हैं,वो सारे रूक जाएं, जनता को तकलीफ हो रही है।
सीएम ने कहा कि देश में अभी तक ये कई सरकारें गिरा चुके हैं। इन्होंने गोवा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, आसाम, मध्यप्रदेश, बिहार, अरुणाचल, मणिपुर, मेघालय की सरकार गिराई। शहर में एक सीरियल किलर आया हुआ है, जो एक के बाद एक मर्डर करता जा रहा है।जनता सरकार चुनती है और ये सरकार गिरा देते हैं। मतलब कि इन्होंने तो जनता को रौंद रखा है।महाराष्ट्र में जनता ने सरकार चुनी, इन्होंने गिरा दी। गोवा में जनता ने सरकार चुनी, इन्होंने गिरा दी। ये जनता के पीछे पड़े हैं।सब जगह एक ही पैटर्न है। अभी हम लोगों ने महाराष्ट्र में देखा है। जितने टूट कर इधर से उधर गए, पता चला है कि सबके पीछे सीबीआई-ईडी पड़ी थी। सीबीआई इनको बुला रही थी, जैसे ये इधर से उधर गए, सीबीआई-ईडी के केस बंद हो गए।हर जगह यही पैटर्न चल रहा है। पहले ये चार-पांच के खिलाफ सीबीआई-ईडी के केस लगाते हैं, तो दूसरे वाले जिन्होंने गलत काम कर रखे होते हैं,उनको भी मैसेज भेजते हैं कि तुम्हारा भी यही हाल कर देगे। वो सारे डर इनके साथ आ जाते हैं, फिर ये तोड़ लेते हैं और सरकार गिरा लेते हैं।एक ही पैटर्न है। आपने वेब सीरिज देखी होगी। जो सीरियल किलर का पैटर्न होता है, ठीक उसी पैटर्न है। इन्होंने यही पैटर्न दिल्ली में किया। पहले इन्होंने सत्येंद्र जैन के खिलाफ सीबीआई-ईडी भेजी, फिर मनीष सिसोदिया के खिलाफ भेजी।ये हमें डरा रहे हैं कि तुम्हारा भी यही हाल कर देंगे। ये डरा कर दिल्ली में आम आदमी पार्टी को तोड़ना चाहते हैं। लेकिन हमने कुछ गलत किया ही नहीं है, तो हम सीबीआई और ईडी से क्यों डरें। हमें जेल जाने से भी डर नहीं है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी तक पिछले कुछ सालों के अंदर ये लोग 277 विधायक खरीद चुके हैं। दिल्ली में अभी इनका रेट 20 करोड़ रुपए का था। महाराष्ट्र में सुनते हैं कि 50 करोड़ था। अगर हम 20 करोड़ ही मान लेते हैं, तो 277 विधायकों को खरीदने के लिए इन्होंने 5500 करोड़ रुपए खर्च किए और दिल्ली के लिए 800 करोड़ रुपए रख रखे है, तो 6300 करोड़ रुपए इन्होंने ऑपरेशन लोटस में खर्च किए, ये पैसा कहां से आया। यह किसका पैसा है? आज देश का हर आदमी महंगाई से बड़ा परेशान है।यह सारा पैसा कहां जा रहा है?यह सारा पैसा दो चीजों में जा रहा है। एक, अपने अरबपति दोस्तों के कर्जे माफ करते हैं और दूसरा, विधायक खरीदते हैं।इन दो चीजों में सारा पैसा जा रहा है। महाराष्ट्र की सरकार गिरानी थी, तो दही, छाछ, शहद, गेहूं,चावल पर जीएसटी लगा दी।अगर अपने एक दोस्त का कर्जा माफ करना होता है,तो पेट्रोल के दाम बढ़ा देते हैं। दूसरे दोस्त का कर्जा माफ करना होता है, तो डीजल के दाम बढ़ा देते हैं। अगर गोवा की सरकार गिरानी होती है, तो यहां पर जीएसटी बढ़ा देते हैं। जीएसटी बढ़ाने से जितनी महंगाई हो रही है, पेट्रोल- डीजल का दाम बढ़ रहा है, इसका अधिकांश पैसा केवल और केवल अरबपति दोस्तों के कर्जे माफ करने में और विधायकों को खरीदने के अंदर जा रहा है।अब ये कह रहे हैं कि झारखंड की सरकार गिरने वाली है। शर्तिया तौर पर मैं कह रहा हूं कि कहीं न कहीं जीएसटी या पेट्रोल-डीजल के दाम न बढ़ेंगे और वो सारा पैसा विधायकों को खरीदने के लिए जाएगा।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारे देश की जनता जरूरत पड़े, तो बलिदान करने को तैयार है। आज मैं देश की जनता से पूछना चाहता हूं कि क्या आप इनके अरबपति दोस्तों के लिए इस तरह से पैसा लुटाते रहोगे। क्या आप विधायक खरीदने के लिए अपने बच्चों का पेट काटते रहोगे। आज अगर हमारी सेना को पैसे की जरूरत पड़े, तो हमारे देश के लोग एक टाइम की रोटी नहीं खाएंगे। सेना के लिए कुछ भी कर देंगे। लेकिन क्या इनके अरबपति दोस्तों के लिए हम ये करने के लिए तैयार हैं। मैं कई ऐसे परिवारों को जानता हूं, वो पहले डेढ़ किलो दूध लेते थे। जब से यह जीएसटी लगा है, उसको कम करके एक किलो कर दिया है। कई परिवार ऐसे हैं, जिन्होंने एक टाइम की सब्जी लेनी बंद कर दी है। अब नमक से रोटी खा लेते हैं और वो पैसा ये अपने अरबपति दोस्तों को दे रहे हैं। गरीब का खून चूस कर इस देश के अंदर एक आदमी की सत्ता की हवस को पूरा करने के लिए ये सारा का सारा पैसा इस्तेमाल किया जा रहा है। क्या देश के लोगों को यह मंजूर है। हम भारत को दुनिया का नंबर वन देश बनाना चाहते हैं। पूरे देश का यह मकसद और सपना है कि भारत दुनिया का नंबर देश बनना चाहिए। भारत दुनिया का नंबर वन देश कैसे बनेगा? जब हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिलेगी। सब बच्चों को पढ़ना पड़ेगा, स्कूल खोलने पड़ेंगे, अस्पताल बनाने पड़ेंगे, सड़कें बनानी पड़ेगी। लेकिन जितने लोग इस देश के अंदर अच्छे काम कर रहे हैं, उन सारे लोगों को अगर आप काम नहीं करने दोगे, उनको रोकोगे, उनके पीछे सीबीआई-ईडी छोड़ दोगे,तो फिर देश आगे कैसे बढ़ेगा।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से यह चल रहा है कि इन्होंने इतने एमएलए तोड़ लिए। मेरे पास लोगों के कई फोन भी आ रहे हैं कि सब ठीक है न। कितने गए। दिल्ली की जनता को दिखाने के लिए मैं इस सदन के अंदर विश्वास प्रस्ताव लाना चाहता हूं कि दिल्ली की जनता ने जिन लोगों को चुना है, वे एक-एक लोग हीरा हैं। ये मर जाएंगे, कट जाएंगे, लेकिन टूटने वाले नहीं है। एक भी आदमी नहीं टूटा। मैं सदन के अंदर विश्वास प्रस्ताव लाना चाहता हूं कि ताकि जनता के सामने यह साबित हो जाए कि भाजपा का ऑपरेशन लोटस दिल्ली में आकर ऑपरेशन कीचड़ बन गया। सोमवार को दिल्ली विधानसभा के सदन में विश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा।
इससे पहले, दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री कैलाश गहलोत ने सदन में नियम 90 के तहत सरकारी संकल्प रखा।
इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की विधानसभा 26 अगस्त 2022 को आयोजित अपनी बैठक मे संकल्प करती है कि-यह सदन गौर करता है कि दिल्ली की निर्वाचित सरकार ने समाज कल्याण की योजनाओं के सभी मानकों पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।यह सदन आगे गौर करता है कि दिल्ली सरकार द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में विशेष रूप से शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए गए कार्यों को न केवल भारत में,बल्कि दुनिया भर में माना और सराहा गया है।यह सदन आगे गौर करता है कि पिछले 07 वर्षों में दिल्ली सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में जो काम किया गया है,वह आजादी के बाद से पिछली सरकारों द्वारा किए गए कार्यों से कहीं अधिक है। यह इस तथ्य से सिद्ध होता है कि शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कार्यों को विदेशी प्रेस मे भी मान्यता दी है,यह सदन कुछ ताकतों की गतिविधियों पर गंभीर चिंता के साथ गौर करता है,जो एक ऐसा वातावरण बनाने के लिए लगी हुई हैं,जो अब चल रहे अच्छे विकास कार्यों के अनुकूल नहीं है।यह सदन,सरकार को विरोधी ताकतों से विचलित हुए बिनाअच्छे कार्यों को जारी रखने का आहवान करता है।