सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : ‘बुमराह हमारे लिए चैंपियन क्रिकेटर हैं और बहुत समय से वह हमारे लिए बतौर गेंदबाजी बेहतरीन गेंदबाजी कर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। जब आप दूसरे क्रिकेट टेस्ट जैसा टेस्ट जीतते हैं तो आपको अपनी टीम के समग्र प्रदर्शन को देखना होता है। हम जानते हैं कि मौजूदा स्थितियों में टेस्ट मैच जीतना आसान नहीं रहने वाला है और ऐेसे में हमारे गेंदबाजों ने आगे बढ़ कर जिम्मेदारी ली। जहां तक बात मेरे नौजवानसाथी सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल की है तो मेरा मानना है कि वह अपना खेल समझते हैं। यशस्वी ने पहली पारी में वाकई लाजवाब पारी खेली और उन्हें अभी बहुत आगे जाना है। यशस्वी टीम के लिए बहुत योगदान कर सकते हैं। मैं बस यही आशा करुंगा कि यशस्वी इसी तरह विनम्र बने रहेंगे। विशाखापट्टïनपम में दूसरे टेस्ट की पिच बल्लेबाजी के िलए अच्छी थी और इस पर हमारे कई बल्लेबाजों ने अच्छा आगाज किया लेकिन उसे बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पाए। हमारे ज्यादा बल्लेबाज अभी युवा हैं और क्रिकेट के इस प्रारूप के मुताबिक खुद को ढालने में उन्हें कुछ वक्त लगेगा। हमें विशाखापट्टïनम में दूसरे टेस्ट में जीत से बहुत आत्मविश्वास मिला है। मुझे अपनी नौजवान टीम के इंग्लैंड जैसी टीम के खिलाफ जुझारू प्रदर्शन पर फख्र है। हम चाहते हैं कि हमारे ये नौजवान पिच पर कुछ वक्त बिताए और इन सभी के लिए अच्छी चुनौती होगी। इंग्लैंड की टीम बढ़िया क्रिकेट खेल रही और आगे यह टेस्ट सीरीज आसान नहीं रहने वाली है। अब इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में आगे तीन टेस्ट बाकी है और हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम इनमें ज्यादा चीजे ठीक करें।
-रोहित शर्मा, भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान
‘संख्याओं की बाबत सोचेंगे तो बहुत दबाव महसूस करेंगे’
‘मैं संख्याओं पर बहुत यकीन नहीं करता। यदि आप संख्याओं की बाबत सोचेंगे तो बहुत दबाव महसूस करेंगे। मुझे बहुत खुशी है कि हम विशापट्टïनम में सीरीज का दूसरा टेस्ट जीतने में सफल रहे और इसमें भी योगदान कर पाया। जहां तक पॉप को पहली पारी में यॉर्कर पर बोल्ड करने की बात है तो मैं यह बताना चाहूंगा कि मैंने टेनिस गेंद क्रिकेट में सबसे पहले यही गेंद करनी सीखी। मैं ऐसा महसूस किया करता था कि विकेट चटकाने का एकमात्र तरीका यही है। जहां तक मेरी जिम्मेदारी का सवाल है तो यह बदलाव का दौर है और ऐसे में मेरी जिम्मेदारी साथी नौजवानों का मार्गदर्शन करना है। मै और कप्तान रोहित के साथ हर चीज पर चर्चा करते। मेरी इंग्लैंड के अनुभवी गेंदबाज एंडरसन ने कोई प्रतिद्वंद्विता नहीं है। मैं तेज गेंदबाजों को गेंदबाजी कर उसका लुत्फ उठाता हूं। मैं पिच और हालात को देख कर उससे निपटने की कोशिश करता हूं क्योंकि हर पिच अलग होती है और मेरे तूणीर में जितने बाण है मैं उन्हें इस्तेमाल करता हूं।
जसप्रीत बुमराह, मैन ऑफ दमैच
‘भारत पर दबाव बनाया , पर नतीजा हमारे हक नहीं आया’
‘हमे पूरा भरोसा था कि हम भारत द्वारा जीत के लिए रखे लक्ष्य का पीछा कर सकते हैं। हम उसी तरह चुनौतियों का सामना करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं जो हमारा अंदाज हैं। इस तरह के क्षणों में जब आपके सामने रनों का दबाव हो तो हम निजी तौर पर अपना सर्वश्रेष्ठï प्रदर्शन करते हैं। हमने दूसरे टेस्ट में जिस तरह भारत पर दबाव बनाया वह शानदार था बदकिस्मती नतीजा हमारे हक नहीं आया। मेरे अपनी टीम के बल्लेबाजों को खेलने के लिए कोई सलाह नहीं थी कि उन्हें किस तरह बल्लेबाजी करनी है। हमारा अनुभवहीन स्पिन आक्रमण हमारी लिए चुनौती नहीं था। हमारे हार्टले, रेहान और बशीर जैसे तीनो नौजवान स्पिनरों ने जिन्होंने आप में कुल मिलाकर तीन टेस्ट खेले हैं तीसरे दिन वाकई बढ़िया और परिपक्व गेंदबाजी की और एंडरसन के गेंदबाजी कौशल का मैं कायल हूं। एंडरसन और बुमराह दो महान तेज गेंदबाज हैं। आप भले ही प्रतिद्वंद्वी टीम में हो आपको बुमराह की गेंदबाजी पर ताली बजानी ही पड़ती है। एंडरसन हमारे बेहतरीन गेंदबाज हैं।
-बेन स्टोक्स, इंग्लैंड के कप्तान