
इंद्र वशिष्ठ
सीआरपीएफ के जवान और अधिकारी स्वस्थ, सक्षम और युद्ध के लिए तैयार रहें। सीआरपीएफ एक “फिट फोर्स” तथा अधिक सशक्त “फाइटिंग फोर्स” के रूप में स्थापित हो। यह सुनिश्चित करने के लिए सीआरपीएफ ने एक विशेष स्वास्थ्य एवं फिटनेस अभियान की शुरुआत की है।
सीआरपीएफ के महानिदेशक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने मंगलवार को बल मुख्यालय, नई दिल्ली स्थित हेरिटेज क्लब में अपना बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) दर्ज कराकर अभियान का शुभारंभ किया।
सीआरपीएफ के प्रवक्ता डीआईजी एम. दिनाकरन ने बताया कि यह अभियान 19 अगस्त से 31 अक्तूबर 2025 तक दो चरणों में होगा।
बीएमआई-
पहले चरण में सभी कार्मिकों का बीएमआई वरिष्ठ अधिकारियों एवं चिकित्सकों की देखरेख में दर्ज किया जाएगा। निर्धारित मानक से अधिक बीएमआई वाले कार्मिकों को तीन माह में संतुलित आहार, शारीरिक व्यायाम तथा प्रशिक्षण कार्यक्रम द्वारा बीएमआई संतुलित करने का अवसर दिया जाएगा। तीन माह पश्चात उनकी प्रगति का आकलन किया जाएगा।
दूसरे चरण में जो कार्मिक तीन महीनों में निर्धारित बीएमआई मानक प्राप्त करने में सफल नहीं होंगे, उन्हें तीन चयनित विशेष प्रशिक्षण केंद्रों पर भेजा जाएगा। व्यायाम, उचित मार्गदर्शन एवं उचित पोषण के माध्यम से मानक वजन प्राप्त करने का उचित माध्यम प्रदान किया जाएगा।
यूद्ध के लिए तैयार-
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य बल में स्वास्थ्य एवं फिटनेस के प्रति जागरूकता बढ़ाना, जीवनशैली से संबंधित रोगों की रोकथाम और मोटापे को नियंत्रित करके युद्ध की तैयारी बनाए रखना है।
यह पहल आने वाले वर्षों में सीआरपीएफ को और अधिक स्वस्थ, सतर्क एवं प्रभावी बनाने में महत्त्वपूर्ण योगदान देगी।
बीएमआई के आकलन में मांसपेशियों के भार एवं अस्थि घनत्व पर उचित ध्यान दिया जाएगा। 58 वर्ष से कम आयु वाले सभी कार्मिकों के लिए बीएमआई दर्ज कराना अनिवार्य होगा, जबकि 58 से 60 वर्ष आयु वर्ग के लिए यह स्वैच्छिक होगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम और स्वतंत्रता दिवस 2025 के संबोधन में नागरिकों से मोटापा कम करने और बेहतर स्वास्थ्य अपनाने का आह्वान किए जाने से प्रेरित होकर यह अभियान शुरू किया गया है।