
गिल ने कहा,उम्मीद है कि हम टेस्ट सीरीज ड्रॉ करा पाएंगे
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : कप्तान शुभमन गिल, वाशिंगटन सुंदर और रवींद्र जडेजा के शानदार शतकों और सलामी बल्लेबाज केएल राहुल के दूसरी पारी में बेहतरीन 90 रन की बदौलत भारत ने ट्रेंट ब्रिज, मैनचेस्टर में एंडरसन तेंडुलकर ट्रॉफी के लिए खेली जा रही पांच टेस्ट की सीरीज का चौथा क्रिकेट टेस्ट सभी कयासों को गलत साबित करते रविवार रात पांचवें और अंतिम दिन ड्रॉ समाप्त करा दिल जीत लिया। भारत अभी भी भले ही पांच टेस्ट की सीरीज में 1-2 से पीछे है लेकिन उसके बाद अभी भी ओवल का पांचवां व आखिरी टेस्ट जीत सीरीज 2-2 की बराबरी पर समाप्त कराने का मौका है। आखिरी घंटे में जब भारत का दूसरी पारी में स्कोर चार विकेट पर 386 रन था तब रवींद्र जडेजा 89 और वाशिंगटन सुंदर 80 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे तब इंग्लैंड के कप्तान हाथ मिला यह टेस्ट ड्रॉ समाप्त करने का प्रस्ताव किया लेकिन भारत के इन दोनों बल्लेबाजों ने बल्लेबाजी रखने का फैसला किया और इन दोनों के शतक पूरा करने के भारत चौथा टेस्ट ड्रॉ कराने पर राजी हुआ।
जडेजा और सुंदर ने शतक जड़ने के साथ पांचवें विकेट के लि, 203 रन की अटूट भागीदारी की। इस बाबत भारत के कप्तान शुभमन गिल से इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘भारत का अंतिम दिन आखिरी अनिवार्य 15 ओवरों में खेल खत्म न करने और बल्लेबाजी जारी रखने का फैसला हमने रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर पर छोड़ दिया था। मेरा मानना है कि जडेजा और सुंदर दोनों ने शानदार बल्लेबाजी की तब तो 90 रन के करीब थे और हमारा मानना है कि दोनों ही शतक के हकदार थे। मैं अपनी टीम के बल्लेबाजों की बल्लेबाजी से बहुत खुश हूं। इंग्लैंड ने बीते कुछ दिनों से हमें दबाव में डाला । शून्य पर दो विकेट गंवाने के बाद जिस शानदार ढग से हमने जवाब दिया गया वह कतई आसान नहीं था और हमारी टीम ने वाकई बड़ा जिगरा दिखाया। हमने मौजूदा टेस्ट सीरीज के शुरू के चारों टेस्ट मैच का हर मैच आखिरी दिन के आखिरी सत्र तक चला। इसमें हमें बतौार टीम बहुत कुछ सिखाया और मुझे उम्मीद है कि हम टेस्ट सीरीज ड्रॉ करा पाएंगे। जहां बुमराह के पांचवें और आखिरी टेस्ट में खेलने की बात है तो हमें इस बाबत इंतजार करना पड़ेगा।’
भारत के हेड कोच गौतम गंभीर ने अपने कप्तान शुभमन गिल की राय से इत्तफाक जताते हुए कहा,‘यदि कोई 90 रन और उसके साथ दूसरा 85 रन पर बल्लेबाजी कर रहा हो तो क्या वे दोनों शतक पूरा करने के हकदार पहीं थे? यदि किसी के पास अपना पहला टेस्ट शतक बनाने का मौका हो तो क्या आप उसे ऐसा करने की इजाजत नहीं देंगे? मेरा मानना है कि जडेजा और वाशिंगटन सुंदर दोनों ही शतक के हकदार थे और सौभाग्य से दोनों ही शतक पूरा करने में कामयाब रहे।’
भारत दबाव झेलने में सफल रहा : स्टोक्स
मैन ऑफ द’ मैच रहे इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने कहा,‘जब आप बतौर ऑलराउंडर बढ़िया खेल दिखाते हैं तो उसका आकलन मैच के अंत में मिलने वाले नतीजों से करते हैं। जहां तक मेरी बात है तों वांछित नतीजा हासिल करने के लिए अपना सब कुछ झोंक दूंगा। शारीरिक रूप से ये मौजूदा टेस्ट सीरीज के पांच-छह हफ़्ते खासे मुश्किल रहे हैं। मैंने अपनी टीम के लिए हर मुश्किल का सामना कर खुद उदाहरण पेश करने की कोशिश की। यह वाकई खासा मुश्किल काम है। रवींद्र जडेजा औार वाशिंगटन सुंदर जिस बढ़िया ढंग से खेले उसके लिए दोनों की तारीफ की ही जानी चाहिए। मौजूदा टेस्ट सीरीज वाकई बेहद संघर्षपूर्ण रही है। दोनों टीमों ने एक दूसरे पर हमला बोला लेकिन मेहमान भारतीय टीम ने जिस तरह हमें अब तक जिस तरह डट कर टक्कर दी उसके लिए उसकी तारीफ की जानी चाहिए।हमने उन पर पूरी ताकत झोंक दी, लेकिन भारत दबाव झेलने में कामयाब रहा।‘