- भारत को शुभमन सूर्य व संजू से भी बढिय़ा पारियों की आस
- बतौर बल्लेबाज भारत के पास ऋतुराज प राहुल त्रिपाठी के रूप में पर्याप्त विकल्प
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : ऑलराउंडर हार्दिक पांडया ने बल्ले और गेंद से अनुकरणीय प्रदर्शन कर भारत को मुंबई में मेहमान श्रीलंका से पहले और सांस रोक देने वाले पहले टी-20 मैच में मात्र दो रन से जीत दिला कर बतौर कप्तान एक बार फिर क्रिकेट के इस छोटे फॉर्मेट में देश के भावी नियमित के रूप में अपनी दावेदारी और मजबूत की है। संकट में 29 रन की बेशकीमती पारी तथा कसी हुई गेंदबाजी करने के साथ हार्दिक ने दो बेहतरीन कैच भी लपक भारत को श्रीलंका से तीन टी-20 मैचों की सीरीज का नए साल में मंगलवार को पहला मैच जिता उसे 1-0 की बढ़त दिला दी थी। पांच विकेट 14.1 ओवर 94 रन पर गंवाने के बाद मैन ऑफ द मैच दीपक हुड्डा (41* रन, 23 गेंद, चार छक्के, एक चौका) और अक्षर पटेल (31* रन, २० गेंद, एक छक्का तीन चौके) की छठे विकेट की असमाप्त 68 की भागीदारी ने भारत की पहले टी-20 में चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचा उसकी जीत में अहम भूमिका निभा साबित किया कि ऑलराउंडर उसकी बड़ी ताकत हैं। अब कप्तान हार्दिक की निगाहें साथी ऑलराउंडर दीपक हुड्डा और अक्षर पटेल के साथ मिलकर पुणे में बृहस्पतिवार को भारत को श्रीलंका के खिलाफ दूसरा टी-20 भी जिता 2-0 की निर्णायक बढ़त दिला सीरीज भी जिताने पर लगी हैं। भारत को अपने ऑलराउंडरों के साथ शीर्ष क्रम में शुभमन गिल, उपकप्तान सूर्य कुमार यादव और संजू सैमसन से भी बढिय़ा पारियों की आस है।
बतौर टी-20 कप्तान हार्दिक पांडया ने मुंबई में मौजूदा टी-20 सीरीज के पहले मैच सहित दमदार प्रदर्शन करते हुए भारत को छह में पांच मैच जिताए हैं और एक मैच ‘टाई’ रहा है। हार्दिक अपनी कप्तानी में भारत को मेहमान श्रीलंका के खिलाफ यदि बृहस्पतिवार को दूसरा मैच जिताने के साथ टी-20 सीरीज भी जिता देते हैं और इसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज के लिए भी उनकी कप्तानी बरकरार रहती हैं तो तब करीब करीब यह तय हो जाएगा कि क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में देश के ‘नियमित भावी कप्तानÓ वहीं हैं। बतौर कप्तान मुश्किल स्थिति में हार्दिक ने श्रीलंका की पारी और मैच का अंतिम ओवर लेेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल से फिंकवाया उससे यह एक बार फिर साफ हो गया कि मौजूदा भारतीय टी-20 टीम का हर खिलाड़ी हार्दिक का बतौर कप्तान उनका कायल है।
ओपनर ईशान किशन(37) के तेज आगाज के बाद शीर्ष क्रम के लडख़ड़ाने के बावजूद पहले हार्दिक (29 रन, 27 गेंद, 4 चौके) और फिर अपने अंतर्राष्टï्रीय टी-20 करियर का आगाज करने वाले नौजवान तेज गेंदबाज शिवम मावी(4/22) की धारदार गेंदबाजी से भारत ने जिस अंदाज में जीत हासिल की उससे श्रीलंका के लिए पुणे में भी उसे रोक पाना मुश्किल होगा। अस्वस्थ तेज गेंदबाज अर्शदीप यदि बृहस्पतिवार को सीरीज के दूसरे मैच के लिए फिट हो जाते हैं तो फिर उन्हें एकादश में शामिल करने के लिए भारत को आखिर के मारधाड़ वाले ओवर के चतुर तेज गेंदबाज माने जाने वाले हर्षल पटेल को बाहर करने का मुश्किल फैसला लेना होगा। रफ्तार के सौदागर उमरान मलिक, खुद कप्तान हार्दिक पांडया और शिवम मावी ने रफ्तार के साथ श्रीलंका के खिलाफ जिस तरह जिस तरह बराबर धार दिखाई उसके मद्देनजर दो विकेट चटकाने के बावजूद हर्षल पटेल ही बतौर तेज गेंदबाज उसकी सबसे कमजोर कड़ी नजर आए। पहले टी-20 में नाकाम और महंगे रहे लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल से भारत जरूर पुणे में बेहतर और चतुर गेंदबाजी की आस करेगा। दिलचस्प होगा कि क्या भारत चहल को एकादश से बाहर रख ऑफ स्पिन ऑलराउंडर हर्षल के साथ तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह को शामिल करेगा।
नवोदित ओपनर शुभमन गिल, समग्र बल्लेबाज उपकप्तान सूर्य कुमार यादव और बराबर मौके मिलने के बावजूद मौजूदा सीरीज के पहले टी-20 मैच में अब तक रंग जमाने में नाकाम रहे संजू सैमसन को एकादश में बरकरार रखने की बाबत भारत के टीम प्रबंधन को गंभीरता से सोचना होगा। बतौर बल्लेबाज भारत के पास ऋतुराज गायकवाड़ और राहुल त्रिपाठी के रूप में पर्याप्त विकल्प हैं । खालिस बल्लेबाज के रूप में ये दोनों अपने दम टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाने में सक्षम हैं। श्रीलंका के स्पिनरों ऑफ स्पिनर महेश तीक्षणा व धनंजय डिसिल्वा तथा लेग स्पिनर हसरंगा ने पहले पॉवरप्ले और फिर बीच के ओवरों में कसी हुई गेंदबाजी कर शुभमन गिल (7) और संजू सैमसन(5) को परेशान कर उन्हें लंबे स्ट्रोक खेलने के लिए ललचा कर आउट किया उससे इन दोनों को समझना होगा कि हड़बड़ी में गड़बड़ी भारत को भारी पड़ सकती है। बेशक ये दोनों और सूर्य कुमार यादव स्पिन को खेलने खूब जानते हैं जमने के बाद किसी भी गेंदबाजी की बखिया उधेड़ सकते हैं, लेकिन दोनों को समझना होगा कि जोश के साथ होश दनादन क्रिकेट में भी जरूरी है।
भारत की चिंता अपने तुरुप के लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल का पहले टी-20 में फीका प्रदर्शन और श्रीलंका के बल्लेबाजों द्वारा की गई जमकर धुनाई है। पहले टी-20 में पथुम निशंका(1),धनजंयडिसिल्वा (9) और चरित असालंका (12) की रूप में श्रीलंका का शीर्ष क्रम भी बुरी तरह लडख़ड़ाया और कप्तान दसुन षणाका(45 रन, 27 गेंद, तीन छक्के, तीन चौके) और सलामी बल्लेबाज कुशल मेंडिस(28 रन, 25 गेंद, चार चौके)को छोड़ उसके बाकी बल्लेबाज को रन के लिए जिस तरह जूझना पड़ा वह बेशक उसकी चिंता का सबब है। भारत के लिए अच्छी बात है कप्तान हार्दिक, उमरान मलिक, शिवम मावी और हर्षल पटेल के रूप में बतौर तेज गेंदबाज उसके पास चार बेहतरीन विकल्प है। भारत जरूर बाएं हाथ के नौजवान गेंदबाज अर्शदीप के बृहस्पतिवार को सीरीज के दूसरे टी-20 के लिए फिट होने की आस करेगा।
मैच का समय: शाम सात बजे(भारतीय समयानुसार)।
‘अब मुझे कप्तानी की आदत हो गई है’
‘अब मुझे कप्तानी की आदत हो गई है। पैर की मांसपेशी में केैच लेते आया खिंचाव अब ठीक है। जहां तक अक्षर से पारी का अंतिम ओवर फिंकवाने की बात है तो मैच बेशक किस ओर भी मुड़ सकता था, पर यह ठीक है। मैंने भारत के लिए अपना पहला टी-20 अंतर्राष्टï्रीय मैच खेल रहे शिवम मावी से बस यही कहा कि बस अपनी गेंदबाजी पर ध्यान दो, मैं आपके साथ हूं। भले ही आपकी गेंद पर चौका पड़ जाए, कोई परवाह नहीं। यदि स्थिति ऐसी ही रही तो मैं फिर नई गेंद से गेंदबाजी करूंगा। मैं आईपीएल में लौटने से बाद से नेट में गेंउबाजी कर रहा हूं। मैं अब गेंद को स्विंग कराना सीख गया हूं।
-हार्दिक पांडया, भारत के कप्तान
‘हमारी टीम जोरदार ढंग से वापसी करेगी’
‘जिस तरह हमने मैच समाप्त किया उससे निराश हूं। यह ऐसा मैच था जो हमें जीतना चाहिए। वानखेड़े स्टेडियम में जब 163 रन के लक्ष्य का पीछा कर रहे तो बल्लेबाजों को आसानी से हमें इस लक्ष्य के पार पहुंचाना चाहिए था। हमने भारत को रोकने के लिए मैच-अप्स (किस बल्लेबाज के खिलाफ किससे गेंदबाजी करानी है) का अच्छा इस्तेमाल किया। हमारी टीम अच्छे खिलाडिय़ों की एक बढिय़ा टीम है। ‘हमारी टीम जोरदार ढंग से वापसी करेगी।’
-दसुन षणाका, श्रीलंका के कप्तान
‘हर नंबर पर हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश की है’
‘मैंने बल्लेबाजी क्रम में हर जगह बल्लेबाजी करने का अभ्यास किया है। मैंने बल्लेबाजी में हर नंबर पर हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठï देने की कोशिश की है। हम जानते हैं कि यदि मैच में लय हमारे साथ रही तो हम 160 तक पहुंच सकते हैं। में हाल ही में घरेलू क्रिकेट में खेला हूं। मैन हालांकि लंबे शॉट जडऩे का बहुत अभ्यास नहीं किया लेकिन मैं मैच की स्थिति से वाकिफ था।
– दीपक हुड्डा
‘मैंने पिछले छह बरस से इस पल का इंतजार किया’
‘मैंने पिछले छह बरस से इस पल यानी भारत के लिए खेलने का इंतजार किया। मुझे इसके बीच चोटे भी लगी । ऐसे क्षण भी आए जब यह लगा कि शायद मेरा सपना कभी पूरा नहीं होगा। मेरे लिए पहले टी-20 में पहला विकेट मेरे लिए सबसे बढिय़ा विकट रहा।
-शिवम मावी, भारत के नवोदित तेज गेंदबाज