
मुंबई (अनिल बेदाग) : सिडार टेक्सटाइल लिमिटेड, जो विभिन्न प्रकार के यार्न और वस्त उत्पादों का निर्माण करती है, अपना प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम सोमवार, 30 जून 2025 को खोलने जा रही है। कंपनी का लक्ष्य ₹60.90 करोड़ (ऊपरी प्राइस बैंड पर) जुटाना है। इस इश्यू में कुल 43,50,000 इक्विटी शेयर शामिल हैं, जिनका फेस वैल्यू ₹10 है, और प्राइस बैंड ₹130 से ₹140 प्रति शेयर रखा गया है।
आईपीओ से प्राप्त धनराशि का उपयोग ग्रिड-टाइड सोलर पीवी रूफटॉप सिस्टम की स्थापना, मशीनों के आधुनिकीकरण, कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं की पूर्ति और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। एकर बोली प्रक्रिया 27 जून 2025 को खुलेगी, और इश्यू 02 जुलाई 2025 को बंद होगा। इस इश्यू का बुक रनिंग लीड मैनेजर है फास्ट ट्रैक फिनसेक प्राइवेट लिमिटेड, और रजिस्ट्रार है स्काईलाइन फाइनेंशियल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड।
श्री राजेश मित्तल, प्रबंध निदेशक, सिडार टेक्सटाइल लिमिटेड ने कहा, “यह आईपीओ सिडार टेक्सटाइल लिमिटेड के लिए एक निर्णायक कदम है क्योंकि हम अपने संचालन का विस्तार करने और वस्त्र क्षेत्र में अपनी भूमिका को और मजबूत करने के लिए तैयार हैं। हमने समय के साथ बाज़ार की प्रवृत्तियों और ग्राहक प्राथमिकताओं की गहरी समझ के साथ उच्च गुणवत्ता वाले और विविध यार्न समाधान प्रदान करने की प्रतिष्ठा बनाई है।
इस पूंजी से हम अपने निर्माण संयंत्रों का आधुनिकीकरण करेंगे, सौर ऊर्जा एकीकरण के माध्यम से ऊर्जा दक्षता बढ़ाएंगे, और तकनीकी वस्त्रों व ब्रांडेड परिधानों जैसे आशाजनक क्षेत्रों में विस्तार करेंगे। श्री विकास वर्मा, निदेशक, फास्ट ट्रैक फिनसेक प्राइवेट लिमिटेड ने कहा, “सिडार टेक्सटाइल लिमिटेड के आईपीओ के माध्यम से उनके विकास यात्रा के इस महत्वपूर्ण पड़ाव में साझेदारी करना हमारे लिए गर्व की बात है। कंपनी का नवाचार, स्थायित्व और यार्न, फैब्रिक और परिधान क्षेत्रों में विविधता पर केंद्रित दृष्टिकोण, इसे वर्तमान परिवर्तनशील वस्त्र उद्योग में एक मजबूत स्थान देता है।
भारतीय वस्ल और परिधान उद्योग में वैश्विक मांग, सरकारी पहलों और टिकाऊ व मूल्य वर्धित उत्पादों की बढ़ती प्राथमिकता के चलते तेज़ी से विकास हो रहा है। सेडार टेक्सटाइल इस विकास का लाभ उठाने के लिए अच्छी स्थिति में है, और हमें विश्वास है कि यह आईपीओ कंपनी को अपने संचालन के विस्तार, बाज़ार उपस्थिति को मजबूत करने और दीर्घकालिक मूल्य सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।”