रविवार दिल्ली नेटवर्क
गया : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल के पहले पूर्ण बजट में बिहार के पिटारा खुल गया. राज्य में डबल इंजन की सरकार का असर आम बजट में देखने को मिला है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राज्य के विकास के लिए बड़ी सौगात दी है. केंद्र की सहायता से अमृतसर-कोलकाता औद्योगिक गलियारे पर पड़ने वाले गया जिले के डोभी में औद्योगिक केंद्र का विकास किया जाएगा. इसके साथ ही, विष्णुपद और बोधगया को काशी कॉरिडोर की तर्ज पर विकसित किया जाएगा.
केंद्र सरकार ने बिहार को बजट में एक्सप्रेस वे से लेकर एयरपोर्ट तक का सौगात दिया है. इसके साथ ही, भारत के पौराणिक शहरों में शामिल गया के विकास पर खास जोर दिया है. अमृतसर-कोलकाता औद्योगिक गलियारे पर पड़ने वाले गया जिले के डोभी में औद्योगिक केंद्र के रुप में विकसित किया जाएगा. इसके साथ ही, विष्णुपद और बोधगया को काशी कॉरिडोर की तर्ज पर विकसित किया जाएगा. गया में पृतपक्ष में देश विदेश से श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं.
गया का जिक्र रामायण काल के ग्रंथों में भी आया है. काशी विश्वनाथ की तर्ज पर कॉरिडोर का विकास होने से यहां आने वाले पर्यटकों को बड़ी सुविधा होगी. बोधी मंदिर के पास पर्यटकों के ठहरने की व्यवस्था नहीं होने के कारण, विदेशी पर्यटकों का ठहराव नहीं होता है. महाबोधी दर्शन के बाद सीधे वाराणसी चले जाते थे जिससे पर्यटन उद्योग पर असर पड़ता था. कॉरिडोर का निर्माण हो जाने से पर्यटकों की सुविधा के साथ-साथ स्थानीय पर्यटन व्यवसाय और उद्योग को बढ़ावा मिलेगा.
बोधगया का महाबोधी मंदिर बौद्ध धर्मों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थान है. जहां अमेरिका, थाईलैंड, जापान, म्यांमार, श्रीलंका सहित दर्जनों देशों के बौद्ध श्रद्धालु और बौद्ध भिक्षु यहां आते हैं. बौद्ध धर्मों के लिए यह प्रमुख स्थान है. वहीं, विष्णुपद मंदिर हिंदू सनातन धर्मावलंबियों के लिए काफी महत्वपूर्ण है. जहां देश के विभिन्न राज्यों और विदेशों से भी हिंदू सनातन धर्मावलंबी यहां आकर अपने पितरों का उद्धार के लिए पिंडदान, तर्पण और कर्मकांड करते हैं.
गया के विकास से बिहार में औद्योगिक और पर्यटन के अपार संभावना का विकास होगा. इसके साथ ही, जिले की गौरवशाली और भव्य छवि पूरे दुनिया के सामने आयेगी. .